हरियाणा सरकार किसानों को मोटा अनाज बोने के लिए कर रही प्रोत्साहित, राज्य में बाजरे का भाव किया 2,400 रूपये प्रति क्विंटल

हरियाणा सरकार किसानों को मोटा अनाज बोने के लिए कर रही प्रोत्साहित, राज्य में बाजरे का भाव किया 2,400 रूपये प्रति क्विंटल
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Khetkhajana

हरियाणा सरकार किसानों को मोटा अनाज बोने के लिए कर रही प्रोत्साहित, राज्य में बाजरे का भाव किया 2,400 रूपये प्रति क्विंटल

हरियाणा सरकार किसानों को मोटा अनाज बोने के लिए प्रोत्साहन दे रही है.पिछले दो दशकों से किसान मोटे अनाज को बोने में कम रुचि दिखा रहे हैं क्योंकि सरकार द्वारा उचित रेट ना मिलने के कारण किसानों ने धीरे-धीरे इन फसलों की बुवाई करना छोड़ दिया है लेकिन हरियाणा सरकार अब किसानों को मोटा अनाज बोने के लिए प्रोत्साहित कर रही है इसलिए हरियाणा सरकार ने वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज मनाने की घोषणा की है

देश की केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को नया बजट पेश किया था जिसमें उनका प्रमुख विषय किसानों को मोटा अनाज बोने के लिए प्रोत्साहित करना था इसके लिए केंद्र सरकार ने इन फसलों को उचित रेट पर खरीदने का भी निर्णय लिया। केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा शुरू की गई श्री अन्न योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को मोटा अनाज बोने के लिए प्रेरित करना है सरकार द्वारा अब किसानों को इन फसलों की बुवाई पर बीज, कीटनाशक, खाद और पानी की उचित उचित व्यवस्था भी करवाई जाएगी जिससे किसानों को इन फसलों को बोने में किसी प्रकार की कोई परेशानी ना देखनी पड़े। केंद्र सरकार द्वारा यह निर्णय भी ले लिया गया है कि आने वाले महीनों में बाजरे व अन्य मोटा अनाज की फसलों के उचित रेट किसानों को दिलवाए जाएंगे।

प्रारंभ में अन्य सरकारे बाजरे की खेती को प्रोत्साहित करने की हक में नहीं थी, क्योंकि हरियाणा में बिकने के लिए बाजरा राजस्थान से आता था. राजस्थान मे बाजरे का MSP निर्धारित नहीं होता. जबकि राज्य में बाजरे की फसल की खरीद 2,350 रुपए प्रति क्विंटल तक रही है. इसके अलावा CM मनोहर लाल ने किसानों को फसलों की भरपाई करने के लिए भावांतर भरपाई योजना की शुरुआत की हुई है.

बाजरा एक ऐसा मोटा अनाज है जो लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में काफी लाभदायक होता. इसके लिए 1442 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है.हरियाणा सरकार ने अबकी बार सूक्ष्म, लघु और मध्यम श्रेणी की औद्योगिक इकाइयों को प्रोत्साहन देने के लिए बजट में 1442 करोड़ों रुपए का प्रावधान किया है, जोकि पिछले वर्ष से 88.25 प्रतिशत अधिक है. CM ने बजट में कहा कि बाजरे के लिए एक बाजार के विकास को सक्षम करेगा और बाजरा उत्पादक किसानों की आय बढ़ाने में सहायता करेगा. बाजरे की फसल की कुल लागत 1268 रूपये प्रति क्विंटल आती है. जबकि पिछले वर्ष खुले बाजार में बाजरा 1300 से 1800 प्रति क्विंटल की बिक रहा था. मार्केट में कम रेट होने के कारण सरकार पर पूरा बाजरा MSP पर खरीदने का दबाव बना हुआ है.

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