प्राकृतिक आपदा का मुआवजा हो या मंडी में फसल बेचनी मेरी फसल मेरा ब्योरा पर पंजीकरण है जरूरी, अभी तक 33.97% ने कराया पंजीकरण, कैसे मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ

किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ कैसे मिलेगा यह भी विचारणीय है। पोर्टल पर किसान अपनी फसल का ब्योरा नहीं दे रहे हैं,

प्राकृतिक आपदा का मुआवजा हो या मंडी में फसल बेचनी मेरी फसल मेरा ब्योरा पर पंजीकरण है जरूरी, अभी तक 33.97% ने कराया पंजीकरण, कैसे मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ
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प्राकृतिक आपदा का मुआवजा हो या मंडी में फसल बेचनी हो। उसका मेरी फसल मेरा ब्योरा पर पंजीकरण करवाना जरूरी है। मगर प्रदेश के महज 33.97 प्रतिशत किसानों ने ही अपनी फसल का पंजीकरण करवाया है, जोकि काफी कम है। ऐसे में किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ कैसे मिलेगा यह भी विचारणीय है। पोर्टल पर किसान अपनी फसल का ब्योरा नहीं दे रहे हैं, जिसके कारण कृषि विभाग की भी चिंता बढ़ी हुई है। विभाग की तरफ से बार-बार फसल पंजीकरण की तिथि बढ़ाई जा रही है। प्रदेश में कृषि क्षेत्रफल 8,98,5431.81 एकड़ है।

इनमें से अब तक 7,82,904 एकड़ कृषि विभाग ने फसलों को सत्यापन किया है। वहीं अब तक मेरी फसल मेरा ब्योरा के तहत 3,052, 338 एकड़ दर्ज करवाई हुई, जोकि 33.97 प्रतिशत है। प्रदेश में कुल 5,19,970 किसानों ने अपनी भूमि पंजीकरण करवाया है। ऐसे में मेरी फसल मेरा ब्योरा के कई लाभ हैं। जो किसन किन्हीं कारणों से अपना पंजीकरण नहीं करवा पाते हैं तो उनको फसल बिक्री में परेशानी आती है। इसके अलावा फसल खराब होने की स्थिति में सरकार द्वारा दिए जाने वाले मुआवजा की सहायता राशि से भी बंचित रह जाते हैं।

पंजीकरण में कुरुक्षेत्र अव्वल तो फरीदाबाद फिसड्डी

प्रदेश के 22 जिलों में अगर पंजीकरण की बात करें तो कुरुक्षेत्र जिला सबसे अव्वल है, जबकि फरीदाबाद फिसड्‌डी है। कुरुक्षेत्र में 349,260.15 एकड़ में से 178,335 एकड का पंजीकरण हो चुका है, जोकि 51.06 प्रतिशत है। वहीं फरीदाबाद की बात करें तो 105,006.61 एकड़ भूमि में से महज 9,025 एकड का पंजीकरण हुआ है जोकि 8.59 प्रतिशत है। पंजीकरण का यह आंकत अन्य जिलों के मुकाबले काफी कम है। ऐसे में अगर किसान समय पर पंजीकरण नहीं करवाते हैं तो उन्हें समस्याए हो सकती है।

पोर्टल पर पंजीकरण जारी

मेरी फसल मेरा ब्योरा के लिए फिलहाल पोर्टल पर पंजीकरण कार्य जारी है। इसके बावजूद कामन सर्विस सेंटर पर किसान पंजीकरण के लिए नहीं पहुंच रहे। फिलहाल पजीकरण के लिए कोई अतिम तिथि जारी नहीं की है। ऐसे में अधिक तेजी नहीं दिखा रहे।

मेरी फसल मेरा ब्योरा का पोर्टल खुला है। किसान लगातार पंजीकरण करवा रहे है। किसानों को पंजीकरण के लाभ के बारे में जागरूक भी किया जा रहा है। - डा. विनोद पोगाट, कृषि उप निर्देशक भिवानी








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