क्या है सरसों बेचने का सही समय, देखें ताजा रिपोर्ट

क्या है सरसों बेचने का सही समय, देखें ताजा रिपोर्ट
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Today Haryana, New Delhi

किसान साथियो सरसों में अब फिर से अनिश्चितता का माहौल बनने लगा है। जानकार मार्केट की चाल को समझने की कोशिश कर रहे हैं। दीवाली का त्यौहार नजदीक आ गया है। अब स्टॉकिस्टों की को दिवाली के बाद सरसों की चाल को लेकर चिंता होने लगी है। इसलिए किसान और स्टॉकिस्ट अपना माल निकलने लगे हैं। यही कारण है कि सरसों की दैनिक आवक बढ़कर तीन लाख बोरियों की हुई। हालांकि की मार्केट में बड़ी मंदी जैसा कुछ नहीं दिखा लेकिन जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 75 रुपये कमजोर होकर 6,650 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। जबकि भरतपुर में सरसों के भाव ₹25 कमजोर होकर ₹6250 प्रति क्विंटल तक रहे। चरखी दादरी मंडी में सरसों का भाव 6200 और दिल्ली लारेंस रोड पर सरसों का अंतिम भाव ₹6250 प्रति क्विंटल तक प्रति क्विंटल तक रहा. Today Haryana ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

हाजिर मंडियों के भाव

हाजिर मंडियों में सरसों के भाव की बात करें तो नोहर मंडी में सरसों का भाव 5950, संगरिया मंडी में सरसों का भाव 5901, पदमपुर मंडी में सरसों का रेट 6029, पदमपुर मंडी में सरसों का रेट 6019, रायसिंहनगर मंडी में सरसों का भाव 6151, गजसिंहपुर मंडी में सरसों का भाव 5964, घड़साना मंडी में सरसों का रेट 5985, सरदार शहर मंडी में सरसों का रेट 5600, हनुमानगढ़ मंडी में 35 लेब सरसों का भाव 5326, रावला मंडी में सरसों का टॉप भाव 5900, अनूपगढ़ मंडी में सरसों का रेट 5862, सूरतगढ़ मंडी में सरसों का टॉप भाव 5671, श्री गंगानगर मंडी में सरसों का रेट 6171, देवली मंडी में 42 लैब सरसों का भाव 6245 रुपए प्रति क्विंटल रहा। हरियाणा की मंडियों की बात करें तो ऐलनाबाद मंडी में सरसों का रेट 6087, सिरसा मंडी में सरसों का रेट 5840, भट्टू मंडी में 42 लैब सरसों का रेट 6200, आदमपुर मंडी में सरसों का भाव ₹5990 प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया।

इसका फायदा

ब्रांडेड कंपनियों की बात करें तो सलोनी प्लांट पर सरसों के भाव 75 से ₹100 तक कमजोर रहे सलोनी प्लांट पर अंतिम भाव 7125 का रिपोर्ट किया गया। जबकि गोयल कोटा प्लांट पर भी सरसों के भाव ₹100 नरम होकर 6300 पर आ गए। तेलों के बाजार की बात करें तो जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें सोमवार को 10-10 रुपये कमजोर होकर भाव क्रमशः 1355 रुपये और 1345 रुपये प्रति 10 किलो रह गई। इस दौरान सरसों खल की कीमतें 25 रुपये घटकर 2425 रुपये प्रति क्विटल बोली गई।

विदेशी बाजारों की अपडेट

विदेशी बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में आज मिलाजुला रुख बना रहा। सुबह के सत्र में मलेशिया में पाम तेल की कीमतों में मंदा था, लेकिन शाम के सत्र में भाव में सुधार आया। शिकागो में इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग में सोया तेल के भाव में भी सुधार देखने को मिला है। मलेशिया में बीएमडी पर, जनवरी डिलीवरी के वायदा अनुबंध में पाम तेल की कीमतों में शाम के सत्र में तेज होकर भाव 3,878 रिगिंट प्रति टन पहुँच गए। सुबह जब मार्केट खुला तो भाव नर्म थे लेकिन शाम होते होते भाव तेज हो गए। इसके पहले के कारोबारी दिवस में दाम 4.6 फीसदी तक तेज हुए थे। शिकागों के इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग में सोया तेल की कीमतों में 0.8 फीसदी की वृद्धि हुई। इस बीच, डालियान का सबसे अधिक कारोबार वाला सोया तेल अनुबंध 1.26 प्रतिशत नीचे आया, जबकि इसका पाम तेल अनुबंध 0.84 तेज रहा।

क्या यही है सरसों बेचने का सही समय

किसान साथियो सरसों के भाव की चाल को समझने के लिए कुछ बातों को समझना जरूरी है पहली तो यह कि अच्छी बारिश होने के कारण इस साल सरसों की बुवाई में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिल रहीं है। बता दे की सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल 15 अक्तूबर तक देशभर में 67200 हैक्टेयर में सरसों की बिजाई हुई थी, जबकि इस साल यह 4.29 लाख हैक्टेयर को पार कर चुकी है। कृषि के जानकारों का कहना है कि इस साल अक्तूबर में राजस्थान के बड़े हिस्से में बरसात हुई है और भूमि में सरसों के लिए आवश्यक नमी की मात्रा बनी हुई है, जिससे सरसों की बिजाई तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में अगले सीज़न में सरसों का बम्पर उत्पादन होगा।

इसलिए आगे का माहौल समझते हुए सरसों को लंबा स्टॉक करने मे समझदारी नहीं दिख रही है।  बता दे की सरसों की बुवाई बढ़ने का दूसरा बड़ा कारण इस साल सोयाबीन के मजबूत भाव न मिलने को भी माना जा सकता है। किसानों को सरसों सहित अन्य रबी फसलों के समर्थन मूल्य बढ़ने का भी इंतजार है। किसान साथियो विदेशी बाजार मे खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी टिक नहीं पा रही है। जिसका असर घरेलू बाजार में तेलों की कीमतों पर पड़ रहा है। खरीफ फसलों की आवक बढ़ने के कारण भी स्टॉकिस्टों की सरसों में बिकवाली बढ़ी है। दीपावली का त्योहार होने के बावजूद हाजिर बाजार में सरसों के दाम गिर रहे हैं। ऐसे में माल निकालने के बारे में सोचा जा सकता है। बाकी व्यापार अपने विवेक से करें।

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