बीमा क्लैम व मुआवजा को लेकर तहसील कार्यालय प्रांगण में 5 किसान बैठे आमरण अनशन पर

किसान बोले : तब तक उनकी मांगों का समाधान नही होगा तब तक कुछ नहीं खाएंगें

बीमा क्लैम व मुआवजा को लेकर तहसील कार्यालय प्रांगण में 5 किसान बैठे आमरण अनशन पर
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तहसील कार्यालय नाथूसरी चौपटा में किसानों धरना लगातार 41 वें दिन जारी

खेत खजाना, चौपटा । तहसील कार्यालय नाथूसरी चौपटा में भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसानों ने मांगों को लेकर मंगलवार को 5 किसान आमरण अनशन पर बैठ गये. . जिनमें भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष भरत सिंह झाझड़ा व प्रदेश सचिव अमन बैनीवाल, नरेन्द्र सहारण, नंदलाल ढिल्लों और दीवान सहारण ने भूख हड़ताल शुरू कर आमरण अनशन शुरू कर दिया है. मंगलवार 12 बजे पंचों किसान धरना स्थल पर ही भूख हड़ताल पर बैठ गये. किसानों को साथी किसानों ने मालाएँ पहनाइ.

अनशनकारी किसानों का कहना है की तब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक धरना स्थल पर आमरण अनशन जारी रहेगा. इनका कहना है की किसानों की मांगों को लेकर सरकार द्वारा कोई सुनवाई नहीं होने के कारण उन्हें कठोर फैसला लेने पर मजबूर होना पड़ा है । किसान यहां पर 41 दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया।


इस दौरान किसानों ने मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री मुदार्बाद के नारे भी लगाए। सरपंच हरियाणा प्रदेश सरपंच एसोसिशन की उपाध्यक्ष संतोष बैनिवाल ने भी धरनास्थल पर पहुंच कर किसानों का समर्थन किया. इस मौके पर जगदीश चाड़ीवाल, जगत पाल, संदीप कासनियां, सुंदर, नेशी औलख, भीम सिंह, मनीष, सोनू शक्कर मंदोरी, रोहताश कुमार, सुरेंद्र, रविंद्र,, विनोद जांदू, प्रदीप, संदीप, महेंद्र सिंह, नरेश, सुरेश कुमार, बलदेव सिंह, कृष्ण कुमार, रामस्वरूप, विक्रम, सुभाष ने कहा कि किसानों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

किसानों की हालत दिन प्रतिदिन दयनीय होती जा रही है। जबकि सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। किसानों की मांग 2022 का बीमा क्लैम व मुआवजा जारी किया जाए, सीएससी सेंटर के द्वारा रद्द हुए बीमे को बहाल करें, गेहूं व सरसों की समय पर खरीद व समय पर भुगतान किया जाए। हर साल बीमा व मुआवजा देने की निश्चित तिथि तय की जाए।

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