Kanya Sumangla Yojana 2025: उत्तर प्रदेश सरकार बेटियों को ₹25000 देने वाली योजना, जानिए पूरी जानकारी
Kanya Sumangla Yojana कन्या सुमंगला योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और समग्र विकास के लिए प्रोत्साहित करना है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने बेटियों के उज्जवल भविष्य के लिए कन्या सुमंगला योजना Kanya Sumangla Yojana की शुरुआत की है। इस योजना के तहत, सरकार बेटियों को ₹25,000 की आर्थिक सहायता प्रदान करती है, जो उनके जीवन के विभिन्न चरणों में वितरित की जाती है। यह पहल समाज में बेटियों के प्रति भेदभाव को समाप्त करने और उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
योजना का उद्देश्य और महत्व
कन्या सुमंगला योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और समग्र विकास के लिए प्रोत्साहित करना है। यह योजना विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों को लक्षित करती है, ताकि वे अपनी शिक्षा पूरी कर सकें और आत्मनिर्भर बन सकें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस योजना की शुरुआत 2019 में की थी, और अब इसे और भी प्रभावी बनाने के लिए सरकार ने योजना की धनराशि को बढ़ाकर ₹25,000 कर दिया है।
योजना की विशेषताएँ
कन्या सुमंगला योजना के तहत, बेटियों को छह चरणों में आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है:
- बालिका के जन्म पर: पहले चरण में, बेटी के जन्म के बाद ₹5,000 की सहायता दी जाती है।
- टीकाकरण के बाद: दूसरे चरण में, बेटी के एक वर्ष के पूर्ण टीकाकरण के बाद ₹2,000 की सहायता मिलती है।
- प्रथम कक्षा में प्रवेश पर: तीसरे चरण में, बेटी के कक्षा पहली में प्रवेश लेने पर ₹3,000 की सहायता प्रदान की जाती है।
- छठी कक्षा में प्रवेश पर: चौथे चरण में, बेटी के कक्षा छठी में प्रवेश लेने पर ₹3,000 की सहायता मिलती है।
- नौवीं कक्षा में प्रवेश पर: पांचवे चरण में, बेटी के कक्षा नौवीं में प्रवेश लेने पर ₹5,000 की सहायता दी जाती है।
- उच्च शिक्षा में प्रवेश पर: अंतिम चरण में, बेटी के कक्षा 10वीं या 12वीं उत्तीर्ण करने के बाद स्नातक या कम से कम दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लेने पर ₹7,000 की सहायता मिलती है।
पात्रता मानदंड
इस योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित पात्रता मानदंड हैं:
- निवास: लाभार्थी का परिवार उत्तर प्रदेश का निवासी होना चाहिए।
- वार्षिक आय: परिवार की वार्षिक आय ₹3,00,000 से कम होनी चाहिए।
- बच्चों की संख्या: परिवार में अधिकतम दो बच्चे होने चाहिए।
- गोद ली गई बच्चियाँ: यदि परिवार ने अनाथ बच्ची को गोद लिया है, तो परिवार की जैविक संतानों और गोद ली गई बच्ची को मिलाकर अधिकतम दो बच्चियाँ योजना का लाभ उठा सकती हैं।
आवेदन प्रक्रिया
कन्या सुमंगला योजना के तहत आवेदन करने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाई जा सकती है:
- ऑनलाइन पंजीकरण: आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन फॉर्म भरें।
- दस्तावेज़ अपलोड: आवश्यक दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, राशन कार्ड, आय प्रमाण पत्र, बालिका और माता-पिता की पासपोर्ट साइज फोटो अपलोड करें।
- आवेदन की स्थिति: आवेदन के बाद, वेबसाइट पर जाकर आवेदन की स्थिति की जांच करें।
संपर्क जानकारी
किसी भी सहायता या जानकारी के लिए, आप हेल्पलाइन नंबर 181 पर संपर्क कर सकते हैं।