यूपी में यहां सोलर पंप स्थापना के लिए 29 फरवरी तक मांगे आवेदन, ऐसे करें ऑनलाइन बुकिंग
यूपी में यहां सोलर पंप स्थापना के लिए 29 फरवरी तक मांगे आवेदन, ऐसे करें ऑनलाइन बुकिंग
खेत खजाना: सोलर पंप एक ऐसा उपकरण है जो सूर्य की किरणों को बिजली में बदलता है और उसका उपयोग कृषि सिंचाई के लिए करता है। यह किसानों को बिजली के बिल से छुटकारा दिलाता है और पर्यावरण को भी स्वच्छ रखता है।
सोलर पंप के फायदे
सोलर पंप का उपयोग करने से किसानों को डीजल या पेट्रोल के खर्च से बचत होती है।
सोलर पंप ग्रीन एनर्जी का स्रोत है, जो कार्बन फुटप्रिंट को कम करता है और जलवायु परिवर्तन को रोकने में मदद करता है।
सोलर पंप ग्रिड से आजाद है, जिससे किसानों को बिजली कटौती की समस्या से निपटना नहीं पड़ता है।
सोलर पंप की देखभाल आसान है और इसकी लाइफ स्पैन लंबी है।
सोलर पंप कैसे प्राप्त करें
केंद्र सरकार ने पीएम कुसुम योजना के तहत सोलर पंप प्रदान करने के लिए अनुदान की घोषणा की है।
इस योजना के तहत, किसानों को सोलर पंप की लागत का 30% से 50% तक का सब्सिडी मिलेगा।
इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 29 फरवरी 2024 है।
आवेदन करने के लिए, किसानों को विभागीय वेबसाइट www.upagriculture.up.gov.in पर जाकर पंजीकरण करना होगा।
आवेदन करते समय, किसानों को 5000 रुपये का टोकन मनी ऑनलाइन जमा करना होगा।
आवेदन के बाद, किसानों की बोरिंग की जांच की जाएगी और उन्हें सोलर पंप की क्षमता के अनुसार पंप दिया जाएगा।
सोलर पंप के प्रकार
सोलर पंप दो प्रकार के होते हैं: स्टैंड-अलोन और ग्रिड-कनेक्टेड।
स्टैंड-अलोन सोलर पंप वे होते हैं जो ग्रिड से जुड़े नहीं होते हैं और अपने आप में पूरी तरह से स्वायत्त होते हैं। ये पंप ऑफ-ग्रिड क्षेत्रों में उपयोगी होते हैं।
ग्रिड-कनेक्टेड सोलर पंप वे होते हैं जो ग्रिड से जुड़े होते हैं और अतिरिक्त सौर विद्युत को ग्रिड में भेजते हैं। ये पंप ग्रिड-कनेक्टेड क्षेत्रों में उपयोगी होते हैं।
सोलर पंप एक शानदार तरीका है किसानों को ऊर्जा सुरक्षा और आय वृद्धि देने का। इसलिए, अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो जल्दी से ऑनलाइन आवेदन करें और सोलर पंप प्राप्त करें।