जब मौसम ठंडा होगा तो एक बार फिर किसान आंदोलन गर्म होगा : राकेश टिकैत

बीमा क्लेम और मुआवजे की मांग पूरी ना होने पर किसानों ने तहसील कार्यालय नाथूसरी चौपटा पर तालाबंदी का लिया फैसला

जब मौसम ठंडा होगा तो एक बार फिर किसान आंदोलन गर्म होगा : राकेश टिकैत
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जब मौसम ठंडा होगा तो एक बार फिर किसान आंदोलन गर्म होगा : राकेश टिकैत

बीमा क्लेम और मुआवजे की मांग पूरी ना होने पर किसानों ने तहसील कार्यालय नाथूसरी चौपटा पर तालाबंदी का लिया फैसला

नाथूसरी चौपटा में तहसील परिसर में किसान महापंचायत आयोजित, किसानों का बड़ा फैसला

किसानों के समर्थन में नाथूसरी चौपटा के दुकानदारों ने रखी दुकानें बंद।

चौपटा। (संदीप वर्मा)बीमा क्लेम व मुआवजे की मांग को लेकर पिछले 2 महीने से चल रहे किसान आंदोलन में सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता किसान नेता राकेश टिकैत की अध्यक्षता में किसान मजदूर महापंचायत आयोजित कर बड़ा फैसला लिया। नाथूसरी चौपटा तहसील कार्यालय को तालाबंदी का फैसला लिया। किसानों का कहना है कि जब तक खरीफ -2022 का बीमा उनके खातों में नहीं आएगा । तब तक तहसील का ताला नहीं खोला जाएगा। राष्ट्रीय किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की कई मांगों को लेकर एक बार पुनः आंदोलन किया जाएगा । उन्होंने कहा कि जब मौसम ठंडा होगा तो आंदोलन गर्म होगा।


नाथुसरी चौपटा तहसील कार्यालय परिसर में चल रहे बीमा क्लेम व मुआवजे की मांग को लेकर किसानों के धरने के 2 महीने बाद किसानों ने एक महापंचायत आयोजित कर बड़ा फैसला लिया। जिसमें क्षेत्र के हजारों की संख्या में किसान ट्रैक्टरों पर चढ़कर रैली स्थल पर पहुंचे और सरकार को जमकर कोसा। किसान महापंचायत में राष्ट्रीय किसान नेता राकेश टिकैत ने शिरकत की। राकेश टिकैत रैली स्थल पर खुद ट्रैक्टर चलाकर पहुंचे। इस दौरान मंच पर अमन बैनीवाल, भरत सिंह झाझड़ा,नरेंद्र पाल, सरपंच संतोष बैनीवाल, रीटा कासनिया, सुमित बैनीवाल, दीवान दीवान सहारण, सहित कई किसानों ने पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने बीमा कंपनियों को जो लाइसेंस दिए हैं वह किसानों को बीमा क्लेम देने के लिए नहीं है बल्कि कंपनियों के मालिकों के घर भरने के लिए लाइसेंस दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार एमएसपी का नाम लेकर लगातार किसानों को ठग रही है। उन्होंने कहा कि मोदी गारंटी एमएसपी कानून लागू होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्होंने सरकार से मांग की थी कि किसान के खेत को एक इकाई माना जाए । जिस भी किसान के खेत में अगर 1 एकड़ में भी नुकसान है तो उसका भी मुआवजा दिया जाए।



किसान नेता रत्न मान ने कहा कि अगर सरकार किसानों का काम रोकेगी तो किसान सरकार का काम रोक देंगे। युवा प्रदेश अध्यक्ष किसान नेता रवि आजाद ने कहा कि किसान खरीफ 2022 की फसल खराबे का बीमा क्लेम की मांग को लेकर 2 महीने से बैठे हैं

। यह 750 करोड रुपए का मामला है। 750 करोड रुपए बीमा कंपनियों से निकलवाने की किसान लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन सरकार किसानों की मांगों को अनदेखा कर रही है।

सरपंच एसोसिएशन की प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष बैनीवाल, सरपंच रीटा कासनियां ने कहा कि किसानों की लड़ाई में हर कदम पर उनके साथ रहेंगे।

किसान नेता भरत सिंह झाझड़ा ने महापंचायत में किसानों के साथ बैठक कर बड़ा फैसला लेने का ऐलान किया था उन्होंने स्थानीय प्रशासन को आधे घंटे का समय दिया कि अगर अधिकारी उनकी समस्या का समाधान करते हैं तो ठीक है नहीं तो एक बड़ा फैसला लिया जाएगा। करीब 1 घंटे तक इंतजार करने के बाद कोई भी अधिकारी या कर्मचारी का कोई संदेश नहीं आने पर महापंचायत में फैसला लिया गया कि नाथूसरी चौपटा तहसील कार्यालय को स्थाई रूप से ताला लगा दिया जाएगा। जिला प्रशासन की तरफ से डीडीए राजेश कुमार, एसडीएम वेद प्रकाश, नायब तहसीलदार अरविंद यादव, नाथूसरी चौपटा थाना प्रभारी राजाराम सहित तहसील परिसर में पहुंचे और किसानों के साथ एक बैठक शुरू की। लेकिन उन्होंने भी समस्या समाधान के जल्दी पूरा होने के लिए कोई आश्वासन नहीं दिया । इस पर किसानों ने अपने ऐलान के मुताबिक तहसील कार्यालय पर ताला लगाने का फैसला कर लिया। किसानों के समर्थन में नाथूसरी चौपटा के दुकानदारों ने पूरे दिन अपनी दुकानें बंद रखी। महापंचायत में क्षेत्र के हजारों की संख्या में किसान, मजदूर व महिलाओं ने भाग लिया।


