फसलों में नुकसान के आकलन के लिए फील्ड में उतरीं टीमें, 7 दिन में विशेष गिरदावरी के आदेश

फसलों में नुकसान के आकलन के लिए फील्ड में उतरीं टीमें, 7 दिन में विशेष गिरदावरी के आदेश
X

मौसम की मार • जिले के रानियां, ऐलनाबाद और बड़ागुढ़ा खंड के 100 से अधिक गांवों में भारी नुकसान

फसलों में नुकसान के आकलन के लिए फील्ड में उतरीं टीमें, 7 दिन में विशेष गिरदावरी के आदेश

सिरसा जिले के रानियां, ऐलनाबाद और बड़ागुढ़ा सहित कालांवाली क्षेत्र में शुक्रवार को हुई भारी ओलावृष्टि और बेमौसमी बरसात के कारण किसानों को फसलें तबाह हो गई हैं।

नुकसान का प्राथमिक आकलन करने के लिए डीसी पार्थ गुप्ता ने कृषि विभाग से लेकर एसडीएम, तहसीलदार और पटवारियों की टीम फोल्ड में उतार दी है। डीसी ने सभी एसडीएम से अपने-अपने एरिया की रिपोर्ट मांगी है।

शनिवार देर शाम सरकार की ओर से फसलों में हुए नुकसान की स्पेशल गिरदावरी करने के ऑर्डर जारी कर दिए गए हैं। जिस पर डीसी ने सभी एसडीएम और तहसीलदारों को एक सप्ताह के दौरान स्पेशल गिरदावरी करवाकर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है।

इधर बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने भी रानियां हलके का दौरा करके किसानों को नुकसान की भरपाई का आश्वासन दिया है। सभी एसडीएम ने अपने-अपने एरिया की रिपोर्ट डीसी को सौंपी है। जिसमें ओलावृष्टि से प्रभावित इलाकों में गेहूं और सरसों सहित सब्जी की फसल को भारी नुकसान बताया गया है। इधर किसानों ने स्पेशल गिरदावरी की मांग को लेकर सिरसा के लघु सचिवालय में धरना दिया और ज्ञापन सौंपा है। किसानों ने कहा कि उनकी 90 से 95 प्रतिशत फसल तबाह हो गई है।

सरकार उनको मुआवजा देकर राहत प्रदान करें यहाँ बता दें कि ऐलनाबाद, बड़ागुवा और रानियां खंड के करीब 100 से अधिक गांव में फसलों को भारी नुकसान है। वहीं पूरे जिले में तेज हवाओं के कारण गेहूं की फसल बिछ गई है। उन्हें भी 10 से 20 प्रतिशत नुकसान बताया जा रहा है। शुक्रवार को सिरसा एसडीएम राजेंद्र कुमार, तहसीलदार विनती और रानियां के तहसीलदार हरीशचंद्र बिजारणियां ने अपने-अपने एरिया में दौरा करके डीसी को रिपोर्ट दी है।

जमीन 42 हजार रुपये प्रति एकड़ ठेके पर लेकर की थी गेहूं की खेती

गांव मेहनाखेड़ा के किसान बाबूराम ने बताया कि वह छोटा किसान है। इसलिए पांच एकड़ जमीन ठेके थी। जिसका 42 हजार रुपये प्रति एकड़ भुगतान किया था। उम्मीद थी कि सरसों व गेहूं उत्पादन अच्छा होगा। लेकिन कुछ घंटों में तेज बारिश के साथ चार बार ओलावृष्टि हुई। उनके अरमानों पर हुई बर्फवारी से पूरी फसलें तबाह हो गई। ठेके पर जमीन गेहूं उगाने से लेकर पकने तक लागत 70 हजार रुपये प्रति एकड़ पड़ चुकी है।

हरियाणा में हजारों किसानों को बीमा क्लेम का पहला स्लॉट हुआ जारी, बाकी किसानों को मिलेगी जल्द राहत

https://khetkhajana.com/agriculture-news/1341.html

फसलों का नुकसान 90 फीसदी से अधिक है। उनको खाने तक के अनाज की चिंता सताने लगी है। इसी तरह गांव खारियों के किसान भूराराम ने बताया कि उसके खेत में खड़ी सरसों में सिंगल फली तक नहीं बची काट पड़ी सरसों के दाने पानी के साथ वह गए। गेहूं, सरसों व चारे तक को नष्ट कर दिया। सरकार से मांग है कि किसानों की फसलों की भरपाई करवाए।

सब्जी की फसल 90 फीसदी नष्ट 70 हजार रुपये प्रति एकड़ ठेके पर जमीन लेकर की गई थी काश्त

ऐलनाबाद रकबे से लेकर रानियां, बड़गुड़ा रोड़ी और कालांवाली एरिया के दौरान पकाव पर चल रही सरसों, गेहूं की फसलों को तो भारी नुकसान है। इसके अलावा रानिया क्षेत्र के जीवननगर संतनगर बेल्ट में सब्जी की खेती भी बड़े स्तर पर होती है। यहां पर इस बार किसानों ने टमाटर, भिंडी, चप्पनकटू सहित अन्य सब्जियां लगा रखी थी। जो ओलावृष्टि की वजह से 90 फीसदी नष्ट हो चुकी है। यहां पर किसानों ने 70 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से जमीन ठेके पर लेकर सब्जी की फसल लगा रखी है। किसान सोनू कुमार ने बताया कि वे तीन दोस्तों ने मिलकर 70 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से आठ एकड़ जमीन ठेके पर ली थी। जिसमें सब्जी की फसल थी। फसलें अच्छी थी। एक एकड़ फसल तैयार करने में 70 हजार रुपये ही ऊपर खर्चा लग गया था। इस प्रकार उन्हें डेढ़ लाख रुपये तो सीधा ही नुकसान प्रति एकड़ के हिसाब से हो गया है। वे तो अब कर्जदार हो गए हैं। जिले में सब्जी की फसल नष्ट होने से इसका आगे मार्केट में भी असर दिखेगा।

कृषि विभाग के खंड कार्यालय में दे सकते हैं एप्लीकेशन

जिला कृषि अधिकारी डॉ. बाबूलाल ने बताया कि किसानों के नुकसान के आकलन के लिए वैसे तो क्रॉप कटिंग का कार्य चल रहा है। उसमें नुकसान का आकलन आ जाएगा। वहीं किसान नुकसान के बारे में रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए ब्लॉक स्तर पर विभाग के कार्यालय में एप्लीकेशन दे सकते हैं। सभी कृषि अधिकारियों को एप्लीकेशन लेने के आदेश दे दिए हैं।

सिरसा। ओलावृष्टि से नष्ट हुई सब्जी की फसल दिखाता किसान सोनू और फसलों- नुकसान का जायजा लेते सिरसा एसडीएम राजेंद्र कुमार

Tags:
Next Story
Share it