गुरुग्राम में एक्शन: असुरक्षित घोषित 'एच' टावर, चिंतल पैराडिसो से सभी परिवारों को तत्काल खाली करने के निर्देश

गुरुग्राम में एक्शन: असुरक्षित घोषित एच टावर, चिंतल पैराडिसो से सभी परिवारों को तत्काल खाली करने के निर्देश
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गुरुग्राम में एक्शन: असुरक्षित घोषित 'एच' टावर, चिंतल पैराडिसो से सभी परिवारों को तत्काल खाली करने के निर्देश

खेत खजाना : गुरुग्राम के बाद अब गुरुग्राम शहर के सेक्टर 109 स्थित चिंतल पैराडिसो के 'एच' टावर को आईआईटी दिल्ली की जांच रिपोर्ट में असुरक्षित घोषित किया जा चुका है। इसके पश्चात, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट ने चिंतल इंडिया लिमिटेड को पत्र लिखकर तत्काल 'एच' टावर को खाली करने के आदेश जारी किए हैं। इस पत्र में उल्लिखित है कि टावर में रहना लोगों की जान के लिए ख़तरा है।

जिला प्रशासन के पास पहुंची आईआईटी दिल्ली की रिपोर्ट के आधार पर चिंतल पैराडिसो के 'एच' टावर की जांच में अब सीबीआई के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी शामिल हो गया है। ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत जांच शुरू की है। ईडी के सहायक निदेशक विकास ने एडीसी हितेश कुमार मीणा से चिंतल पैराडाइज में हुई घटना के बाद से जिला प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई पर रिपोर्ट तलब की है।

रिपोर्ट के अनुसार, टावर में बड़ी मात्रा में क्लोराइड की अधिकता है, जो संरचनात्मक दृढ़ता को कम कर देता है और इसे असुरक्षित बनाता है। इसके पश्चात, रियल एस्टेट कंपनी और निर्माण एजेंसियां गुणवत्ता को सुनिश्चित करने में विफल रहीं। जिससे आईआईटी दिल्ली के चिंतल पैराडिसो के टावर को असुरक्षित घोषित किया जाना होगा।

चिंतल पैराडिसो के फ्लैट मालिकों को समझौते की पेशकश

चिंतल पैराडिसो के 'एच' टावर में असुरक्षित संरचना की रिपोर्ट के बाद, रियल एस्टेट कंपनी चिंतल इंडिया लिमिटेड ने तत्काल कदम उठाया है और फ्लैट मालिकों को समझौते की पेशकश भी की है। हालांकि, फ्लैट मालिकों द्वारा समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की सूचना नहीं है।

'एच' टावर में कुल 52 फ्लैट हैं, लेकिन दुर्घटना के बाद से अधिकांश परिवारों ने टावर को खाली कर दिया है। वर्तमान में केवल 12 परिवार ही टावर में रह रहे हैं।

ईडी की जांच से आशा की जा रही राहत

चिंतल पैराडिसो के 'एच' टावर की जांच में अब ईडी को भी शामिल किया गया है। इससे फ्लैट मालिकों को आशा की जा रही राहत है। ईडी ने अपनी जांच रिपोर्ट और आईआईटी दिल्ली की स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट को विभाग को सौंपने के लिए कमेटी गठित की है। इससे रिपोर्ट जांच के प्रक्रिया को तेजी मिलेगी और तत्काल आवश्यक कदम उठाए जा सकते हैं।

असुरक्षित टावरों से सबक

गुरुग्राम में चिंतल पैराडिसो के 'एच' टावर को असुरक्षित घोषित करने से एक बार फिर यह साबित हो गया है कि रियल एस्टेट कंपनियों को अपनी निर्माण गुणवत्ता को ध्यान में रखने की जरूरत है। निवासियों की सुरक्षा पर ध्यान देने के लिए टावरों के निर्माण में उचित क्वालिटी के उपयोग की जानी चाहिए। सरकारी नियंत्रण एवं जांच की प्रक्रिया को तेज करने से फ्लैट मालिकों को सुरक्षित रहने की ज़िम्मेदारी और महसूस कराई जा सकती है।

गुरुग्राम में रहने वाले लोगों को अपनी सुरक्षा का ख़ास ध्यान रखते हुए निवास करना चाहिए। स्वच्छ एवं सुरक्षित रहने के लिए अच्छी निर्माण गुणवत्ता वाले टावरों में आवास करना समझदारी होगी। इससे आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी को सरकार और निर्माण कंपनियों द्वारा भी पूरा किया जा सकता है।

गुरुग्राम के सेक्टर 109 में स्थित चिंतल पैराडिसो के 'एच' टावर को असुरक्षित घोषित किया गया है। इसके बाद निवासियों को खाली करने के आदेश जारी किए गए हैं। आईआईटी दिल्ली की रिपोर्ट और ईडी की जांच से रियल एस्टेट कंपनियों को अपनी निर्माण गुणवत्ता का ध्यान रखने की ज़िम्मेदारी समझ में आ रही है। निवासियों को सुरक्षित रहने के लिए अच्छी निर्माण गुणवत्ता वाले टावरों में ही आवास करना समझदारी होगी।

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