कृषि समाचार

30 अप्रैल सरसों, 15 मई गेहूं की सरकारी खरीद का अंतिम दिन, लक्ष्य अभी भी अधूरा

30 अप्रैल सरसों, 15 मई गेहूं की सरकारी खरीद का अंतिम दिन, लक्ष्य अभी भी अधूरा

मंडी में सीजन समाप्ति की ओर लेकिन गेहूं की आवक अभी न के बराबर

खेत खजाना: अनाज मंडियों में गेहूं और सरसों की सरकारी खरीद का समय अंतिम कगार पर है। मंडी में 30 अप्रैल तक सरसों और 15 मई तक गेहूं की सरकारी खरीद होगी। कारण है कि इसके बाद सरकार की और से गेहूं और सरसों की सरकारी खरीद बंद होने वाली है। आलम है कि अभी भी एजेंसियां सरकारी खरीद का लक्ष्य पूरा नहीं कर पाई है। ऐसे में लक्ष्य में चूक हो सकती है। हिसार ही नहीं प्रदेश भर से सरकारी खरीद का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया है। आढ़ती और एजेंसियाँ पहले ही फसली सीजन समाप्ति की और होने का चेता चुकी है।

इन दिनों मंडी में गेहूं और सरसों की आवक भी पहले से कम हो गई है। गेहूं की आवक न के बराबर है। दो दिनों से करीब एक हजार से 500 क्विंटल आवक है। अधिकांश किसान अपनी फसल पहले ही बेच चुके हैं। प्राइवेट में फसलों के दम मंदे है। कुछ किसानों ने गेहूं और सरसों दोनों ही घरों में भंडारण कर ली है।

यह सभी किसान फसल के दामों में बढ़ोतरी के इंतजार में है। अगर सरसों भाव में तेजी आती है तो मंडी में आवक बढ़ने की संभावना होगी। सूत्रों की मानें तो प्रदेश से करीब तीन लाख 70 हजार मीट्रिक टन सरसों की सरकारी खरीद का लक्ष्य है। बता दें कि सरसों को 20 मार्च से सरकारी खरीद शुरू हुई थी। इससे पहले सैफेड ने खुद के लिए सरसों की कर्मशियल खरीद शुरू की थी, वो बाद में बंद करवा दी थी। 2 अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हुई थी।
प्राइवेट में ना के बराबर रही खरीद: हिसार मंडी में वीरवार को 544 क्विंटल गेहूं की आवक हुई इसमें से 467 क्विंटल गेहूं सरकारी खरीद में बिका। मंडी में 13 हजार 600 क्विंटल सरसों की आवक हुई। इसमें से 11 हजार 658 सरसें सरकारी में बिकी। प्राइवेट में गेहूं द्वारा की जा रही है। व सरसों ना के बराबर खरीद रही। वीरवार को व्यापारियों ने ज्यादा रूचि नहीं दिखाई।

जिले से 3 लाख 46 हजार एमटी गेहूं, 41 हजार एमटी सरसों की हुई खरीद:

उपायुक्त उत्तम सिंह ने बताया की ने बताया कि जिले में गेहूं की खरीद का कार्य खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग, हैफेड तथा हरियाणा वेयर हाउसिंग कारपोरेशन द्वारा की जा रही है । गत मंगलवार तक 3 लाख 46 हजार 250 मीट्रिक टन (एमटी) गेहूं की खरीद की जा चुकी है। मंडियों में 22 हजार 462 किसानों से हैफेड द्वारा 41 हजार 363 मीट्रिक टन सरसों की खरीद की गई है।
नियमों में छूट के बाद आई तेजी

• नैफेड के लिए हैफेड सरसी की सरकारी खरीद कर रही- भाव 5450 रुपये प्रति क्विंटल • एफसीआइ के लिए गेहूं की सरकारी खरीद चार एजेंसियां कर रही भाव 2125 रुपये प्रति क्विंटल

• शुरू में गेहूं व सरसों में नमी, तेल की मात्रा, बदरंग व अन्य कारणों के चलते खरीद घर रोक लगा दी थी। बाद में नियमों में छूट दी और सरकारी खरीद में इजाफा हुआ।

• अब एजेंसिया गेहूं व सरसों की काफी तेजी से खरीद में जुटी है।

नई अनाज मंडी में गेहूं की लगी देरिया

प्राइवेट में ऊपर से ही भाव मंदे है। गेहूं की 2126 रुपये प्रति क्विंटल भाव में खरीद की है। मगर सरसों का भाव मंदा है और डिमांड है नहीं। किसान सरसों सरकारी भाव में बेच रहे है ।
अशोक कुमार मंडी सुपरिवाइजर

 

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