पहले दिन नहीं शुरू हुई सरसों की सरकारी खरीद, किसानों को सस्ते दाम में बेचनी पड़ी फसल

पहले दिन नहीं शुरू हुई सरसों की सरकारी खरीद, किसानों को सस्ते दाम में बेचनी पड़ी फसल
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प्रदेश सरकार ने दावा किया था कि 26 मार्च की सभी मंडियां में सरसों की सरकारी खरीद शुरू हो जाएगी। लेकिन मंगलवार को ऐसा देखने को नहीं मिला। फतेहाबाद में पट्‌टूकलां, भूना व फतेहाबाद की अनाजमंडियों निर्धारित की गई है जहां सरसों की सरकारी खरोद शुरू होगी। फतेहाबाद की अनाजमंडी में एक भी किसान सरसों की फसल लेकर नहीं आया, ऐसे में वहां पर शुरू नहीं हो पाई। वहीं भट्टकला में एजेंसी ने खरीद शुरू नहीं को। वहीं बारदाना भी नहीं आया है। ऐसे में खरीद शुरू नहीं हो पाई है।

प्रदेश सरकार ने सरसों के लिए खरीद एजेंसी मंडियों के अनुसार निर्धारित करते हुए मंगलवार से खरीद शुरू करने के निर्देश दिए है। लेकिन खरोद एजेंसियों की अभी तक तैयारी पूरी नहीं हुई है। इस कारण पहले दिन सरसों की खरीद नहीं हो पाई। प्रदेश सरकार ने सरसों के लिए 107 अनाज मंडी बनाई हैं। फतेहाबाद में तीन मंडिया निर्धारित की है। सरकार के आदेश के अनुसार सरसों की खरीद 26 मार्च से लेकर 1 मई तक होगी। लेकिन अब देखना होगा कि जिले में कब शुरू होती है। इस चार करीब 53 हजार एकड़ में सरसों को खेती की गई।

ऐसे में सरकारी खरीद का भी रिकार्ड टूट सकता है। कृषि विभाग के अनुसार करीब 35 हजार एकड़ से अधिक किसानों ने सरसों की फसल का पंजीकरण करवाना है। निजी एजेंसियों को भेजी खरबों की फसल भट्टकलां क्षेत्र में सरसों की बिजाई अधिक होती है। ऐसे में इस मंडी में खरीद भी अधिक होगी मंगलवार को पहले दिन सरकारी खरीद शुरू नहीं हो पाई।

उधर 36 क्विंटल किसान मंडी में सरसों की फसल लेकर आए थे। लेकिन यहां के किसानों को 4300 से लेकर 4803 रूपये तक अपनी फसल बेचनी पड़ी है। दरअसल जिन किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्योरा पर पंजीकरण करवाया है उसको फसल 5650 रुपये में खरीदी जाएगी। भट्टूकलां मंडी में अपनी फसल लेकर आए किसान खाबड़‌ कला निजसी

राजीव ने बताया कि यहां पर फसल लेकर आ गया था। लेकिन यहां के अधिकारियों ने बताया कि अभी शुरू नहीं हो पाई है। कहीं अधिकारियों को माने तो एजेंसी की तरफ से बारदाना भी उपलब्ध नहीं करजागा है। किसान ने बताया कि मंडी में इतने दिन तक वह नहीं रह सकता है ऐसे में उसे सस्ते दाम पर फंसल बेचनी पड़ ही है।

मार्केट भाउ कम, एमएसपी अधिक इसलिए किसान कर रहे इंतजार गत वर्ष की तरह इस बार भी सरों का

समर्थन मूल्य सरकार ने अधिक तय किया हुआ है। मार्केट में सरसों का भाव कम चाल रहा है। अब सरसों का भात्र मंडी में 4800 से लेकर 5200 रुपये प्रति क्विंटल तक ब्रिक रहा है। ऐसे में सरकारी खरीद शुरू होने के साथ ही किसानों को प्रति क्विंटल करीब 600 से 800 रुपये का फायदा होगा। तीनों अनाज मंडियों में सबसे अधिक आवक भ‌ट्टकलों में होने की उम्मीद है। अकेले भट्टू क्षेत्र के 17 हजार किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्योरा पर पंजीकरण करवाया हुआ है।

करीब लाख क्विंटल सरसों की आवक होने की संभावना है। इसके बाद भूना व फतेहाबाद में सरसों की आवक होगी एमएसपी पर फसल बेचने के लिए किसानों को फसल पंजीकरण के दस्तावेज के आलावा नमी की मात्रा को लेकर परेशान किया जाता है। सरकारी खरीद एजेंसी की नमी मापक मशीन अधिक नमी बताती है। सरकार के अनुसार सरों में 8 प्रतिशत ही नम्मी होनी चाहिए। अब फसल में नमी होने के कारण एजेंसियों कुछ दिन और लेट कर सकती है।

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