बलिया: प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत सोलर मैकेनिक बनने का सुनहेरा अवसर, इन दस्तावेजों के साथ यहां करें आवेदन ।

बलिया: प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत सोलर मैकेनिक बनने का सुनहेरा अवसर, इन दस्तावेजों के साथ यहां करें आवेदन ।
X

बलिया: प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत सोलर मैकेनिक बनने का सुनहेरा अवसर, इन दस्तावेजों के साथ यहां करें आवेदन ।

खेत खजाना : प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महानियान (पीएम कुसुम) योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश सरकार ने सिंचाई के लिए बड़ी संख्या में सोलर पम्पों की स्थापना का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत, लाभार्थी कृषकों को सोलर पम्प के संचालन में आ रही कठिनाइयों के निराकरण, अनुरक्षण, और मरम्मत के लिए कुशल एवं दक्ष मैकेनिक स्तानीय स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अंतर्गत प्रत्येक तहसील स्तर पर कम से कम एक कुशल एवं दक्ष सोलर मैकेनिक तैयार किया जाएगा।

उत्तर प्रदेश कृषि प्रबंध संस्थान रहमान खेड़ा लखनऊ के अधीन राज्य स्तरीय फार्म मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान, उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन एवं राष्ट्रीय कृषि विकास योजना रफ्तार के अंतर्गत सोलर पम्प की स्थापना अनुरक्षण के लिए तकनीकी प्रशिक्षण योजना वर्ष 2023-24 तथा 2024-25 के अंतर्गत मैकेनिकों का प्रशिक्षण कराया जाएगा। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक तहसील में कम से कम एक सोलर मैकेनिक को तैयार करना है ताकि सोलर पम्पों की सुरक्षित चालना और उनकी देखभाल में वृद्धि हो।

कृषि उप निदेशक मनीष कुमार सिंह ने बताया कि इस प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को सोलर गाड़यूल, सरफेस पम्प, सबमर्सिबल पम्प के व्यावहारिक संचालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे इन पम्पों की सही तरीके से देखभाल कर सकें और संचालन में कोई कठिनाई ना हो। इसके साथ ही, उन्हें अनुरक्षण और मरम्मत की भी पूरी जानकारी दी जाएगी ताकि वे किसी भी समस्या का समाधान कर सकें।

इस प्रशिक्षण की कुल अवधि 40 कार्य दिवस है, जिसमें विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। यहां इलेक्ट्रीशियन, इलेक्ट्रॉनिक्स, और फिटर ट्रेड में दो वर्षीय आइटीआइ या तीन वर्ष वर्षीय इंजीनियरिंग डिप्लोमा होने वाले आवेदकों के लिए अवसर हैं। इस प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए इच्छुक आवेदक उप निदेशक कृषि के कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार के इस पहल का उद्देश्य है किसानों को सोलर पम्पों का सही से संचालन करने के लिए तकनीकी समर्थन प्रदान करना ताकि वे अधिक से अधिक उत्पादकता हासिल कर सकें और ऊर्जा की सुरक्षा में मदद कर सकें। इसके माध्यम से कृषकों को नई ऊर्जा स्रोतों के साथ जुड़ाव बढ़ाने का लक्ष्य रखा जा रहा है, जिससे कि वे अपने खेतों की सिंचाई में सोलर ऊर्जा का सही तरीके से उपयोग कर सकें।

इस पहल के माध्यम से सोलर मैकेनिक तैयार करने से न केवल कृषकों को सही तरीके से तकनीकी समर्थन मिलेगा, बल्कि यह भी एक नए क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देगा। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार सृष्टि होगी और समृद्धि की दिशा में कदम बढ़ाया जा सकेगा।

सम्पूर्ण रूप से, प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत सोलर पम्प की स्थापना और सोलर मैकेनिक तैयारी की यह पहल उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है जो उन्हें नए और सुरक्षित ऊर्जा स्रोतों का सही तरीके से उपयोग करने का अवसर प्रदान करेगा। यह पहल उत्तर प्रदेश को अनुसंधान, विकास, और प्रौद्योगिकी में भी एक नए मुकाबले की दिशा में एक बड़ा कदम बना सकती है।

Tags:
Next Story
Share it