एक साथ 14 ड्रोन खरीदने वाले हवा सिंह बने देश के पहले किसान, किसानों को किराए पर देंगे ड्रोन, 2.25 करोड़ रुपए किए खर्च

एक साथ 14 ड्रोन खरीदने वाले हवा सिंह बने देश के पहले किसान, किसानों को किराए पर देंगे ड्रोन, 2.25 करोड़ रुपए किए खर्च
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Khetkhajana

एक साथ 14 ड्रोन खरीदने वाले हवा सिंह बने देश के पहले किसान, किसानों को किराए पर देंगे ड्रोन, 2.25 करोड़ रुपए किए खर्च

करनाल हवा सिंह देश के पहले ऐसे किसान बन गए हैं, जिन्हें केंद्र सरकार ने एक साथ 14 ड्रोन खरीदने की अनुमति दी है। उन्होंने ये ड्रोन खरीद भी लिए हैं। अब वह इन सभी  ड्रोन को किसानों को उनकी फसलों पर खाद व खरपतवार नाशकों के  प्रयोग के लिए किराए पर देंगे। इस योजना को एग्रीकल्चर इंफ्रा फंड के तहत स्वीकृति दी गई है।

भले ही किसान हवा सिंह चुलकाना धाम (पानीपत) के रहने वाले हैं, लेकिन उन्होंने अपना ड्रोन केंद्र घरौंडा में बनाया है। खेती से लेकर उद्योगों तक सभी स्थानों पर ड्रोन का उपयोग लगातार बढ़ रहा है। अब तरल खादों का युग आ रहा है। नैनो यूरिया और नैनो डीएपी जैसी तरल उर्वरक आ चुकी हैं। कई खरपतवारनाशकों का स्प्रे पहले से ही किया जा रहा है। कभी कभार ये श्रमिकों व किसानों द्वारा किया जाने वाला स्प्रे जानलेवा भी हो जाता है। केंद्र सरकार परंपरागत खादों को तरल खादों से बदलना चाहती है। यही कारण है कि केंद्र सरकार भी चाहतीहै कि किसान खुद अपने ड्रोन खरीदें और किराए पर किसानों को उपलब्ध कराएं। प्रोत्साहन के तहत चुलकाना धाम (पानीपत) के किसान हवा सिंह ने इस योजना में रुचि दिखाई है।

उपनिदेशक (उद्यान) एवं डीजीसीए के सर्टिफाइड इंस्पेक्टर डॉ. सतेंद्र यादव ने बताया कि किसान हवा सिंह को भारत सरकार ने 14 ड्रोन खरीदने की अनुमति प्रदान की थी, जिसके बाद उन्होंने घरौंडा में ही नीलकंठ फार्मेशन प्रा.लि. के नाम फर्म बनाकर ड्रोन केंद्र स्थापित कर दिया है। यहां से वह किसानों को खाद, दवाओं आदि के छिड़काव को लेकर ड्रोन किराए पर दे सकेंगे

किसान हवा सिंह ने बताया कि भारत सरकार ने देशभर में एक साथ 14 ड्रोन खरीदने की अनुमति सबसे पहले उन्हें ही दी है। ये पूरा प्रोजेक्ट 2.25 करोड़ रुपये का है। जिसमें 14 ड्रोन व 14 बाइक व अन्य सामान खरीद लिया है। तीन ड्रोन उनके पास पहुंच चुके हैं, शेष 11 ड्रोन 15 मई तक उपलब्ध हो जाएंगे। एक ड्रोन सात मिनट में एक एकड़ खेत में 10 लीटर पानी के साथ छिड़काव कर सकता है।

2.25 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट, कंपनियों ने साधा संपर्क

हवा सिंह ने बताया कि प्रोजेक्ट स्वीकृति के बाद से ही कई बड़ी कंपनियों ने भी उनसे संपर्क साधा है, जिसमें सिजेंटा कंपनी से अनुबंध हो चुका है, प्रति ड्रोन करीब 1500 एकड़ के हिसाब से एमओयू साइन किया है। इफको के साथ बातचीत चल रही है। शीघ्र ही सफलता मिलने की संभावना है।

भले ही कितनी भी कंपनियों के साथ अनुबंध करें, लेकिन वह किसानों के खेतों में स्प्रे की सुविधा उपलब्ध रखेंगे। इसमें भारतीय स्टेट बैंक निसिंग शाखा के प्रबंधक अमित श्रीवास्तव ने भी उन्हें प्रोत्साहित किया और 1.70 करोड़ का ऋण दिलाया। शेष अंशदान उनका अपना है।

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