सिर्फ 2 किलो दही से बनाएं यूरिया खाद, गन्ना, गेहूं, नरमा, कपास और मक्का की फसल में है बेहद उपयोगी, मिलते हैं ये खास लाभ

सिर्फ 2 किलो दही से बनाएं यूरिया खाद, गन्ना, गेहूं, नरमा, कपास और मक्का की फसल में है बेहद उपयोगी, मिलते हैं ये खास लाभ
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Khetkhajana

सिर्फ 2 किलो दही से बनाएं यूरिया खाद, गन्ना, गेहूं, नरमा, कपास और मक्का की फसल में है बेहद उपयोगी, मिलते हैं ये खास लाभ

किसान भाइयों को बुवाई के समय खाद की कमी तो आती ही है। खाद केंद्रों पर खाद की कमी के कारण किसान समय पर बुआई नहीं कर पाते हैं जिस कारण कई बार फसलों के बोने का समय निकल जाता है और समय पर बुवाई ना होने के कारण किसानों को फसलों का अधिक उत्पादन नहीं मिल पाता। बुवाई के समय खाद केंद्रों पर लगी लंबी-लंबी लाइनों से परेशान किसानों को कई बार यूरिया और डीएपी खाद नहीं मिल पाती हैं।

जिन किसानों ने अभी नरमा और कपास की बुवाई कर ली है या कर रहे हैं उनके लिए घर पर ही निर्मित एक ऐसी खाद जो लगभग सभी फसलों के लिए लाभदायक है किसान इस खाद को घर पर ही तैयार कर सकते हैं आजकल राजस्थान में बुवाई का समय है और यूरिया की कमी आ रही है इसलिए यह किसानों के लिए अच्छा मौका है जब वह घर पर यूरिया खाद बड़े आसान तरीकों से निर्मित कर सकते हैं।

जिन किसानों को खाद लेने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है और बड़ी मुश्किल से सिर्फ 1,2 कट्टे ही खाद के मिल पाते हैं उनके लिए यह तरीका बड़ा कारगर साबित होने वाला है देसी गाय के 2 किलो दूध से बने दही की खाद का उपयोग कर किसान यूरिया खाद की भरपाई कर सकते हैं वह खाद के महंगे खर्चे से भी बच सकते हैं.

घर पर ऐसे तैयार करें दही से बनी यूरिया खाद

इस दही को बनाने के लिए सबसे पहले आप एक मिट्टी के बर्तन या मटके में देसी गाय का 2 किलो दूध ले लीजिये  इसके बाद आप इसे अच्छी तरह गरम कर ले तथा इसे ठंडा होने दीजिये जब यह गरम दूध गुनगुना हो जाये तो इसमें थोडा सा दही या छाछ मिला ले इसके बाद आप देखेंगे कि अगले दिन बिलकुल फ्रेश दही तैयार हो जायेगा  इसके बाद इस दही में एक ताम्बे का टुकड़ा यह चम्मच डाल दे तथा इसे 8 से 15 दिनों के लिए ढककर छाया में रख दे,  इसके बाद आप इस मटके में से तांबे के टुकड़े को निकाल लीजिये । इसके बाद दही आपको बिलकुल हरे तार के सामान दिखाई देगा

5 लीटर मिश्रण बनाने के लिए आप दो किलो दही में 3 लीटर पानी मिला दीजिये  यह मिश्रण एक एकड़ फसल के लिए पर्याप्त है इस मिश्रण को आप स्प्रे मशीन में पानी के साथ मिलाकर छिडकाव कर दीजिये ऐसा करने से आपकी फसल के पौधे 25 से 45 दिनों तक हरे रहेंगे क्योकि उनमे नाइट्रोजन की कमी नहीं रहेगी  इससे आपकी फसल हरी भरी हो जाएगी

इस प्रकार से बनाये गए दही के मिश्रण को आप सभी प्रकार की फसलों जैसे गेहूं ,मक्का, आम, केला, सभी प्रकार की सब्जियाँ, लीची, धान,गन्ना, आदि पर आप छिडकाव कर सकते है

पानी की बचत

दही का उपयोग खेतों में फसलो पर करने से कई प्रकार के लाभ है  इससे खेतो में 15 दिनों तक सिंचाई करने की आवश्यकता नहीं होती है इसलिए प्रति एकड़ 1000 रुपये आप बचा सकते है  तथा कीटनाशको को मारने के लिए यूरिया तथा कीटनाशको का कुल खर्च 3500 रुपये प्रति एकड़ होती है जबकि 100 रुपये में आज प्रति दो किलो के हिसाब से बाज़ार में दही मिल जाता है  इस प्रकार दही के प्रयोग से कृषि की लागत का 95 % बच जाता है  तथा खेती में फसल की पैदावार में भी 15 % की वृधि हो जाती है

तैयार किये गए दही में अगर आप नीम का तेल तथा मेथी का पेस्ट मिलाकर छिडकाव करते है और अगर आप इसे कीटनाशक के रूप में स्प्रे करते है तो यह आपकी फसल को कई प्रकार की बीमारियों जैसे फंगस नहीं लगने देगा इससे फसलो नाइट्रोजन मिलती है  यह कीटनाशक के रूप में कार्य करता है  तथा फसल के अनुकूल किटो से बचाता है

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