20,770 किसानों ने करवाया पंजीकरण, लेकिन पहुंचा नहीं एक भी, आखिर क्यों पसरा सन्नाटा सरकारी केंद्रों पर, msp पर गेहूं खरीद को लेकर क्या कहना है किसानों का

इसी तरह हर साल किसान पंजीकरण तो करवा लेते हैं लेकिन सरकारी केंद्र पर अपनी फसल नहीं बेचते हैं

20,770 किसानों ने करवाया पंजीकरण, लेकिन पहुंचा नहीं एक भी, आखिर क्यों पसरा सन्नाटा सरकारी केंद्रों पर, msp पर गेहूं खरीद को लेकर क्या कहना है किसानों का
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20,770 किसानों ने करवाया पंजीकरण, लेकिन पहुंचा नहीं एक भी, आखिर क्यों पसरा सन्नाटा सरकारी केंद्रों पर, msp पर गेहूं खरीद को लेकर क्या कहना है किसानों का

सरकारी आदेश के अनुसार सरकारी केदो पर गेहूं, सरसों व चने की समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू हो गई है लेकिन पहले ही दिन किसी भी किसान की एंट्री नहीं हुई, खरीद के पहले दिन ही कोई भी किसान अपनी फसल लेकर इन सरकारी केंद्रों पर नहीं पहुंचा पूरा दिन केंद्रों पर सन्नाटा पसरा रहा

क्यों नहीं बेच रहे किसान msp पर अपनी फसल

इस बार बैतूल जिले के 20,750 किसानों ने समर्थन मूल्य पर अपनी फसल बेचने के लिए पंजीकरण करवाया था लेकिन 20 मार्च से यहाँ पर खरीद शुरू हो गई थी. लेकिन हजारों की संख्या में पंजीकरन के बावजूद कोई भी किसान अपनी फसल लेकर इन केदो पर नहीं पहुंच पाया इसी तरह हर साल किसान पंजीकरण तो करवा लेते हैं लेकिन सरकारी केंद्र पर अपनी फसल नहीं बेचते हैं

क्या है समाधान

जिले में समर्थन मूल्य में उपज की खरीदी के लिए 60 खरीदी केन्द्र बनाए हैं। जिसमें से 50 केन्द्रों पर 20 मार्च को पूजा-अर्चना कर खरीदी की शुरूआत कर दी। ऐसे 10 खरीदी केन्द्र हैं, जिनकी अभी अनुमति प्राप्त नहीं हुई है। अधिकारियों का कहना है कि खरीदी केन्द्रों की अनुमति के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखा है।

पंजीयन प्रक्रिया सुधार पंजीयन प्रक्रिया को सुधारकर किसानों को समर्थन मूल्य पर उपज बेचने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। खरीदी केन्द्रों की व्यवस्था सुधार खरीदी केन्द्रों की व्यवस्था में सुधार किया जा रहा है ताकि किसानों को अधिक सुविधा मिल सके।

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