हरियाणा के इस किसान के हुई रिकाॅर्ड तोड़ सरसों, खाद-स्प्रे किए बिना इस तरीके से लिया बम्पर उत्पादन

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हरियाणा के इस किसान के हुई रिकाॅर्ड तोड़ सरसों, खाद-स्प्रे किए बिना इस तरीके से लिया बम्पर उत्पादन

खेत खजाना। आज के दौर में किसान अपनी फसलों में अधिक उत्पादन लेने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रयोग और तरीके अपनाता है। इसके साथ ही फसलों में अधिक लाभ हो इसके लिए अपनी फसल में अंधाधुंध किटनाशक स्प्रे व खादों का प्रयोंग करता है। फिर भी अपनी सोच से अधिक उत्पादन नही उठा पाता है। लेकिन हरियाणा के भिवानी जिले के गांव ईशरवाल में एक किसान ने सरसों की फसल में रिकाॅर्ड तोड़ उत्पादन लिया है। जबकि उसने सरसों की फसल में सीमित खाद व किटनाशक स्प्रे का इस्तेमाल किया था। तो आइये जानते इस किसान का खेती करने का तरीका क्या है? सरसों की कब बिजाई हुई थी, कितना पानी दिया था, कौन सी वैरायटी का इस्तेमाल किया था इन सब सवालों का जवाब इस किसान से जानते है।

अधिक जानकारी के लिए आपको बता दें कि भिवानी जिले के गांव ईशरवाल में किसान अनिल मैहरा ने सरसों की फसल में रिकाॅर्ड तोड़ पैदावार ली है। जबकि किसान ने सीमित मात्रा में स्प्रे व खाद का प्रयोग किया था। किसान अनिल फिलहाल सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना है। किसान अनिल मैहरा ने सरसों की बिजाई लगभग 6 एकड़ में की हुई थी। उसके पास 3-3 एकड़ के दो खेत है, किसान ने एक खेत में स्टार एग्रोसिड्स वैरायटी स्टार 10-15 की बिजाई की हुई थी। जिसका उत्पादन प्रति एकड़ 28 मण से उपर हुआ था।

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सरसों की बिजाई का समय

किसान अनिल मैहरा ने बताया कि लगभग किसान अगेती फसल लेने के चक्कर में फसल की बिजाई करने के लिए समय का ध्यान नही रखते है जल्द से जल्द फसल की बिजाई करने की सोचते है। जो कि गलत है, उन्होने बताया कि फसल की बिजाई करने के लिए सही समय का प्रयोग करना चाहिए। अनिल ने बताया कि उन्होने सरसों की बिजाई 11 महिने की तारिख को की थी। तीन एकड़ में स्टार 10-15 वैरायटी का बिज बोया गया था।

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सरसों की फसल में खाद, स्प्रे व पानी

किसान अनिल ने बताया कि सरसों की बिजाई करते समय उन्होने एसएसपी खाद का छिड़काव किया था। उसके बाद पहले पानी में प्रति एकड़ के हिसाब से एक बैग युरिया डाला गया था। उन्होने बताया कि सरसों कि फसल में सिर्फ तीन नहरी पानी दिए गए थे। लेकिन इस फसल में उन्होने कोई किटनाशक दवा या फिर कोई स्प्रे का इस्तेमाल नही किया था। जो अब 28 मण प्रति एकड़ के हिसाब से सरसों का उत्पादन हुआ है।

किसान अनिल किसानों को जागरूक करते हुए कहा कि किसान भाई अधिक पैदावार लेने के चक्कर में अधिक खाद व किटनाशक स्प्रे का इस्तेमाल न करें। इससे जमीन की उर्वरा शक्ति पर असर पड़ता है। साथ ही खाद्य प्रदार्थो में जहर का प्रवेश होता है। जिससे बिमारियां फैलने का खतरा बना रहता है। दूसरा किसान अधिक किटनाशक व खाद से पैसों की बर्बादी कर रहें है। किसान भाई ऐसा कभी न करें। सही बीज, समय अनुसार बिजाई, समय पर फसल को पानी देना, इस बात पर ध्यान दें। अवश्य ही पैदावार अधिक होगी।

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