यहां खरीद केंद्रों पर पसरा सन्नाटा: 4300 किसानों में से एक भी किसान नही आया गेहूं लेकर, समर्थन मूल्य है बड़ी वजह

यहां खरीद केंद्रों पर पसरा सन्नाटा: 4300 किसानों में से एक भी किसान नही आया गेहूं लेकर, समर्थन मूल्य है बड़ी वजह
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यहां खरीद केंद्रों पर पसरा सन्नाटा: 4300 किसानों में से एक भी किसान नही आया गेहूं लेकर, समर्थन मूल्य है बड़ी वजह

 खेत खजाना। बड़वाह ब्लॉक में समर्थन मूल्य पर भले ही तीन अप्रैल से खरीदी शुरू कर दी है, लेकिन ब्लॉक के 13 उपार्जन केंद्रों पर दो दिन में एक भी किसान गेहूं की उपज लेकर नहीं पहुंचे है। इसकी मुख्य वजह खुले बाजार में रेट समर्थन मूल्य से अधिक होना रहा है। मंडी में गेहूं 2040 से 2500 रुपए के मूल्य पर बिक रहा है, इसलिए किसान समर्थन मूल्य पर रुचि नहीं ले रहे है।

ब्लॉक के 13 केंद्र पर किसानों के नहीं आने के कारण केंद्रों पर कर्मचारी फ्री बैठे हुए है। प्रत्येक वर्ष शासन की ओर से मिलने वाली तारीख के पहले दिन केन्द्रों पर किसानों को तिलक लगाकर उपज खरीदी जाती है, लेकिन दो दिन में श्री गणेश तो दूर एक दाना की खरीद नहीं हो सकी है।

कारण यह है कि बड़वाह ब्लॉक में 4300 किसानों ने गेहूं की उपज बेचने के लिए पंजीयन तो करवा दिया है, लेकिन अभी एक भी किसान ने समर्थन मूल्य पर गेहूं बिक्री के लिए स्लॉट बुक नहीं किया है, इसलिए एक भी किसान केंद्रों पर नहीं पहुंचा है। बता दें कि प्रत्येक वर्ष भोपाल से करीब 50 किसानों को प्रत्येक दिन मैसेज आता था।

इसके आधार पर किसान अपनी उपज लेकर केंद्रों पर पहुंचते थे, लेकिन इस वर्ष स्वयं किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए स्लॉट बुक करवाना है, उसमे भी एक सप्ताह का समय दिया गया है। कृषक कभी भी केंद्रों पर पहुंच कर गेहूं विक्रय कर सकता है। बड़वाह खाद्य व आपूर्ति अधिकारी अमिताभ शुक्ला ने बताया कि बड़वाह क्षेत्र में छह व सनावद क्षेत्र में सात उपार्जन केन्द्र बनाए गए है।

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कुछ 13 केंद्रों पर दो दिन में एक भी कृषक उपज लेकर नहीं पहुंचा है। उल्लेखनीय है कि इस बार शुरुआत से ही किसानों का रुझान मंडी के ओर ज्यादा दिखाई दिया। यहीं कारण है कि ब्लॉक में पिछले वर्ष भी यही स्थिति थी। 13 में से 10 केंद्रों पर तो एक भी किसान उपज लेकर नहीं पहुंचा था।

गेहूं में 12 प्रतिशत से अधिक न हो नमी

समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू हो चुकी है। खाद्य अधिकारी अमिताभ शुक्ला ने बताया कि गेहूं में नमी 12 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। यदि 12 प्रतिशत से 14 प्रतिशत के बीच नमी पाई गई तो राशि की कटौती की जाएगी। 14 प्रतिशत से अधिक नमी होने पर उपार्जन नहीं किया जाएगा। इसलिए उन्होंने किसानों से अपील की है कि समर्थन मूल्य के केंद्र पर अपनी गेहूं की उपज सुखाकर व छन्ना लगाकर निर्धारित एफएक्यू मापदंड अनुसार ही विक्रय के लिए उपार्जन केंद्रों पर ले जाएं।

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यहां पर बनाए केंद्र

बड़वाह क्षेत्र में आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था बलवाडा का केंद्र मंडी परिसर बलवाडा में,आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था जेठवाय का केंद्र संस्था परिसर जेठवाय,वृहताकार सहकारी संस्था बड़वाह का केंद्र महेश्वर रोड माँ नर्मदा वेयर हाउस,दि.को-ऑपरेटिंव्ह मार्के.सोसाइटी सनावद-बड़वाह का केंद्र कृषि उपज मण्डी परिसर बड़वाह में,सेवा सहकारी संस्था काटकूट का केंद्र संस्था परिसर काटकूट,सेवा सहकारी संस्था बागोद का केंद्र मण्डी परिसर बागोद में बनाया गया है।

सनावद क्षेत्र में बनाए केंद्र

सेवा सहकारी समिति भूलगांव-राहडकोट का केंद्र संस्था परिसर भूलगांव, आदिम जाती सेवा सहकारी संस्था कानापुर का केंद्र संस्था परिसर कानापुर, दि.को-ऑपरेटिंव्ह मार्के.सोसाइटी सनावद का केंद्र वेयर हाउस ओंकारेश्वर रोड सनावद, सेवा सहकारी संस्था बेडिया का केंद्र संस्था परिसर बेडिया, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था भानबरड का केंद्र पुनासा रोड करोली, सेवा सहकारी संस्था बडूद का केंद्र संस्था परिसर बडूद, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था बांगरदा का केंद्र संस्था परिसर बांगरदा में बनाया गया है।

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