Haryana Cotton Farming: सिरसा में किसानों ने किया अगेती कपास की बिजाई-बुवाई का काम शुरू

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सिरसा में किसानों ने किया अगेती कपास की बिजाई-बुवाई का काम शुरू

खेत खजाना, सिरसा। अब सरसों कटाई का समय धीरे.धीरे अंतिम दौर में पहुंच गया है। साथ ही गेंहू कटाई का शुरूआती दौर चल रहा है। ऐसे में सिरसा के किसानों ने सरसों की कटाई कर कपास की बिजाई-बुवाई का काम शुरू कर दिया है।

Sirsa Cotton Farming News: अब सरसों की कटाई का समय धीरे.धीरे अंतिम दौर में पहुंच गया है। अधिकतर किसानों ने सरसों की कटाई कर निकाल लिया है। खेत खाली होने के साथ ही किसानों ने बरसात के मौसम और सिंचाई के साधनों को ध्यान में रखते हुए खरीफ की बुवाई का काम शुरू कर दिया है। जिन किसानों के पास अपने ट्यूबवेल नहीं हैए वे किसान खरीफ के मौसम में कम पानी खर्च करके उगने वाली महंगी फसल के रूप के कपास की बुवाई कर रहे हैं।

खरीफ की फसल धान एक किलोग्राम को पकाने में 125 लीटर पानी खर्च होता है। ऐसे में जिन किसानों के पास अपने ट्यूबवेल नहीं हैं और वे धान की रोपाई करते हैंए तो उनके लिए फसल को पकाना काफी महंगा होता है। क्योंकि हर वर्ष बारिश कम हो रही है। धान की फसल में पानी का ज्यादा दोहन होता हैए इसे ध्यान में रखते हुए किसानों ने पिछले वर्ष से कपास की खेती की तरफ रुख करनी शुरू कर दिया है। यही वजह है कि अब किसानों ने कपास की बुवाई शुरू कर दी है।

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कपास की बुवाई शुरू हो चुकी है। किसान देसी कपास को 30 अप्रैल तक लगा सकते हैं। देसी कपास के बीज एचआर.124ए शक्ति वर्धक.एचआर.164, 111 किस्म शामिल हैं। बीटी कपास की किस्म की राशि में 650,673, बीटी.7372, श्रीराम में. 6488,6588 की किस्मों को 15 मई तक बुवाई कर सकते है। ज्यादा किसान बीटी किस्मों को 25 मई तक लगा सकते हैं।

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