किसान ने बनाया गजब का कंप्यूटर सिंचाई सिस्टम Computerized Irrigation system

किसान ने बनाया गजब का कंप्यूटर सिंचाई सिस्टम Computerized Irrigation system
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बुरहानपुर जिले के ग्राम दापोरा में किसान विट्ठल पाटिल ने नवाचारी तरीकों का उपयोग करके खेतों के उत्पादन में सुधार किया है। उन्होंने खेत में कंप्यूटर ऑटोमेशन प्लांट लगाकर फसलों की सिंचाई को स्वचालित कर दिया है, जिससे उनका उत्पादन बढ़ा है।

Benefits of Computerized Automation:

कंप्यूटर ऑटोमेशन से प्राप्त लाभों में सिंचाई की स्वचालितता और समय-समय पर पानी का प्रबंधन शामिल है। बिना मानव हस्तक्षेप के, उनके खेतों में पानी पहुंचता है और उनकी फसलों की आवश्यकतानुसार सिंचाई की जाती है। इससे उनका समय भी बचता है और उत्पादकता में वृद्धि होती है।

Expansion of the System:

विट्ठल पाटिल ने अपनी खेतों में कंप्यूटर ऑटोमेशन प्लांट लगाने के बाद अपने उत्पादन को बढ़ावा दिया है। पहले उनकी सिंचाई केवल 36 एकड़ में होती थी, लेकिन इस नवाचारी तकनीक के प्रयोग से उन्होंने इसे 48 एकड़ तक बढ़ा दिया है।

Recognition and Government Support:

उनके प्रयासों की सराहना करते हुए, जिले के प्रशासन ने उन्हें समृद्ध किसान के रूप में सम्मानित किया है। वे आत्मनिर्भरता की दिशा में एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं और किसानों से भी इस प्रयास में जुटने की प्रेरणा दे रहे हैं।

Drip Irrigation and Funding:

उन्होंने बताया कि उन्हें कृषि विभाग के द्वारा ड्रिप सिंचाई और टिश्यू कल्चर के लिए अनुदान प्राप्त हुआ है। इससे उन्होंने खेतों में फसल लगाने में सफलता प्राप्त की है और उनके उत्पादन में वृद्धि हुई है।

Functioning of the System:

उनके पास कंप्यूटर ऑटोमेशन प्लांट है, जिसमें पानी को टाइमर के माध्यम से खेत में पहुंचाने के बाद मोटरों द्वारा एकत्र किया जाता है। चार टैंकों के माध्यम से फसलों तक खाद भी पहुंचाई जाती है।

किसान विट्ठल पाटिल के नवाचारी प्रयासों ने उनके खेतों के उत्पादन को बढ़ावा दिया है और वे अब आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर हो रहे हैं। इसके साथ ही, उनके प्रयास दूसरे किसानों के लिए भी प्रेरणास्त्रोत हो सकते हैं।

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