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आंखों में आंसू, सब कुछ बर्बाद, सब कुछ तहस नैस, कुछ नही बचा, किसानों पर यह कैसी आफत

खेत खजाना। किसानों के लिए मार्च का महिना किसी आफत से कम नही रहा। किसान बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि के कारण राते बिलखते हुए नजर आ रहें है। फसल को बर्बाद होते देख आंखों में आंसू आ गए।

पंजाब के किसानों पर मार्च महीना किसी आफत से कम नहीं रहा। कुछ दिन पहले बेमौसम बरसात के चलते पंजाब के किसानों की खेतों में खड़ी फसल बर्बाद हुई लेकिन अब फिर से हो रही बरसात ने किसानों की बची कुची फसल भी नष्ट हो रही है। संगरूर के लहरागागा के कई गांव में भारी तादाद में ओलावृष्टि ने किसानों के खेतों में खड़ी गेहूं और दूसरी फसलें बिल्कुल बर्बाद कर दीं। मवेशियों के खाने के लिए खेत में हरा चारा भी नहीं बचा। रोते हुए किसानों ने कहा हम बिल्कुल बर्बाद हो चुके हैं। खेत में सफेद रंग की चादर बिछ चुकी हैए गेहूं की फसल का 100ः नुकसान हो चुका है।

फसल को बर्बाद होते देख किसान नवाब सिंह की आंखों में आंसू आ गए। उसने रोते हुए कहा कि उसके पास 6 एकड़ अपने घर की जमीन थीए 2 एकड़ उसने रेंट पर लेकर गेहूं की फसल उगाई थी जो बिल्कुल बर्बाद हो चुकी है। यहां तक उसके मवेशियों के खाने के लिए खेत में हरा चारा भी नहीं बचा है। उसने कहा कि उसने 2 एकड़ ₹70000 प्रति एकड़ के हिसाब से रेंट पर लेकर गेहूं की बिजाई की थी। कुछ ही मिनटों की बरसात ने खेत को बिल्कुल सफेद कर दिया और अगर कुछ बचा है तो वह है आसमान से गिरे ओले। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द हमारी स्पेशल गिरदावरी कर नुकसान की भरपाई करे।

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दूसरी और किसान जग्गा सिंह ने कहा कि हमारे गांव में 100ः फसल का नुकसान हुआ हैए 10 एकड़ जमीन रेंट पर लेकर खेती की थीए जो बिल्कुल बर्बाद हो चुकी है। निचले इलाकों में पानी भर गया है जिससे किसानों का बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है।

मुखिया ने सुनाया गांव का दर्द

गांव के मुखिया जोगिंदर सिंह ने बताया कि हमारे गांव का 100ः फसलों का नुकसान हुआ है। किसी किसान के खेत में चाहे वह गेहूं की फसल हो या सब्जियां होए या मवेशियों को डालने वाला हरा चाराण्ण् सब कुछ बर्बाद हो गया है। ज्यादातर किसानों ने रेंट पर जमीन लेकर खेती की हुई थीए जो बिल्कुल बर्बाद हो चुके है क्योंकि 60000 से लेकर 70000 में रेंट पर प्रति एकड़ जमीन पर मिलती है। हम चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द स्पेशल गिरदावरी कर किसानों के हुए नुकसान की भरपाई करे।

विधायक ने किया मुआवजे का ऐलान

वहींए लहरागागा के विधायक विरेंद्र कुमार गोयल ने कहा कि हमारी सरकार किसानों के हुए नुकसान की भरपाई जल्द करेगी। उन्होंने कहा कि हम ₹15000 प्रति एकड़ के हिसाब से किसानों को मुआवजा देंगे। उन्होंने कहा कि इस बार हमारे इलाके में बहुत ज्यादा ओलावृष्टि हुई है।

किसान असंतुष्ट

इस पर किसान कह रहे हैं कि ₹70000 प्रति एकड़ के हिसाब से जमीन रेंट पर लेकर खेती की हुई हैए फसल 100ः बर्बाद हो चुकी है और सरकार ₹15000 प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा देने की बात कह रही है किसानों के अनुसार नुकसान लाखों में है जिसकी भरपाई सरकार सिर्फ हजारों में कर रही है। किसानों ने कहा सिर्फ 15000 से उनका बीज खाद और स्प्रे का ही हिसाब चुकता नही होता। इसलिए सरकार उन्हे उचित मुआवजा प्रदान करें ताकि किसानों कुछ राहत मिल सकें।

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