शुरूआती दौर में ही मूड़कर मुरझा रहें है कपास के पौधे? किसान समाधान के लिए करें यह उपाए

शुरूआती दौर में ही मूड़कर मुरझा रहें है कपास के पौधे? किसान समाधान के लिए करें यह उपाए
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शुरूआती दौर में ही मूड़कर मुरझा रहें है कपास के पौधे? किसान समाधान के लिए करें यह उपाए

खेत खजाना। जैसा कि आप सभी भली भांति जानते ही हैं। फिलहाल नरमा बिजाई का समय चल रहा हैं। ऐसे में किसान कड़ी महनत के साथ खेतों को पानी देना, बुआई-गढाई का काम दिन रात एक किए हुए है। कुछ किसानों गेंहु व सरसों की फसल का काम निपटा कर कपास की बिजाई कर दी है। लेकिन जिन किसानों ने कपास की खेती समय से पहले अगेती बिजाई की थी। उन किसानों के लिए एक बड़ी समस्या निकल कर सामने आ रही है। इस समस्या को लेकर किसान काफि परेशान है। समस्या को दूर करके करने के लिए सोशल मीडिया व दूसरें किसानों से

राय ली जा रही है। लेकिन इसका कोई समाधान नही निकल रहा है। आज आप और हम इस लेख के माध्यम से इस गंभीर समस्या पर चर्चा करेंगे।

शुरूआती दौर में ही कपास के पौधे का एक दम से मुरझाना इस रोग में पहला दिखने वाला रोग हैं। और यह रोग घातक भी जैसा कि आप सभी जानते ही है। अगर कपास के पौधे में शुरूआती दौर में ही रोग लग जाए तो वह फसल अधिक उत्पादन नही देगी। या फिर समय रहते किसी कृषि विशेषज्ञय व डाॅक्टरों से राय लेकर इसको रोग दिया जाए तो फसल अच्छी खासी गा्रेथ कर सकती है।

कपास के पौधों का मुरझाना इस रोग में दिखने वाला पहला लक्षण है। इसके कारण गंभीर मामलों में सारी पत्तियां झड़ सकती हैं या पौधा गिर सकता है। पौधे का तेज़ी से मुरझाना वह विशेष लक्षण है जो जड़ गलन को इस लक्षण वाले अन्य रोगों से अलग करता है। शुरुआत में खेत में केवल कुछ पौधे प्रभावित होते हैं। फिर समय के साथ रोग इन पौधों के चारों तरफ़ घेरा बनाते हुए पूरे खेत में फैल जाता है। ज़मीन के ऊपर पौधे का मुरझाना वास्तव में रोग की बाद की अवस्था प्रदर्शित करता है।

इन लक्षणों का कारण बीज और मिट्टी में बढ़ने वाला फफूंद मैक्रोफ़ोमिना फ़ैज़ियोलिना है। यह दुनिया भर में कपास का एक महत्वपूर्ण और व्यापक रोग है। यह करीब 300 अन्य पौधों को भी प्रभावित कर सकता है जिनमें मिर्चए तरबूज.खरबूज या खीरा शामिल हैं। यह रोगजनक मिट्टी में जीवित रहता है और इसे कपास की जड़ों में आसानी से विकास के मौसम की बाद की अवधि के दौरान अलग किया जा सकता है।

इस समस्या पर कैसे पांए नियंत्रण

अब तक कपास के पौधे मुरझाने व प्रभावी नियंत्रण पाने वाले किसी जैविक एजेंट की जानकारी नहीं है। यदि आपको कोई ऐसा उपचार पता है जो कपास में रोग लगने और उसके फैलने को कम करने में मददगार हैए तो कृपया खबर के नीचे दिए गए काॅमेंट बाॅक्स में जरूर बताएं ताकि किसान आप लोगों कि उचित जानकारी लेकर अपनी खराब हो रही कपास की फसल को समय रहते बचा लें।

किसान है तो हम है। जय जवान जय किसान।

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