बड़ी खबर! हरियाणा में 1700 किसानों को मिला 1.92 करोड़ का मुआवजा, इन किसानों ने किया था आवेदन

बड़ी खबर! हरियाणा में 1700 किसानों को मिला 1.92 करोड़ का मुआवजा, इन किसानों ने किया था आवेदन
X

बड़ी खबर! हरियाणा में 1700 किसानों को मिला 1.92 करोड़ का मुआवजा, इन किसानों ने किया था आवेदन

खेत खजाना, फतेहाबाद : पिछले साल खरीफ सीजन में जिन किसानों की फसल प्राकृतिक आपदा से खराब हुई थी। उन किसानों को बीमा मिलना शुरू हो गया। शुरूआत में उन किसानों को बीमा मिल रहा है। जिनकी फसल जुलाई में खराब हुई थी। कृषि विभाग के अनुसार ये क्लेम आना शुरू हुआ है ये फसल प्राकृतिक आपदा से खराब होने पर आ रहा है। वहीं जल्द ही औसत उत्पादन के आधार पर भी बीमा आएगा। जिले में गत वर्ष कपास का उत्पादन बेहद कम हुआ था। ऐसे में उम्मीद है कि इस बार भी गत वर्ष की तरह औसत उत्पादन के आधार पर 100 करोड़ रुपये बीमा के आएंगे। जिले में अब 1 करोड़ 192 लाख रुपये किसानों के साथ में बजाज आलियांज कंपनी ने जारी किए हैं। ये रुपये जिले के 1700 किसानों में जारी हुए हैं। वैसे जिले के 8700 किसानों ने गत खरीफ सीजन मैं फसल प्राकृतिक आपदा से खराब होने पर आवेदन किया था। जिसमें से अब रुपये जारी हुए है। विदित रहे कि गत खरीफ सीजन में जिले के

करोड़ का मुआवजा 1700 किसानों को मिला 1.92 करोड़ पिछले साल बारिश से खराब फसलों मुआवजा जारीए 8700 किसानों ने किया था आवेदन

प्रधानमंत्री बीमा योजना से किसान हुए जोखिम मुक्त

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2015 में शुरू हुई। शुरूआत में पहले 2017, 2019 व 2020 में भी किसानों की फसल खराब इसका बड़े स्तर पर विरोध हुआ था। लेकिन अब वह योजना किसानों के लिए लाभदायक हो गई। यू कहे कि किसानों की खेती अब जोखिम मुक्त हो गई। अब हर वर्ष खरीफ सीजन में किसानों के खाते में रुपये आ रहे है। गत वर्ष फसल बीमा योजना के तहत 102 करोड़ रुपये का क्लेम जारी हुआ। इससे कई क्षेत्रों में गेहूं की बिजाई भी नहीं जिले में बेहद बारिश से हजारों एकड़ हुई। ऐसे में परेशानी अधिक आईं। कृषि विभाग का कहना है कि कपास जिले में काटन का उत्पादन इस बार किसानों के खाते में प्रति एकड़ 10 उत्पादक अधिकांश किसानों का भी बेहद कम हुआ है। जो औसत से लेकर 20 हजार रुपये तक आ सकते है।

जिले के 1700 किसानों के खाते में अब तक 1 करोड़ 92 लाख रुपये जारी हुए है। ये रुपये जलभराव व अन्य प्राकृतिक आपदा से फसल खराब होने पर जारी हुए है। औसत उत्पादन के आधार पर अप्रैल तक किसानों के खाते में रुपये जारी कर दिए जाएंगे।

डॉ राजेश सिहागए उपनिदेशक कृषि एवं किसान कल्याण

Tags:
Next Story
Share it