Super Idea – इस खेती को करना थोड़ा है मुश्किल, परंतु हो जाओगे मालामाल, होगी लाखों में कमाई
Khet Khajana, New Delhi: परंपरागत खेती के साथ साथ आज के किसान आधुनिक खेती में अधिक भाग ले रहें है । खासकर आजकल पढ़े-लिखे युवाओं का रुझान भी आधुनिक खेती के प्रति देखने को मिल रहा है । भारत देश में बहुत से युवा जिन्होंने पढ़ाई करने के बाद नोकरी छोड़कर या फिर नोकरी की परवाह ना करते हुए खेती करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं वो युवा अब खेती के माध्यम से बहुत अधिक पैसा कमा रहे हैं । अगर आप भी खेती कार मोटा पैसा कमाना चाहते है तो आज ही यह खेती करना शुरू कर दें । इस खेती के माध्यम आप हर महीने ₹3,00,000 से लेकर ₹6,00,000 या इससे भी ज्यादा कमाई कर सकते हैं. केसर की खेती में कमाई डिमांड पर निर्भर करती है.केसर इतना महंगा होता है कि इसे लोग लाल सोना के नाम से जानते हैं. भारत में इस समय केसर की कीमत 2.5 लाख से ₹3,00,000 प्रति किलो के आसपास है.
दुनिया का सबसे महंगा मसाला –
केसर फूल वाला पौधा है और दुनिया के सबसे महंगे मसालों में से एक है. सबसे महंगा मसाला होते हुए भी Kesar दुनिया में कहीं भी उग सकता है. भारत में केसर की खेती हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में की जाती है. अब किसान केसर को Uttar Pradesh) और राजस्थान जैसे राज्यों में भी उगा रहे हैं.
केसर की खेती के लिए मौसम –
केसर की खेती समुद्र तल से 3,000 मीटर की ऊंचाई पर हो सकती है. Kesar ki खेती के लिए ठीक-ठाक धूप की भी जरूरत होती है. ठंड और बरसात के मौसम में केसर की खेती नहीं की जाती. जहां का मौसम गर्म है वहां केसर की खेती बेहतर हो सकती है.
किस मिट्टी में केसर की खेती –
केसर की खेती करने के लिए रेतीली, चिकनी, बलुई या दोमट मिट्टी होना जरूरी है. केसर भारी और चिकनी मिट्टी में सही फसल नहीं देता. केसर की खेती अन्य मिट्टी में भी आसानी से हो सकती है. खेत में पानी का जमाव बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए नहीं तो केसर की पूरी फसल बर्बाद हो सकती है. केसर की खेती के लिए ऐसी जमीन चुनें जहां पानी न भरे.Super Idea
किस सीजन में केसर की खेती –
केसर की खेती के लिए जून, जुलाई, अगस्त-सितंबर महीना सबसे अच्छा माना जाता है. केसर का पौधा अक्टूबर में फूल देना शुरू कर देता है. केसर के पौधे को गर्मियों में गर्मी के साथ सूखापन और सर्दियों के दौरान अत्यधिक ठंड की जरूरत होती है.
केसर की खेती में रखें ध्यान –
बहुत सावधानी से देखभाल के अलावा केसर के इतना महंगा होने का मुख्य कारण यह है कि केसर की कटाई के लिए बहुत अधिक श्रम और समय चाहिए. केसर के फूलों की कटाई सुबह करनी चाहिए, क्योंकि फूल इसी वक्त खिलते हैं. दिन में धूप बढ़ने पर केसर के फूल मुरझा जाते हैं. केसर के फूलों को सूर्योदय से सुबह 10 बजे के बीच तोड़ लेना चाहिए.
केसर के पौधे की रोपाई –
केसर के पौधे को 2-3 सेंटीमीटर दूर और 10-15 सेंटीमीटर की गहराई तक रोपा जाता है. दुनिया के कई देशों में इस तकनीक से फूल की अधिकतम फसल और प्रचुर मात्रा में कॉर्मलेट मिलती है. भारत में केसर के पौधे की हर पंक्ति में 15-20 सेंटीमीटर और प्रत्येक कॉर्म के बीच 7.5-10 सेंटीमीटर की दूरी होती है.Super Idea
पहले खेत की करें तैयारी
केसर का बीज लगाने से पहले खेत की अच्छी तरह से जुताई की जाती है. खेत की मिट्टी को भुरभुरा बना कर आखिरी जुताई से पहले 20 टन गोबर का खाद और साथ में 90 किलोग्राम नाइट्रोजन, 60 किलोग्राम फास्फोरस और पोटास प्रति हेक्टेयर डाला जाता है. इससे केसर की पैदावार अच्छी होती है. ऊंचे पहाड़ी क्षेत्र में केसर की फसल लगने का सही समय जुलाई-अगस्त है, मध्य जुलाई इसके लिए अच्छा समय माना जाता है. मैदानी इलाके में फरवरी-मार्च के बीच केसर के बीज लगाए जाते हैं.
केसर से कितनी कमाई?
आप केसर को ऑनलाइन भी बेच सकते हैं. केसर की खेती के बिजनेस में अगर आप हर महीने दो किलो केसर बेच लेते हैं तो आपको 6 लाख रुपये की कमाई हो सकती है. अगर आप महीने में एक किलो केसर बेचते हैं तो 3 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है.Super Idea