यूपी वालों के लिए बड़ी खबर, अब ई-वीइंग मशीन से होगा अनाज वितरण; बनेगा यह नया कार्ड

यूपी वालों के लिए बड़ी खबर, अब ई-वीइंग मशीन से होगा अनाज वितरण; बनेगा यह नया कार्ड
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यूपी वालों के लिए बड़ी खबर, अब ई-वीइंग मशीन से होगा अनाज वितरण; बनेगा यह नया कार्ड

खेत खजाना: यूपी में राशन कार्ड धारकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। अब उन्हें अपना राशन लेने के लिए ई-वीइंग मशीन का इस्तेमाल करना होगा। इस मशीन के जरिए उन्हें अपने कार्ड की यूनिट के अनुसार अनाज मिलेगा। इससे घटतौली और कालाबाजारी पर लगाम लगेगी और राशन कार्ड धारकों का अधिकार सुरक्षित रहेगा।

यह नई वितरण प्रणाली तहसील क्षेत्र के सकलडीहा, चहनियां व धानापुर ब्लाक में लागू की जा रही है। इन ब्लाक में कुल 310 सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान हैं। लोगों को मार्च से इस नई व्यवस्था के तहत राशन वितरित किया जाएगा।

ई-वीइंग मशीन कैसे काम करती है?

ई-वीइंग मशीन एक ऐसी मशीन है जो तराजू और ई-पास मशीन से कनेक्ट रहती है। जब कोई राशन कार्ड धारक अपना अंगूठा ई-पास मशीन पर लगाता है, तो उसके कार्ड की यूनिट का पता चलता है। फिर उसे उसी यूनिट के अनुसार अनाज तराजू पर रखा जाता है। जब तराजू पर अनाज का वजन सही होता है, तो ई-वीइंग मशीन से एक पर्ची निकलती है। इस पर्ची पर राशन कार्ड धारक का नाम, कार्ड नंबर, अनाज की मात्रा और दाम लिखा होता है। इस पर्ची को लेकर राशन कार्ड धारक को अनाज मिल जाता है।

यदि कोई कोटेदार राशन कार्ड धारक को कम अनाज देने की कोशिश करता है, तो ई-वीइंग मशीन से पर्ची नहीं निकलेगी। इससे राशन कार्ड धारक को अपना पूरा हक मिलेगा।

ई-वीइंग मशीन के फायदे

ई-वीइंग मशीन के इस्तेमाल से राशन कार्ड धारकों को कई फायदे होंगे। कुछ फायदे इस प्रकार हैं:

राशन कार्ड धारकों को अपने कार्ड की यूनिट के अनुसार अनाज मिलेगा। इससे उन्हें घटतौली का शिकार होने का डर नहीं रहेगा।

राशन कार्ड धारकों को पर्ची के साथ अनाज मिलने से उन्हें अपने राशन की पुष्टि होगी। इससे उन्हें अनाज की मात्रा और दाम की जानकारी होगी।

राशन कार्ड धारकों को अनाज लेने के लिए लंबी लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। इससे उन्हें समय और श्रम की बचत होगी।

राशन कार्ड धारकों को अनाज लेने के लिए कोटेदार के बहाने सुनने की जरूरत नहीं होगी। इससे उन्हें अपमान और परेशानी से बचने का मौका मिलेगा।

राशन कार्ड धारकों को अनाज लेने के लिए अतिरिक्त पैसे देने की जरूरत नहीं होगी। इससे उन्हें आर्थिक रूप से लाभ होगा।

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