हरियाणा के इस जिले में 5 लाख एकड़ में फसलें तबाह, किसान बोले-कम नुकसान दिखा रहे अफसर, कैसे होगी इनकी भरपाई

हरियाणा के इस जिले में 5 लाख एकड़ में फसलें तबाह, किसान बोले-कम नुकसान दिखा रहे अफसर, कैसे होगी इनकी भरपाई
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हरियाणा के इस जिले में 5 लाख एकड़ में फसलें तबाह, किसान बोले-कम नुकसान दिखा रहे अफसर, कैसे होगी इनकी भरपाई

खते खजाना। हरियाणा प्रदेश में बेमौसमी बारिश व ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों के मुआवजे के लिए ई.फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अब तक 4ए837 गांवों के 91ए760 किसान आवेदन कर चुके हैं। आप जानकर यहां हैरान होंगे कि इन 91760 किसानों ने 509074 एकड़ रकबे में फसलें खराब होने की सुचना दी हैं। पटवारियों ने 8123 एकड़ रकबे की जांच भी कर ली है। सीआरओ व एसडीएम के अलावा डीसी भी जांच कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण के बाद ही खराब फसल के मुआवजे के लिए ई.फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर आवेदन होंगे।

सिरसा के किसानों ने उपायुक्त से बात करते हुए कहा कि बड़गुढाए कालांवालीए रानियां व ऐलनाबाद क्षेत्र के 100 से अधिक गांवों की फसलें तबाह हुई हैं। ई.फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर 72 घंटे में रिपोर्ट दर्ज करानी होती हैए पर पोर्टल ही बंद पड़ा है। इसके चलते आवेदन ही नहीं हो पाए। ऐसे में मुआवजा कैसे मिलेगा। फसलें 100% तबाह हो गई हैं।  जबकि पटवारी, तहसीलदार गिरदावरी में 50-60% ही नुकसान दिखा रहे हैं। डीसी पार्थ गुप्ता ने कहा कि प्राथमिक सर्वे में 65 गांवों की फसलों में नुकसान सामने आया है। गिरदावरी शुरू करा दी है। कोई भी दिक्कत आए तो एसडीएम को शिकायत दें। किसानों के साथ अन्याय नहीं होगा। सभी को मुआवजा मिलेगा।

30-31 मार्च को बारिश के साथ कई में जिलों में ओलावृष्टि की भी चेतावनी

किसानों ने पिछले नुकसान को लेकरर अभी तक राहत की सांस भी नही ली है। जबकि किसानों पर 30.31 मार्च को फिर खतरा मंडराने लगा है। मौसम विभाग के अनुसारए प्रदेश में 29 मार्च की है। रात से फिर पश्चिमी विक्षोभ असर दिखाएगा। इससे और 30 व 31 मार्च को बारिश की संभावना है। 31 को पंचकूला, अम्बाला,यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, प्रोड करनाल, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, जींद में कहीं कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि जहां ओलावृष्टि हुई और फसल बिछ गईए के वहां नुकसान हो सकता है।

श्मेरी फसल मेरा ब्योरा 1 अप्रैल से 408 मंडियों में गेहूं की सरकारी खरीदए 85 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य

मंडियों में 1 अप्रैल से होने वाली रबी की सबसे बड़ी फसल गेहूं की सरकारी खरीद की तैयारियां शुरू हो गई हैं। सरकार ने गेहूं खरीद के लिए 108 मंडियों व खरीद केंद्रों का चयन किया है। इस बार 85 लाख मीट्रिक टन गेहूं की सरकारी खरीद का लक्ष्य रखा है। बता दें कि पिछली बार अचानक पारा बढ़ने से गेहूं उत्पादन घट गया था। इसके कारण महज 43 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हो पाई थी। हरियाणा से फूड सप्लाई 32.5% हैफेड 42.5% एचएसडब्ल्यूसी 15% और एफसीआई 10%  खरीद करेगा। बता दें कि इस बार 23.64 लाख हेक्टेयर रकबे में गेहूंए 37ण्34 हजार हेक्टेयर में चना 7ण्26 लाख हेक्टेयर में सरसों और करीब 14 हजार हेक्टेयर जा चुकी है।

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