किसान भाई चने की खेती की देखभाल कैसे करे ,कब खाद ,पानी और स्प्रे करे .
चने की अधिकतर खेती बारानी क्षेत्रों में संचित नमी में की जाती है। यदि सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो तो नमी की कमी होने की स्थिति में एक या दो सिंचाई की जा सकती है।

किसान भाई चने की खेती की देखभाल कैसे करे ,कब खाद ,पानी और स्प्रे करे .
चने की अधिकतर खेती बारानी क्षेत्रों में संचित नमी में की जाती है। यदि सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो तो नमी की कमी होने की स्थिति में एक या दो सिंचाई की जा सकती है। पहली सिंचाई 40 से 50 दिनों बाद तथा दूसरी सिंचाई फलियां आने पर की जानी चाहिये। सिचिंत क्षेत्रों में चने की खेती के लिए 3 से 4 सिंचाई पर्याप्त होती है।
चने की अच्छी पैदावार के लिए क्या करना चाहिए.
अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए 20-25 किलोग्राम नत्रजन 50-60 किलोग्राम फास्फोरस 20 किलोग्राम पोटाष व 20 किलोग्राम गंधक प्रति हेक्टेयर की दर से उपयोग करे । वैज्ञानिक षोध से पता चला है कि असिंचित अवस्था में 2 प्रतिषत यूरिया या डी. ए.पी. का फसल पर स्प्रे करने से चना की उपज में वृद्धि होती है।
ने में कौन सी दवा डालना चाहिए.
कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चने में इल्ली लगने पर किसानों को क्यूनॉलफास 25 ईसी 1000 से 1250 मिली प्रति हैक्टेयर की दर से छिड़काव करें। क्लोरोपायरीफॉस 20 ईसी 1250 से 1500 मिली प्रति हैक्टेयर की दर से छिड़काव करें। ट्राज्यजोफास 40 ईसी 1000 मिली प्रति हैक्टेयर की दर से छिड़काव करें।
चने की फसल में कितने दिन में पानी देना चाहिए.
पोटाश प्रति एकड़ की आवश्यकता होती है। भूमि में जस्ता की कमी होने पर 8-10 किलो जिंक सल्फेट प्रति एकड़ के हिसाब से प्रयोग करना चाहिए | असिंचित फसल में 2 प्रतिशत यूरिया घोल का छिड़काव फूल आने के समय करें । सिंचाई : पहली सिंचाई बुवाई के 30-35 दिन बाद (शाखाएँ निकलते समय) व दूसरी 55-60 दिन बाद ( फूल निकलते समय ) करें।
सबसे अधिक पैदावार देने वाला चना कौन सा है.
चने की (दिग्विजय) फुले 9425-5 किस्म
चने की ये किस्म फुले कृषि विश्वविद्यालय राहुरी द्वारा विकसित की गई है। ये किस्म अधिक उत्पादन देने वाली किस्मों में शुमार है। इस किस्म की बुवाई का समय अक्टूबर से नवंबर के मध्य का होता है। चने की यह किस्म 90 से 105 दिन पककर तैयार हो जाती है।
चने की बुवाई का सही समय क्या है.
इस फसल का औसत उत्पादन 23-25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक हो जाता है. सिंचित चने की बुवाई 20 अक्टूबर से 15 नवंबर तक करें. हालांकि, इसके लिए सबसे उपयुक्त समय 25 अक्टूबर से 5 नवंबर तक का माना जाता है. प्रति हेक्टेयर तकरीबन 60 किलो बीज की आवश्यकता पड़ती है.
चने की बीज दर कितनी है.
बीज दर : छोटे दाने का 75-80 किग्रा. प्रति हेक्टर तथा बड़े दाने की प्रजाति का 90-100 किग्रा./हेक्टर | बोने से पूर्व बीजो की अंकुरण क्षमता की जांच स्वयं जरूर करें।
चने में खरपतवार नाशक कौन सी दवा डालें.
खरपतवार की समस्या कम करने के लिए चने की खुटाई करते समय निराई भी करें अच्छा लाभ होगा। रसायनिक उपचार में बासालिन 750-1000 मि. ली. सक्रिय तत्व का छिडक़ाव बुआई के पूर्व खेत में नमी होने पर डालें।
चने की फसल में पानी कब दे.
पहली सिंचाई 40 से 50 दिनों बाद तथा दूसरी सिंचाई फलियां आने पर की जानी चाहिये। सिचिंत क्षेत्रों में चने की खेती के लिए 3 से 4 सिंचाई पर्याप्त होती है। बुवाई से पहले पलेवा करके फसल की बुवाई करनी चाहिये।