बदलते मौसम ने तोड़ी खड़ी फसलों की कमर, जीरा, इसबगोल और सरसों की फसल हुई चौपट, जीरे की फसल में सबसे ज्यादा नुकसान
खेती एवं किसानों के लिए बारिश कहर साबित हो रही है, जिससे खेतों में खड़ी फसलों में भारी नुकसान हो रहा है।
बदलते मौसम ने तोड़ी खड़ी फसलों की कमर, जीरा, इसबगोल और सरसों की फसल हुई चौपट, जीरे की फसल में सबसे ज्यादा नुकसान
खेती एवं किसानों के लिए बारिश कहर साबित हो रही है, जिससे खेतों में खड़ी फसलों में भारी नुकसान हो रहा है। विभिन्न क्षेत्रों में हुई अनुमानित 45 किमी प्रति घंटा की रफ्तार वाली तेज हवा और बारिश के कारण खेतों में जीरे की फसलों में खराबी आई है।
खेतों में नुकसान के कारण
बारिश से खराबी
अचानक बारिश के कारण खेतों में खड़ी जीरे की फसल बहुत नुकसान हुआ है।
तेज हवाओं का प्रभाव
तेज हवाओं के साथ बारिश ने फसलों को भीगा दिया, जिससे उनका नुकसान हो गया।
किसानों के अरमान
किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया है, क्योंकि वे अपनी मेहनत के नतीजे गंवा रहे हैं।
मुआवजे की मांग
किसानों ने मुआवजे की मांग की है, क्योंकि वे बैंकों से ऋण ले कर फसले लगाते हैं। अनुमानित 40 किसानों को बीमा क्लेम नहीं मिलने से परेशानी है, जिसका हल जल्दी से निकाला जाना चाहिए।
इस बारिश से खेती में नुकसान के मामले में सरकार को सख्ती से काम करने की आवश्यकता है, ताकि किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जा सके और उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सके।