कृषि विश्वविद्यालय ने पेश की नई आरएच 1975 सरसों की किस्म: फायदे और विशेषताएँ

आरएच 1975 किस्म: सिंचित क्षेत्रों के लिए एक बड़ी बदलाव

कृषि विश्वविद्यालय ने पेश की नई आरएच 1975 सरसों की किस्म: फायदे और विशेषताएँ
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खेत खजाना : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने हाल ही में सरसों की एक नई और उन्नत किस्म, आरएच 1975 को विकसित किया है। इस किस्म का मुख्य फायदा यह है कि यह सिंचित क्षेत्रों में समय पर बिजाई के लिए एक बेहतर विकल्प प्रदान करेगी, जो अधिक पैदावार और अधिक तेल की मात्रा देगी। इस लेख में, हम आपको आरएच 1975 किस्म की खासियतों और किसानों के लिए इसके फायदों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

आरएच 1975 किस्म: विशेषताएँ

यहां हम आरएच 1975 किस्म की मुख्य विशेषताओं को देखें:

1. अधिक पैदावार: आरएच 1975 किस्म आरएच 749 किस्म के मुकाबले लगभग 12 प्रतिशत अधिक पैदावार देगी। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि अधिक पैदावार किसानों के लिए अधिक आय का स्रोत हो सकता है।

2. अधिक तेल की मात्रा: आरएच 1975 किस्म में लगभग 39.5 फीसद तेल की मात्रा है, जो अन्य किस्मों की तुलना में अधिक है। इससे किसानों को तेलहन उत्पादन में वृद्धि के साथ अधिक आर्थिक लाभ होगा।

3. सिंचित क्षेत्रों के लिए उत्तम: आरएच 1975 किस्म सिंचित क्षेत्रों में बिजाई के लिए एक उत्तम किस्म है, जिससे किसान समय पर बीज बो सकते हैं और अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।

4. बीज की उपलब्धता: कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज ने बताया कि इस किस्म का बीज किसानों को अगले साल तक उपलब्ध करवाया जाएगा, जिससे किसान बगिचों की तैयारी कर सकेंगे।

आरएच 1975 किस्म के फायदे

आरएच 1975 किस्म के उपयोग से किसानों को कई फायदे मिलेंगे:

1. अधिक आय: इस किस्म की अधिक पैदावार के कारण किसान अधिक आय कमा सकते हैं। यह उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकता है।

2. तेल की अधिक मात्रा: आरएच 1975 किस्म में अधिक तेल की मात्रा होने से, तिलहन उत्पादन में वृद्धि होगी, जिससे किसानों को तेल की अधिक मांग का लाभ हो सकता है।

3. सिंचित क्षेत्रों के लिए उपयोगी: इस किस्म का विशेष रूप से सिंचित क्षेत्रों में बोने जाने के लिए उपयोगी हो सकता है, जो बिजाई के लिए उपयुक्त हैं।

4. विविधता: आरएच 1975 किस्म की विविधता उपयोगकर्ताओं को विभिन्न विकल्पों का चयन करने का मौका देती है, जिससे उनके उत्पादन को वार्षिक चक्र में बेहतर प्रबंधित करने में मदद मिलेगी।

आरएच 1975 किस्म के बारे में जानकारी

यहां हम आरएच 1975 किस्म के बारे में और जानकारी प्रदान करते हैं:

1. उत्पादन क्षमता: आरएच 1975 किस्म का उत्पादन क्षमता लगभग 11-12 क्विंटल प्रति एकड़ है, जो उन्नत पैदावार की गारंटी देता है।

2. किसानों के लिए लाभकारी: इस किस्म के उपयोग से हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, जम्मू और उत्तरी राजस्थान के सिंचित क्षेत्रों के किसानों को लाभ होगा।

3. अनुसंधान केन्द्र: हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के सरसों केंद्र देश के सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान केंद्रों में एक है, जो सरसों के अनुसंधान में उत्कृष्ट काम कर रहा है।

4. पिछली उन्नत किस्में: इस वर्ष के साथ, यह सरसों केंद्र ने पिछले वर्ष भी दो अन्य उन्नत किस्मों को विकसित किया है, जिनमें आर.एच. 1424 और आर.एच. 1706 शामिल हैं। ये किस्में भी सरसों की उत्पादकता को बढ़ाने में मदद करेंगी।

5. पुरस्कार: हकृवि सरसों केंद्र को उनके उत्कृष्ट अनुसंधान कार्य के लिए जम्मू में आयोजित कार्यशाला में सर्वश्रेष्ठ केंद्र अवार्ड से भी नवाजा गया है।

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