मंडी में 1238 क्विंटल नरमा की आवक, खरीद बंद होने से समर्थन मूल्य से कम रेट पर बिका, किसान परेशान

सीसीआई की खरीद बंद होने से निजी व्यापारी घटिया गुणवत्ता बता मनमर्जी के रेटों पर नरमा की खरीद कर रहे

मंडी में 1238 क्विंटल नरमा की आवक, खरीद बंद होने से समर्थन मूल्य से कम रेट पर बिका, किसान परेशान
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शहर की अनाज मंडी में मंगलवार को नरमा के भाव कमजोर रहे और समर्थन मूल्य से कम रेट पर नरमा बिक्री होने से किसानों में नाराजगी बनी हुई है। पिछले महीने से सीसीआई की खरीद भी नहीं हो रही है। ऐसे में किसानों ने सरकार के खिलाफ रोष जाहिर करते हुए सीसीआई की खरीद शुरू करने और भावांतर भरपाई से नुकसान की भरपाई करने की मांग की है। अनाज मंडी में दिनभर में 1238

क्विंटल नरमा की आवक हुई जिसमें नरमा का अधिकतम मूल्य 6765 रुपए प्रति क्विंटल रहा जो समर्थन मूल्य 6920 से 155 रुपए प्रति क्विंटल कम रहा जबकि आधे से ज्यादा नरमा 5500 से ₹6000 प्रति क्विंटल के बीच बिका है जिससे किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। किसानों ने बताया कि रोजाना नरमा वापस ले जाना पड़ रहा है। इस बार नरमा आवक 98 हजार 175 क्विंटल रह जबकि 2022 में नरमा की आवक 64 हजार क्विंटल थी।

ऑनलाइन बोली भी ढकोसला साबित हो रही, दोगुना हो रहा नुकसान

किसान नेता मिट्ट कंबोज, सुरेश पूनिया, राकेश नेहरा, उमेद बिश्नोई, जसवीर सिंह आदि ने कहा कि सरकार सीसीआई तथा मार्केटिंग बोर्ड की ओर से किसानों की समस्याओं पर गौर नहीं किया जा रहा है। ऑनलाइन बोली भी ढकोसला साबित हो रही है। जिसके चलते नुकसान दोगुना हो गया है बीटी बीज खराब मिलने पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे ही फसल की क्वालिटी ज्यादा खराब बताकर किसानों को परेशान और कम रेट देकर नुकसान पहुंचाया जा रहा है।

4 दिन से खरीद का इंतजार कर रहे किसान

मंडी में मौजूद पीड़ित किसान गुरजीत सिंह पुत्र हरबंस सिंह निवासी सकता खेड़ा ने बताया कि वह बीते शनिवार को अपना नरमा की फसल लेकर अनाज मंडी में आए थे। अब 4 दिन के बाद भी उनकी नरमा की फसल को व्यापारियों द्वारा घटिया क्वालिटी बात कर बोली नहीं लगाई जा रही है। उनकी तरह काफी किसानों को ऐसी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि बीटी नरमा की फसल में गुलाबी सुंडी का प्रकोप होने के चलते पहले उत्पादन कम हुआ फिर नरमा चुगाई के लिए मजदूर नहीं मिले और आखिर 20 रुपए प्रति किलो के हिसाब से नरमा की चुगाई करवाई है तो अब भाव नहीं मिल रहा है

खरीद बंद होने से किसानों को लाखों का नुकसान

इस बार सीसीआई की ओर से मात्र 2 हजार 62 क्विंटल की नरमा की खरीद समर्थन मूल्य पर की गई है। अब सीसीआई की खरीद पिछले महीने से बंद है। जिसके चलते प्राइवेट व्यापारियों द्वारा क्वालिटी घटिया बताकर अपने मनमर्जी के रेटों पर किसानों से नरमा की खरीद की जा रही है। जिसके चलते किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। सीसीआई मंडी में खरीद के लिए तैयार रहती है तो भी आधे से ज्यादा किसानों का निर्माण समर्थन मूल्य के रेट पर₹ 7000 तक आसानी से बिक सकता है। किसानों ने बताया कि मार्केट कमेटी प्रशासन और आइती तथा ऑनलाइन बोली की व्यवस्था भी भ्रष्टाचार के चलते किसानों के लिए नुकसानदायक साबित हो रही है।

नरमा की फसल गुलाबी सुंडी के चलते खराब हो गई है। इसके सैंपल भेजे गए हैं और क्वालिटी घटिया होने के चलते सभी जगह खरीद बंद है। ऊपर से आदेश आने के बाद ही खरीद होगी।" -हरजीत सिंह, सेंटर मैनेजर, सीसीआई डबवाली।

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