आप भी कर रहे हैं ग्रीन हाउस में खेती तो बारिश, आंधी, तूफान, धूप और तपती लू से मिलेंगे फसलों को 100 गुना फायदे, कम खर्चे में करें तैयार

आप भी कर रहे हैं ग्रीन हाउस में खेती तो बारिश, आंधी, तूफान, धूप और तपती लू से मिलेंगे फसलों को 100 गुना फायदे, कम खर्चे में करें तैयार
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Khetkhajana

आप भी कर रहे हैं ग्रीन हाउस में खेती तो बारिश, आंधी, तूफान, धूप और तपती लू से मिलेंगे फसलों को 100 गुना फायदे, कम खर्चे में करें तैयार

गर्मी का मौसम चरम सीमा पर है ऐसे में किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। सिंचाई, खाद, कीटनाशक, कृषि यंत्रों के उपयोग में अधिक लागत और समय की जरूरत होती है। ऊपर से बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि, आंधी-तूफान, कड़ाके की धूप और शरीर को झुलसा देने वाली लू के गर्म थपेड़ों ने फसलों को झुलसा कर रख दिया है ऐसे में अगर आप भी फसलों की सुरक्षा के लिए ग्रीन हाउस लगवाना चाहते हैं तो यह किसानों के लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है क्योंकि कुदरती मार और अन्य नुकसान का ग्रीन हाउस पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ता है यही नहीं इसमें कम मेहनत और लागत होती है यह जरूरी नहीं कि भूमि समतल और उपजाऊ ही हो ग्रीन हाउस को बंजर भूमि में भी स्थापित किया जा सकता है।

ग्रीन हाउस में कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा खुले वातावरण की तुलना में कहीं अधिक होती है, जिससे पौधों में फोटोसेंथिसिस की प्रक्रिया बढ़ जाती है. इससे फसल की पैदावार तेजी से होती है. इसके अलावा ग्रीन हाउस में स्वायल स्टेरेलाईजेशन अच्छी मात्रा में होता है. इससे मृदा जनित फफूंद और अन्य रोगों का प्रकोप कम हो जाता है.

ग्रीन हाउस की लागत थोड़ी ज्यादा होती है. लघु और सीमांत किसानों के लिए इसकी लागत वहन करना थोड़ा मुश्किल है. ऐसे में कई राज्य सरकारें राज्य के किसानों की मदद करने के लिए 50 प्रतिशत तक सब्सिडी मुहैया कराती हैं.

ग्रीन हाउस में खेती की विशेषताएं

•    ग्रीन हाउस में खेती करने पर मौसम से जुड़ी किसानों की चिंताएं खत्म हो जाती हैं. हालांकि, अच्छी उपज के लिए के लिए निगरानी करना पड़ता है.

•    ग्रीन हाउस में उत्पादन लेने के लिए ड्रिप सिंचाई तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे पानी सीधा पौधों की जड़ों तक पहुंचता है. नतीजतन पौधों और फलों का विकास काफी तेजी से होता है.

•    फसल में कीट-रोग या फंगस की परेशानी होने पर कभी भी अनुशंसित कीटनाशकों का प्रयोग किया जा सकता है.

•    ग्रीन हाउस में खेती करने पर सब्जियों की उत्पादकता बढ़ जाती है.

•    ग्रीन हाउस को कम क्षेत्र में भी स्थापित किया जा सकता है.

•    ग्रीन हाउस में उत्पादित फसलों में गुणवत्ता बनी रहती है, जिससे मंडी में अच्छा दाम मिलता है.

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