गेंहू के भूसे के लिए मची हाहाकार, तेज आंधी ने मवेशियों के अरमानों पर फेरा पानी, यहां तक बढ़ेगा भूसे का भाव

गेंहू के भूसे के लिए मची हाहाकार, तेज आंधी ने मवेशियों के अरमानों पर फेरा पानी, यहां तक बढ़ेगा भूसे का भाव
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गेंहू के भूसे के लिए मची हाहाकार, तेज आंधी ने फेरा मवेशियों के अरमानों पर पानी, यहां तक बढ़ेगा भूसे का भाव

खेत खजाना: गेहूं का सीजन अपने आखिरी चरम सीमा पर है। बेमौसम हुई भारी बारिश ने सरसों और गेहूं की फसल को काफी नुकसान हुआ है। बारिश के कारण गेहूं की फसल खराब हो गई थी । अबकी बार भी पिछले साल की तरह गेहूं का उत्पादन कम हो रहा है । ऐसे में गेंहू कटाई का सीजन अंतिम पड़ाव पर है। उत्पादन कम होने की वजह से किसानों में तुड़ी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है । किसानों को अपने पशु पालने के लिए महंगे रेट पर भी तुड़ी नहीं मिल रही है।

कुछ किसानों का कहना है की मंगलवार देर रात आई तेज आंधी ने गेंहू के भूसे को नुकसान पहुंचाया है । किसानों को कुछ हद तक उम्मीद थी की एक एकड़ में उनकी 12 से 15 क्विंटल तक तुड़ी का उत्पादन हो जाएगा लेकिन जिन किसानों की फसल की तुड़ी बनी हुई खेत पड़ी थी वह आंधी के तेज बहाव से उड़ गई। आंधी की वजह से उन्हे काफी नुकसान हुआ है। किसानों का कहना है की तुड़ी की पूर्ति करने के लिए उन्हे महंगे दामों पर भी नहीं मिल रही है । ऐसे में भूसे को लेकर काफी परेशान है ।

अधिक जानकारी के लिए आपको बता दें की गेहूं की तरह भूसे का रेट भी आसमान छू रहा है। गेहूं का भूसा अब भी ₹600 से लेकर ₹700 क्विंटल तक बिक रहा है गेहूं का सीजन चल रहा है लेकिन फिर भी गेहूं के दाम बढ़ रहे हैं आम जनता महंगाई के कारण पहले ही पस्त है अब गेहूं व आटा के रेट के कारण आम जनता को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही हैं

गेहूं के भूसा का रेट बढ़ने से पशुपालक परेशान हैं। गेहूं कटाई से ठीक पहले हुई बेमौसम की बारिश और ओलावृष्टि ने गेहूं की फसल को लगभग नष्ट कर दिया है। बारिश के कारण किसानों की फसल चौपट हो गई है गेहूं का उत्पादन कम होने के कारण भूसे मैं भी भारी कमी देखी गई है। किसान अपना भूसा बेचने को तैयार नहीं है। बारिश के डर से सभी किसान अपनी फसलों को कटाई और कढ़ाई में लगे हुए हैं। ताकि उनका और नुकसान ना हो सके।

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क्या सस्ता होगा भूसा

पशुपालकों को भूसे की किल्लत सता रही है उन्हें डर है कि अगर यही भाव रहा तो उनके पशुओं के लिए चारा नहीं बच पाएगा। पिछले 6 महीने से भूसे के रेट में लगातार तेजी आ रही है। जिसके कारण दूध भी महंगा हो गया है। फिलहाल तो गेहूं के भाव तेजी पकड़ रहे हैं लेकिन अगर गेहूं के भाव यूं ही बढ़ते रहे तो भूसे के भाव भी बढ़ेंगे। कुछ किसानों ने तुड़ी में अधिक मुनाफा कमाने के लिए पहले से ही स्टॉक कर रखा है। आने वाले समय मे अधिक दाम पर बेचने के फिराक में है । इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की आने वाले समय में तुड़ी की किल्लत देखते हुए भाव में और तेजी आ सकती है।

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