कीटनाशक नियंत्रण के लिए सरकार दे रही है अनुदान: किसानों को फड़का कीट से सतर्क रहने की सलाह

कीटनाशक नियंत्रण के लिए सरकार दे रही है अनुदान: किसानों को फड़का कीट से सतर्क रहने की सलाह
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खरीफ फसलों में फड़का कीट का प्रकोप

देश के अधिकांश क्षेत्रों में खरीफ फसलों की बुआई का काम अभी तेजी से चल रहा है, जबकि कुछ क्षेत्रों में बुआई पूरी हो चुकी है। इस बरसाती मौसम में बोई गई खरीफ फसलों में फड़का कीट का प्रकोप फैलने की संभावना बढ़ी है। कृषि मंत्री श्री लालचंद कटारिया ने इसे नियंत्रित करने के लिए समय पर तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा है कि कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को कीट के प्रकोप से बचाव के लिए सतर्क रहना चाहिए और पहले से ही तैयारियाँ करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विभाग को इस कीट के प्रभावी नियंत्रण के लिए नियमित सर्वेक्षण करके आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए।

कीटनाशक खरीदने के लिए सरकार दे रही है अनुदान

कृषि मंत्री श्री कटारिया ने कहा है कि किसानों को फड़का कीट के नियंत्रण के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने बताया है कि किसान अपने क्षेत्र के कृषि पर्यवेक्षक या सहायक कृषि अधिकारी से संपर्क करके पौध संरक्षण रसायन के लिए अनुदान प्राप्त कर सकते हैं। किसानों को पौध संरक्षण रसायन के उपयोग पर लागत का 50 प्रतिशत या अधिकतम 500 रुपये प्रति हेक्टेयर (जो भी कम हो) अधिकतम 2 हेक्टेयर क्षेत्र के लिए अनुदान दिया जाएगा।

फड़का कीट इन फसलों में लगता है

खरीफ फसलों में, मुख्य रूप से बाजरा और ज्वार में, फड़का कीट का प्रकोप अधिक होता है। कृषि मंत्री ने बताया है कि यह फसलों के लिए एक अत्यंत हानिकारक कीट है, जिससे फसलों को काफी नुकसान हो सकता है। अगर पहले से ही सतर्क रहकर कीट नियंत्रण के उपाय अपनाए जाएं, तो खरीफ फसलों को होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है।

फड़का कीट का प्रकोप मानसून की वर्षा के 15-20 दिन बाद शुरू होता है। इसके निम्फ प्रौढ़ फसलों की पत्तियों और फूलों को खाकर सम्पूर्ण फसल को नष्ट करने की क्षमता रखते हैं। इसलिए इस कीट को शिशु अवस्था में ही नियंत्रित करना आवश्यक है। वर्तमान में यह कीट शिशु अवस्था में जयपुर, सीकर और झुंझुनूं जिलों में पहाड़ी क्षेत्रों के आसपास के खेतों और मैदानों में देखी जा रही है।

किसान को फड़का कीट का नियंत्रण कैसे करें

  • विभाग द्वारा फड़का कीट के नियंत्रण के लिए किसानों को निम्नलिखित उपायों का पालन करना चाहिए:
  • खेत की मैदानों और खेतों में बिजली के बल्ब या गैस लालटेन जलाएं, जो फड़का कीट को प्रकाश की ओर आकर्षित करेगा।
  • खेत की मैदानों और खेतों में मिट्टी के तेल का 5 प्रतिशत मिश्रण पानी में रखें, ताकि रोशनी पर आकर्षित कीट मिट्टी के तेल मिले पानी में गिरकर नष्ट हो जाएं।
  • कीट के प्रकोप अधिक होने पर मैलाथियॉन 5 प्रतिशत चूर्ण या क्यूनालफॉस 1.5 प्रतिशत चूर्ण का भूरकाव करें या क्यूनालफॉस 25 प्रतिशत ईसी 1 लीटर प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें।
  • यदि आवश्यकता हो, तो 5-7 दिनों बाद फिर से भूरकाव करें।

नोट: ऊपर दी गई जानकारी केवल सामान्य परामर्श के उद्देश्यों के लिए है। अधिक विवरण और अद्यतन के लिए कृषि विभाग और स्थानीय कृषि पर्यवेक्षक से संपर्क करें।

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