अबकी बार गेहूं की खेती करेगी किसानों की बल्ले-बल्ले, रिकॉर्ड उत्पादन के बाद भी गेहूं के दाम बढ़े, किसान रोक कर रखें गेहूं?

अबकी बार गेहूं की खेती करेगी किसानों की बल्ले-बल्ले, रिकॉर्ड उत्पादन के बाद भी गेहूं के दाम बढ़े, किसान रोक कर रखें गेहूं?
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Khetkhajana

अबकी बार गेहूं की खेती करेगी किसानों की बल्ले-बल्ले, रिकॉर्ड उत्पादन के बाद भी गेहूं के दाम बढ़े, किसान रोक कर रखें गेहूं?

इस बार गेहूं की फसल बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि के कारण काफी हद तक खराब हुई थी। जिसके कारण अंदाजा लगाया जा रहा था कि गेहूं का उत्पादन इस साल कम होगा लेकिन पिछले साल की बजाय इस बार गेहूं का उत्पादन अधिक होने के साथ-साथ गेहूं के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों की मंडियों में किसानों का गेहूं एमएसपी से कहीं ज्यादा अधिक दामों में बिक रहा है गेहूं का रिकॉर्ड उत्पादन होने के बाद भी गेहूं के दामों में लगातार वृद्धि हो रही है जिसके कारण किसानों के चेहरे तो खिले ही हैं साथ ही साथ उनकी गेहूं की फसल में हुए नुकसान की भरपाई भी हो रही है भारत का सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक राज्य माना जाने वाला उत्तर प्रदेश मे गेहूं के ताजा भाव 2300 रूपये प्रति क्विंटल से भी ऊपर जा पहुंचे हैं यह गेहूं का न्यूनतम दाम रिकॉर्ड किया गया है पिछले साल इस वर्ष की बजाए गेहूं का उत्पादन कम होने के कारण गेहूं के दामों में बंपर तेजी आई थी लेकिन इस बार भी गेहूं के दाम सातवें आसमान तक पहुंच गए हैं।

उत्तर प्रदेश में किसानों का गेहूं एमएसपी से कहीं ज्यादा ऊंचे भाव में बिक रहा है मंडी भाव एक्सपर्ट ने किसानों को सलाह दी है कि जिन किसानों ने अभी तक गेहूं अपने पास रोका हुआ है उनका गेहूं एमएसपी से भी अधिक दामों पर बिक रहा है जिन किसानों की क्षमता गेहूं रोककर रखने की है वे अपना गेहूं संभाल कर रख सकते हैं क्योंकि आने वाले समय में इसके दामों में बढ़ोतरी होने की संभावना दिख रही है। पिछले साल की बजाय इस बार गेहूं का उत्पादन 50 लाख टन अधिक हुआ है जिसके बावजूद भी गेहूं के दामों में लगातार तेजी बनी हुई है।

देश के सबसे बड़े गेहूं उत्पादक सूबा उत्तर प्रदेश में इसका न्यूनतम भाव भी 2300 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल तक पहुंच गया है. ऐसे में इस साल भी प‍िछले वर्ष की तरह गेहूं का दाम ऊंचा रहने की उम्मीद जताई जा रही है. प्रदेश की अधिकांश मंड‍ियों में गेहूं का दाम अभी से एमएसपी यानी 2125 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल से अध‍िक है. उधर, उपभोक्ता मामले विभाग के प्राइस मॉन‍िटर‍िंग ड‍िवीजन के मुताब‍िक एक जून को देश में गेहूं का औसत थोक दाम 2586.82 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल तक की ऊंचाई तक पहुंच गया है. जबक‍ि अध‍िकतम थोक दाम 4500 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. बाजार के जानकारों का कहना है क‍ि दाम का यह ट्रेंड यही बता रहा है क‍ि इस साल भी गेहूं की खेती करने वाले क‍िसानों की बल्ले-बल्ले हो सकती है.

केंद्रीय कृष‍ि मंत्रालय ने रबी फसल सीजन 2022-23 में र‍िकॉर्ड 1127.43 लाख टन गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया है, जो पिछले वर्ष के उत्पादन की तुलना में 50 लाख टन अधिक है. इतने उत्पादन के बावजूद अभी से दाम र‍िकॉर्ड बना रहा है. कमोड‍िटी एक्सपर्ट इंद्रजीत पॉल का कहना है क‍ि अच्छे दाम की ही उम्मीद में क‍िसानों ने इस बार काफी गेहूं अपने पास रोका हुआ है. कुछ क‍िसा एमएसपी से ज्यादा दाम पर अपना गेहूं व्यापार‍ियों को बेच रहे हैं. इसील‍िए बफर स्टॉक के ल‍िए गेहूँ की सरकारी खरीद पूरी होती नहीं द‍िख रही है. ज‍िन क‍िसानों के पास क्षमता है वो अपना गेहूं आगे के ल‍िए रोक कर रख सकते हैं.

गेहूं का इतना दाम तो तब है जब सरकार ने इसके एक्सपोर्ट पर 13 मई 2022 से ही रोक लगाई हुई है. यही नहीं इस साल जनवरी में जब गेहूं का दाम 3500 से 4000 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल तक चल रहा था तब सरकार ने उपभोक्ताओं की आड़ लेकर ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) लाकर कुछ द‍िनों तक भाव ग‍िरा द‍िया था. इस स्कीम के तहत 26 जनवरी से 15 मार्च 2023 के बीच सरकार ने बहुत सस्ते दर पर बड़े म‍िलर्स और कुछ सरकारी एजेंस‍ियों को 33 लाख टन गेहूं बेचा.

इन शहरों में र‍िकॉर्ड बना रहा दाम

उधर, उपभोक्ता मामले विभाग के प्राइस मॉन‍िटर‍िंग ड‍िवीजन के अनुसार एक जून को चंडीगढ़ में गेहूं का थोक दाम 2650 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. इसी प्रकार द‍िल्ली में 2550, ह‍िसार में 2200, करनाल में 2520, पंचकूला में 2400, श्रीनगर में 3300, अमृतसर में 2290, वाराणसी में 2450 और लखनऊ में गेहूं का थोक भाव 2300 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा.

दूसरी ओर, रायपुर में गेहूं का थोक भाव 3400, दुर्ग में 3200, अहमदाबाद में 2900, राजकोट में 3230, नास‍िक में 3100 और होशंगाबाद में 2350 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. कुल म‍िलाकर ट्रेंड यही द‍िख रहा है क‍ि इस साल भी गेहूं महंगा रहेगा.

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