गेंहू में बढ़ावा व गेंहू की गोभ अवस्था को मजबूत करने के लिए कृषि वैज्ञानिक ने बताई महत्पूर्ण बातें, जानें कैसे मिलेगी डबल पैदावार

गेंहू में बढ़ावा व गेंहू की गोभ अवस्था को मजबूत करने के लिए कृषि वैज्ञानिक ने बताई महत्पूर्ण बातें, जानें कैसे मिलेगी डबल पैदावार
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गेंहू में बढ़ावा व गेंहू की गोभ अवस्था को मजबूत करने के लिए कृषि वैज्ञानिक ने बताई महत्पूर्ण बातें, जानें कैसे मिलेगी डबल पैदावार

खेत खजाना : गेहूं की फसल को बढ़ावा देने के लिए कृषि वैज्ञानिकों ने एक सस्ता स्प्रे का सुझाव दिया है जो शानदार पैदावार को प्रोत्साहित कर सकता है। गेहूं की गोभ अवस्था में, यह स्प्रे आपके पौधों को सभी पोषक तत्वों से समृद्धि प्रदान कर सकता है और फसल को स्वस्थ बनाए रख सकता है। इसके साथ ही, किसानों को एक और महत्पूर्ण सूचना दी गई है कि गेहूं की फसल में पोटाश का प्रयोग कैसे करें और उसके लाभ क्या हैं।

गेहूं की फसल को सबसे अच्छे रिजल्ट्स के लिए कृषि वैज्ञानिकों का सुझाव है कि बुवाई के समय पोटाश का प्रयोग करें और इसे गेहूं में स्प्रे करें। इससे पौधों को सभी आवश्यक पोषक तत्व मिलेंगे और उनका सही विकास होगा। गेहूं की गोभ अवस्था में, धूप के अभाव में पौधों से पोषक तत्वों को प्राप्त कराने के लिए स्प्रे का प्रयोग आवश्यक है।

कृषि विज्ञानकों का कहना ​​है कि गेहूं की फसल में नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, जिंक, सल्फर आदि के सही संदर्भ में उपयोग करने से फसल को सही मात्रा में पोषण मिलता है। लेकिन इसके साथ ही, धूप के अभाव में पोषक तत्वों को पौधों तक पहुंचाने के लिए स्प्रे का प्रयोग करना भी आवश्यक है।

इस बारे में एक कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि गेहूं में सस्ता स्प्रे कैसे बनाया जा सकता है। उनका कहना ​​है कि एनपीके 19-19-19 और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स का मिक्सर एक सुगम तरीके से बनाया जा सकता है और इसे गेहूं पर स्प्रे किया जा सकता है।

उन्होंने और भी स्प्रे के तरीके सुझाए, जैसे कि DAP और MOP का मिश्रण, जिससे गेहूं को और भी अधिक पोषण मिलेगा। इसके अलावा, जिंक, मैग्नीशियम, फेरस, मैंगनीज, और बोरोन को मिलकर बनाए गए स्प्रे का उपयोग भी किया जा सकता है।

इस सप्ताह में, गेहूं के किसानों को सलाह दी गई कि वे गेहूं की फसल में ये स्प्रे कैसे करें और उससे कैसे फायदा हो सकता है। इसमें उन्हें टेबुकोनाजोल का भी प्रयोग करने की सलाह दी गई है, जिससे कि फंगस रोगों का सही समाधान हो सके।

इस सस्ते स्प्रे की विशेषता यह है कि इसका इस्तेमाल किसानों को कम लागत में ही अधिक पोषण प्रदान कर सकता है और इससे गेहूं की पैदावार में भी सुधार हो सकता है। इस नए स्प्रे के प्रयोग से किसानों को बढ़ी हुई खेती की उम्मीद है और इससे उन्हें अधिक आय प्राप्त हो सकती है।

इसी तरह के नए और सस्ते उपायों का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार होना चाहिए ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसका उपयोग हो सके और किसानों को अधिक फायदा हो सके। कृषि विज्ञानिकों और किसानों के बीच इस तरह की जानकारी साझा करने से कृषि क्षेत्र में नए और सुस्त तकनीकी उपायों का प्रचलन हो सकता है और इससे देश की कृषि उत्पादन में वृद्धि हो सकती है।

आखिर में, इस प्रयास का उद्देश्य है कि गेहूं के किसानों को सस्ते और अधिक उत्तम उपायों की पहचान हो, जिससे कि वे अपनी खेती को और भी सुरक्षित और लाभकारी बना सकें।

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