फरवरी में यह फसल आप को एक सीजन में देगी लाखो का मुनाफा, पीले तरबूज की खेती कब और कैसे करे जाने .

हम जानेंगे कैसे करें पीले तरबूज की खेती और किस तरह से इसे व्यवसायिक तौर पर बढ़ावा दे सकते हैं।पीले तरबूज की खेती का बाजार में आते ही किसानों की धारा में आकर्षण बढ़ा है।

फरवरी में यह फसल आप को एक सीजन में देगी लाखो का मुनाफा, पीले तरबूज की खेती कब और कैसे करे जाने .
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फरवरी में यह फसल आप को एक सीजन में देगी लाखो का मुनाफा, पीले तरबूज की खेती कब और कैसे करे जाने .

जानिए कैसे करें पीले तरबूज की खेती, जो देती है ज्यादा मुनाफा और आकर्षित कर रही है किसानों को।

पीले तरबूज की खेती का बाजार में आते ही किसानों की धारा में आकर्षण बढ़ा है। इसका कारण है इसमें अधिक मुनाफा और कम बीज लगाने का होना। इस लेख में, हम जानेंगे कैसे करें पीले तरबूज की खेती और किस तरह से इसे व्यवसायिक तौर पर बढ़ावा दे सकते हैं।

बुवाई व समय:

गर्मियों में, तरबूज के बीज बोने के लिए वसंत उद्यान में बीज लगाएं।

इस खेती में 70 से 100 दिनों का समय लगता है तकि तरबूज पक सकें।

बीज लगाने का तरीका:

अच्छी धूप और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी पसंद करें।

ऊंचे बिस्तरों में पौधे लगाएं या मिट्टी को प्लास्टिक से ढकें।

देखभाल और रखरखाव:

पूरे दिन सूरज की रोशनी मिलनी चाहिए।

समृद्ध, रेतीली दोमट भूमि उपयुक्त होती है।

पीले तरबूज की किस्में:

किस्म विशेषताएं

येलो डॉल 68 दिनों में 6 पाउंड के छोटे फल।

येलो बेबी 9 पाउंड के फलों में पतला छिलका।

लेमन क्रश लंबे मौसम वाला, बड़ा प्रकार।

माउंटेन स्वीट येलो 100 दिनों में जंबो फल।

सावधानियाँ:

किटाणुओं और बीमारियों की नियमित जांच करें और उपचार करें।

तरबूज फलने के बाद सात दिनों के बाद कटें।

इस लेख के माध्यम से, पीले तरबूज की खेती को बढ़ावा देने के लिए आपको उपयुक्त जानकारी प्राप्त हुई है। यह खेती न केवल मुनाफादायक है बल्कि उसमें लगाने वाले कम बीजों के बावजूद तेजी से पकने वाले फलों की पैदावार भी होती है।

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