खरीफ फसलों की आवक शुरू, सिरसा में अनाज मंडियों की प्रबंधिता में अधूरापन"

सिरसा में अनाज मंडियों में खरीफ फसलों की आवक शुरू हो गई है, लेकिन मार्केट कमेटी ने अभी तक प्रबंधों को लेकर किसी भी तरह की तैयारी नहीं की है।

खरीफ फसलों की आवक शुरू, सिरसा में अनाज मंडियों की प्रबंधिता में अधूरापन
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खरीफ फसलों की आवक ने सिरसा में चल रहे किसानों के लिए नये चुनौतियों का सामना करवाया है। हालांकि अनाज मंडियों में फसलों की आवक तो हो गई है, लेकिन मंडी के प्रबंध में अधूरापन बरकरार है। इस लेख में, हम आपको सिरसा के कृषि सेक्टर की वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, जिसमें हम खरीफ फसलों की मांग, मंडियों की तैयारी, और खरीद केंद्रों के बारे में बताएंगे।

खरीफ फसल की आवक और चुनौतियां:

सिरसा में अनाज मंडियों में खरीफ फसलों की आवक शुरू हो गई है, लेकिन मार्केट कमेटी ने अभी तक प्रबंधों को लेकर किसी भी तरह की तैयारी नहीं की है।

बेसहारा पशुओं का जमावड़ा लगा हुआ है, जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

किसानों की उम्मीद है कि धान की आवक भी जल्द ही होगी, लेकिन आढ़ती एसोसिएशन ने 15 सितंबर तक व्यवस्था बनाने की चेतावनी दी है और अगर ऐसा नहीं होता है, तो उन्होंने आंदोलन की धमकी दी है।

खरीद केंद्रों का चयन:

सरकार ने सिरसा जिले में 27 खरीद केंद्रों का चयन किया है, जहां पीआर धान की एमएसपी पर खरीद होगी।

ए ग्रेड धान की एमएसपी को 2203 रुपये और कॉमन धान की एमएसपी को 2183 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है।

निजी व्यापारियों द्वारा धान की खरीद की भी जा रही है, जिसके लिए क्विंटल प्रति 7000 से 7250 रुपये तक कीमत तय की गई है।

खरीद केंद्रों की सूची:

फसल केंद्रों का नाम

मूंग ऐलनाबाद, डिंग, नाथूसरी चोपटा

बाजरे सिरसा, रानियां, डबवाली, ऐलनाबाद, गोरीवाला

मक्का सिरसा

मूंगफली ऐलनाबाद, डिंग, नाथूसरी चोपटा

धान सिरसा, अबूबशहर, अलीका, बणी, बडागुढ़ा, भावदीन, चट्ठा, डबवाली, दड़बी, डिंग मंडी, डिंग मोड़, देसूजोधा, ऐलनाबाद, जीवननगर, कालांवाली, केहरवाला, कुत्ताबढ़, लोहगढ़, मल्लेकां, मोजगढ़, रानियां, रोड़ी, सुचान कोटली, सुरतिया, थीराज, फग्गू

मंडी के शेडों की स्थिति:

मंडी में दो बड़े शेड हैं, जो क्षतिग्रस्त हो चुके हैं और छत भी टूटी हुई है।

किसानों के द्वारा डेढ़ वर्ष पहले शेड की मरम्मत और निर्माण के लिए टेंडर लगाया गया था, लेकिन अब तक इसका कार्य तक शुरू नहीं हो पाया है।

आढ़ती एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि अगर 15 सितंबर तक मंडी में शेड के निर्माण को लेकर कोई कार्य नहीं किया जाता है, तो उन्होंने आंदोलन की धमकी दी है।

समापन:

सिरसा में खरीफ फसलों की आवक ने किसानों को नई चुनौतियों का सामना करवाया है, और मंडियों के प्रबंध में अधूरापन का सामना कर रहे हैं। सरकार और किसान संगठनों के बीच सहयोग की आवश्यकता है ताकि खरीफ फसलों की खरीद और प्रबंध में सुधार किया जा सके और किसानों को उनकी मेहनत के मूल्य का सही मिल सके।

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