Business Idea: खेती में 3500 रुपये खर्च कर कमाएं ₹75,000 महिना, कमाई का सौदा है यह खेती

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Business Idea: खेती में 3500 रुपये खर्च कर कमाएं ₹75,000 महिना, कमाई का सौदा है यह खेती

खेत खजाना, नई दिल्ली: आपने सुना होगा कि खेती से अच्छा कोई सौदा नहीं हो सकता, लेकिन अब एक नया खेती विचार किया जा रहा है जो किसानों के लिए एक नया मुनाफा दरबार खोल सकती है - जंगली गेंदे की खेती! इस खेती से संबंधित नई रिपोर्ट के अनुसार, इसमें सुगंधित तेल की बढ़ते हुए मांग के साथ-साथ कई और उपयोग हैं, जिससे किसान बहुतारीन फायदे उठा सकते हैं।

जंगली गेंदे की खेती के लिए सही तैयारी:

जंगली गेंदे की खेती के लिए उपयुक्त तैयारी करना महत्वपूर्ण है ताकि किसान अच्छे उत्पाद प्राप्त कर सके। बीजों को अच्छे से जमाने के लिए लंबे गर्मी के दिनों की जरूरत होती है। बुआई का समय उत्तर भारत के मैदानी भागों में अक्टूबर माह में हो सकता है और पहाड़ी क्षेत्रों में नर्सरी मार्च से अप्रैल माह में तैयार की जा सकती है। जब पौधे 10-15 सेमी लंबे हो जाएं, तो रोपण कर देना चाहिए।

मैदानी क्षेत्रों में 3-4 सिंचाई की जरूरत है और पहाड़ी क्षेत्रों में जंगली गेंदे की खेती वर्षा आधारित होती है। खेती की तैयारी के समय अंतिम जुताई पर 10-12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर सड़ी हुई गोबर की खाद मिलानी चाहिए। अच्छी पैदावार के लिए 100 किग्रा नाइट्रोन, 60 किग्रा फॉस्फोरस, और 40 किग्रा पोटाश प्रति हेक्टेयर की दर से दें।

फसल की कटाई और उत्पादन:

फसल की कटाई का समय मैदानी भागों में मार्च-अप्रैल में हो सकता है, जबकि पहाड़ी क्षेत्रों में यह सितंबर-अक्टूबर में हो सकता है। जमीन से लगभग 30 सेमी ऊपर हंसिया से पौधों को काटना चाहिए। जंगली गेंदे की एक उन्नत किस्म, जैसे कि वन-फूल या सीमैप, हर्ब को तुरंत आसवन करने की क्षमता में वृद्धि कर सकती है। इससे हर्ब का उत्पादन में वृद्धि होती है और किसान को 300-500 क्विंटल प्रति हेक्टेयर का हर्ब मिलता है, जिसमें 40-50 किग्रा तेल प्राप्त हो सकता है।

आर्थिक मुनाफा:

रिपोर्ट के अनुसार, जंगली गेंदे की फसल के उत्पादन में करीब 3,500 रुपये प्रति हेक्टेयर का खर्च आता है और फसल को बेचकर करीब 75,000 रुपये का नेट प्रॉफिट हो सकता है। इससे किसानों को नए और लाभकारी सौदे का एक नया द्वार खुल सकता है, जिससे उन्हें आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है और साथ ही खेती के लिए एक नया विकल्प मिल सकता है।

इस नए खेती विचार के साथ, किसानों को नए मौके मिल रहे हैं जो उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकते हैं और उन्हें नई तकनीकों के साथ अपने क्षेतीक्षेत्र में कदम से कदम मिलाकर चलने का मौका मिल सकता है। जंगली गेंदे की खेती न केवल एक आर्थिक सुधारक हो सकती है, बल्कि इससे अनेक उपयोग भी हो सकते हैं, जो आर्थिक विकास में सहायक हो सकते हैं। इसलिए, किसानों को इस नए और लाभकारी सौदे का अवसर अवश्य देखना चाहिए और इसके सफलता की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए तैयार रहना चाहिए।

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