मंडियों में अव्यवस्था के बीच सरसों की आवक शुरू, समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए हैफेड एजेंसी के पास नहीं पहुंचा कोई पत्र

वर्ष 2023 में 15 मार्च से शुरू हुई थी खरीद समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए हैफेड एजेंसी के पास नहीं पहुंचा कोई पत्र

मंडियों में अव्यवस्था के बीच सरसों की आवक शुरू, समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए हैफेड एजेंसी के पास नहीं पहुंचा कोई पत्र
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खेत खजाना सिरसा : जिले की मंडियों में रबी सीजन की फसल सरसों की आवक कटाई के बाद शुरू होने लगी है। अगेती बुआई वाले किसान फसल पकने के साथ कटाई के बाद स्थानीय मंडियों में इसकी बिक्री के लिए लाने लगे हैं। पिछले वर्ष की तुलना इस वर्ष सरसों के समर्थन मूल्य पर खरीद को लेकर राज्य सरकार की ओर से अभी तक औपचारिक तौर पर कोई घोषणा नहीं की गई है।

गत वर्ष जहां 15 मार्च को सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू हो चुकी थी परंतु अभी तक हैफेड के पास सरकारी खरीद के लिए कोई पत्र सरकार की और से नहीं पहुंचा है। इससे पूर्व एक माह पहले मुख्य सचिव ने सभी मंडियों में उपज खरीद को लेकर व्यवस्थाएं चाक- चौबंद करने के निर्देश दिए थे परंतु सीजन शुरू होने तक भी मंडियों में हालात जस के तस बने हुए है। ऐसे में यहां अपनी उपज लेकर पहुंचने बाले किसान को हर वर्ष की भांति परेशानी उठानी पड़ेगी।

मुख्य सड़क को चौक के पास उखाड़कर छोड़ा, शुक्रवार को भी नही हुआ कार्य: जनता भवन रोड से सदभावना मार्ग तक सीसी रोड निर्माण का कार्य सोमवार को भी शुरू नहीं हो पाया। दो दिन पूर्व नगरपरिषद इओ को और से व्यापारियों को सोमवार से कार्य शुरू करवाने का आश्वासन दिया गया था। 10 करोड़ की लागत से बनने वाली इस सड़क का कार्य कबीर चौक के पास ठेकेदार की और से बीच में छोड़ दिया था जो पिछले छह माह से बंद पड़ा है। अनाज मंडी में आने के लिए मुख्य मार्ग होने के कारण सौजन के दौरान किसानों को अपने बाहन लाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। इस वर्ष सीसी सड़क निर्माण कार्य शुरू होने के बाद राहत मिलने की उम्मीद थी परंतु कार्य बंद होने के कारण अब यह समस्या फिर से बनी हुई है।

टोकन कटवाने पर भी दोपहर बाद हुई प्राइवेट खरीद

कालुआना से सरसों व ग्वार की उपज लेकर मंडी पहुंचे किसान ओमप्रकाश ने बताया कि वह सोमवार सुबह अपनी सरसों व ग्वार की उपज लेकर पहुंचा। मंडी समिति से टोकन कटवाने के बाद दोपहर बाद प्राइवेट खरीद हुई जिसमें 5200 रुपये पर सरसो खरीद हुई। सरकार ने सरसों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 5650 रुपये निर्धारित किया है जबकि गत वर्ष यह 5450 रुपये था। इस बार एमएसपी में 200 रुपये की बढ़ोतरी की गई है परंतु खरीद की तिथि घोषित नहीं हो पाई है। सिरसा में आमतौर पर नैफेड के लिए हैफेड ही सरसों खरीद करती रही है

बेसहारा पशुओं की समस्या से नहीं मिली कोई राहत

शहर के साथ-साथ जनता भवन रोड स्थित अनाज मंडी में भी बेसहारा पशुओं के कारण अव्यवस्थाओं का शिकार किसान को होना पड़ता है। मंडी में अपनी उपज लाने के बाद किसान को उसकी बिक्री से लेकर उठान तक रखवाली करनी पड़ती है। बेसहारा पशुओं के कारण मंडी में गदगी भी फैलती है।

सुरक्षा का जिम्मा भी रामभरोसे आढ़ती जेब से वहन कर रहे खर्च

आढ़ती एसोसिएशन प्रधान मनोहर लाल मेहता ने बताया कि पूर्व में कमेटी के समक्ष अनाज मंडी के पुराने हो चुके गेट बदलवाने, सीसीटीवी कैमरा लगवाने तथा सुरक्षा कर्मियों की नियुक्ति के लिए मांग पत्र दिया गया था परंतु सीजन शुरू होने को है और कमेटी की इन व्यवस्थाओं को अभी तक नहीं किया गया है। प्राइवेट स्तर पर रखवाली की जा रही है।

सरकारी खरीद न होने पर लग रही चपत

मंडी में अपनी उपज लेकर पहुंचने वाले किसानों को समर्थन मूल्य के बजाए अपनी उपज कम दाम में बेचनी पड़ रही है। सिरसा की अनाज मंडी में सोमवार को दोपहर तक 133 क्विंटल जबकि डबवाली में 90 क्विंटल सरसों की आवक हुई। सिरसा मंडी में किसानों से प्राइवेट खरीद का भाव 4600 से 5311 रुपये रहा।

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