अम‍ित शाह ने कह दी ऐसी बात क‍ि बेचैन हो उठे एग्रो केम‍िकल इंडस्ट्री के मठाधीश, सरकार कीटनाशकों पर रोक लगाने की तैयारी में

पेस्टीसाइड और रासायनिक खादें खेती की उर्वरा शक्ति कम कर रही है और कीटनाशकों के के प्रभाव से किसानो की बेशकीमती जमीन बंजर होती जा रही है

अम‍ित शाह ने कह दी ऐसी बात क‍ि बेचैन हो उठे एग्रो केम‍िकल इंडस्ट्री के मठाधीश, सरकार कीटनाशकों पर रोक लगाने की तैयारी में
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अम‍ित शाह ने कह दी ऐसी बात क‍ि बेचैन हो उठे एग्रो केम‍िकल इंडस्ट्री के मठाधीश, सरकार कीटनाशकों पर रोक लगाने की तैयारी में

पेस्टीसाइड और रासायनिक खादें भारतीय कृषि के महत्वपूर्ण हिस्से हैं, लेकिन हाल के घटनाएँ इसके उपयोग पर सवाल उठा रही हैं। गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह के बयानों ने इस विवाद को और बढ़ा दिया है। इस लेख में, हम जानेगे कि कैसे पेस्टीसाइड और रासायनिक खादों का उपयोग बदल रहा है और इसके स्वास्थ्य पर प्रभाव क्या हो सकता है।

पेस्टीसाइडों और खादों का उपयोग

पेस्टीसाइड और रासायनिक खादें खेती की उर्वरा शक्ति कम कर रही है और कीटनाशकों के के प्रभाव से किसानो की बेशकीमती जमीन बंजर होती जा रही है। रासायन‍िक उर्वरक और पेस्टीसाइड बनाने वाली कंपन‍ियों के अब खराब द‍िन आने वाले हैं. दरअसल, सरकार अब खुलकर रासायन‍िक खादों और पेस्टीसाइड के बेतहाशा इस्तेमाल के ख‍िलाफ बोल रही है. उनकी इस बात पर एग्रो केम‍िकल इंडस्ट्री के मठाधीश परेशान हो गए है.

कीटनाशकों का स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव

ये उत्पादन बढ़ाने और फसलों की रक्षा करने में समर्थ हैं। लेकिन इनके अत्यधिक उपयोग के कारण स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव भी पड़ता है। पेस्टीसाइडों और रासायनिक खादों का अत्यधिक उपयोग स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। इनके उपयोग से कैंसर, डायबिटीज, और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों की शिकायतें बढ़ जाती हैं।

अमित शाह के बयान

गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने हाल ही में पेस्टीसाइडों और रासायनिक खादों के उपयोग पर चर्चा की। उन्होंने इस बयान में कहा कि हमें प्राकृतिक और जैविक खेती की ओर बढ़ना चाहिए।


रसायन व कीटनाशकों से बढ़ रही समस्याएं

स्वास्थ्य पर प्रभाव परिणाम

कैंसर डायबिटीज, ब्लड प्रेशर की बढ़त

शिकायतें त्वचा रोग, श्वसन तंतु समस्याएँ

आर्थराइटिस सूजन, दर्द, और जोड़ों की समस्याएँ

जैविक और प्राकृतिक खेती

अमित शाह ने जैविक और प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ने की सलाह दी है। इसमें पेस्टीसाइड और रासायनिक खादों के कम उपयोग के साथ खेती करना शामिल है। साथ ही उन्होंने कहा है कि फर्टिलाइजर और पेस्टिसाइड से कैंसर को बढ़ावा मिला है

कई राज्यों में फर्टिलाइजर और पेस्टिसाइड का उपयोग इतना ज्यादा बढ़ गया क‍ि उससे पैदा हुए अन्न को खाने के कारण मानव शरीर कैंसर से ग्रसित हुआ. यह तो सबसे बड़ा नुकसान है. इसके साथ-साथ डायबिटीज और बीपी जैसी कई सारी बीमारियां धीरे-धीरे नजर आने लगी हैं.

भाविष्य की दिशा

कृषि उपज के स्वास्थ्य पर प्रभाव की चिंता के साथ, भारत सरकार भी निर्यात पर MRL की सीमा को बढ़ाने का विचार कर रही है।


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