इस प्रकार लिया किसान महापंचायत में ये बड़ा फैसला

हरियाणा नाथूसरी चौपटा तहसील कार्यालय में आयोजित किसान महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत की मौजूदगी में बड़ा फैसला लिया गया। जिसके तहत चौपटा तहसील कार्यालय के तालाबंदी करने का फैसला लिया। इसके बाद कर्मचारियों को बाहर निकलकर ताला लगाया जाएगा । इससे पहले जिला प्रशासन व कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ किसान नेताओं की बैठक हुई। जिसमें किसान नेताओं ने मुआवजा राशि दिलाने की बात कही। मगर विभाग के अधिकारी जल्द ही मुआवजा दिलाने की बात करते रहे। इसके बाद बात सिरे नहीं चढ़ी। इस पर सभी किसान नेताओं ने तहसील कार्यालय के ताला लगाने का फैसला ले लिया।

महिलाएं भी पहुंची

किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए विभिन्न गांवों से महिलाएं भी पहुंच रही है। महिलाएं किसान एकता के नारे लगाते हुए महापंचायत में भाग लेने के लिए पहुंची। चौपटा में डीजे की धुन पर नाचते हुए युवा किसान जोश के साथ ट्रैक्टरों पर पहुंचे।

किसानों ने दिया हुआ है धरना

बीमा क्लैम व मुआवजा की मांग को लेकर पिछले 59 दिन से किसानों ने शुरू किया हुआ अनिश्चितकालीन

हरियाणा के चौपटा तहसील कार्यालय परिसर में किसानों का मांगों को लेकर धरना जारी है। किसान अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना पिछले 59 दिन से दे रहे हैं। किसानों ने आज यानि सोमवार को तहसील कार्यालय में किसान महापंचायत रखी हुई है। जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत महापंचायत में संबोधित करेंगे। इस महापंचायत को लेकर किसानों ने तैयारियां पूरी कर ली है। बता दें कि इससे पहले 20 जून को राष्ट्रीय किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी भी किसानों के बीच पहुंच चुके हैं। उन्होंने भी किसानों की मांग जल्द पूरी करने की सरकार से मांग रखी थी।

किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे हरियाणा के गांव दड़बा कलां में पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल के आवास पर

चौपटा। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान अपने हक मांग रहे हैं, मगर इसकी सरकार को कोई चिंता नहीं है। चौपटा में किसान मुआवजा की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं। अब कमेटी ने फैसला लिया है कि जब तक किसानों को मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक चौपटा तहसील कार्यालय के ताला लगा रहेगा। टिकैत गांव दड़बा कलां में पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल के भाई अमर सिंह बैनीवाल के आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सभी जगह पर एमएसपी लागू किया जाए। जिससे किसानों को फसलों के उचित भाव मिल सके।

इससे पहले पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल व उनके बेटे सुमित बैनीवाल ने आवास पर पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्हें किसानों की लड़ाई लडऩे पर तलवार भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सरपंच किशन खोथ, सरपंच संदीप बैनीवाल, बलराम, सुभाष चंद्र, गुलाब जोगीवाला, दलीप बुडानिया, श्यामलाल व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।



राजनीति से जुड़े सवाल जवाब

पत्रकारों से बातचीत करते हुए टिकेत ने कहा की अधिकारियों से मीटिंग करके निर्णय लिया गया है की शाम तक तहसील खुली रहेगी ताकि तहसील मे मोजूद कर्मचारी अपना काम निपटा सके। उन्होंने कहा की बुधवार से चोपटा तहसील बंद रहेगी। उन्होंने कहा की यहां स्थानीय कमेटी ने निर्णय लिया है की जब तक किसानों को बीमा नहीं मिलेगा तब तक चोपटा तहसील के गेट पर ताला लगा रहेगा। पूछे गए सवाल पर जवाब देते हुए कहा की कृषि मंत्री ने सही कहा है यूपी के नेता यूपी तक सीमित रहें। उन्होंने बीजेपी को घेरते हुए कहा की ये तो देश को बांटने का काम कर रहे है। जब तक देश का तिरंगा एक रहेगा, जहां जहां नैशनल फ्लेग जाता रहेगा वहां वहां हम जाते रहेंगे। बीजेपी अपने नेताओं से तंग है सबसे ज्यादा बिना किसी के नाम लिए गुजरात के जो नेता है उनसे तंग है। बीमा क्लेम को लेकर टिकेत ने कहा की अधिकारियों से मीटिंग हुई है, अधिकारियों ने 8 दिन का समय मांगा है उसके बाद ही कमेटी अगला फैसला लेगी तब तक ताला बंदी और धरना- प्रदर्शन जारी रहेगा।

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