Cotton Farming: बीटी कपास में हुआ गुलाबी सुंडी का प्रकोप, कृषि विभाग ने जारी किए निर्देश

गुलाबी सूंडी कीट के नियंत्रण के लिए प्रभावी उपाय - विशेष निर्देश

Cotton Farming: बीटी कपास में हुआ गुलाबी सुंडी का प्रकोप, कृषि विभाग ने जारी किए निर्देश
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खेत खजाना: कपास में गुलाबी सूंडी कीट के प्रकोप से खेती कर्मियों को बहुत नुकसान होता है। इस लेख में हम आपको गुलाबी सूंडी कीट के नियंत्रण के प्रभावी उपायों के बारे में बताएंगे। ये उपाय आपको गुलाबी सूंडी कीट को नियंत्रित करने में मदद करेंगे और आपकी कपास फसल को सुरक्षित रखेंगे। इन उपायों का प्रयोग करके, आप अपनी खेती को बचा सकते हैं और अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।

गुलाबी सूंडी कीट का पहचान

गुलाबी सूंडी कीट एक प्रौढ़ और गहरे स्लेटी चमकीले रंग की कीट होती है। इसका आकार 8 से 9 मिलीमीटर होता है और यह फुर्तीला होती है। इस कीट के अंडे हल्के गुलाबी और बैंगनी रंग के होते हैं और ये नई पत्तियों और कलियों पर पाए जाते हैं। प्रारंभिक अवस्था में इसके लटों का रंग सफेद होता है, जो बाद में गुलाबी हो जाते हैं। इसकी पूर्ण विकसित लटों की लंबाई 10 से 12 मिलीमीटर होती है।

गुलाबी सूंडी कीट के नियंत्रण के लिए उपाय

गुलाबी सूंडी कीट के प्रकोप से बचने के लिए आप निम्नलिखित प्रभावी उपायों का उपयोग कर सकते हैं:

फेरोमोन ट्रैप का उपयोग करें: फेरोमोन ट्रैप को प्रति हेक्टेयर 5 ट्रैप की संख्या में लगाएं। यह ट्रैप गुलाबी सूंडी कीट को आकर्षित करके उसे नष्ट करने में मदद करेगा। इसे सप्ताह में कम से कम एक बार जांचें और उसे साफ करें।

हाथ से हटाएं: पतंगों को हाथ से हटाकर गुलाबी सूंडी कीट को नष्ट कर सकते हैं। आपको ध्यान देना चाहिए कि आप सिर्फ फूलों को ही हटाएं, क्योंकि इसी पर गुलाबी सूंडी कीट पाई जाती है।

नीम का उपयोग करें: गुलाबी सूंडी कीट के नियंत्रण के लिए आप 60 दिनों के बाद नीम के बीजों का अर्क (5%) और नीम का तेल (5 मिलीलीटर प्रति लीटर) को मिलाकर छिड़काव कर सकते हैं। इसे बीज उगाने के बाद करें ताकि यह उपाय गुलाबी सूंडी कीट के प्रकोप को रोकने में मदद कर सके।

फव्वारा के उपयोग की जाँच करें: बीटी कपास की फसल में गुलाबी सूंडी कीट के प्रकोप के मामले में, आपको फव्वारे के उपयोग की जाँच करनी चाहिए। फव्वारे को फसल में स्थापित करके गुलाबी सूंडी कीट को नष्ट किया जा सकता है।

संयंत्र रोग प्रबंधन का पालन करें: फसल को स्वस्थ रखने के लिए संयंत्र रोग प्रबंधन का पालन करें। स्थानांतरण, गुच्छ नष्टीकरण, और रोगप्रतिरोधी पौधों के साथ स्थानांतरण के दौरान संयंत्र रोगों का प्रसार कम होगा।

जल नियंत्रण का ध्यान रखें: बारिश के दौरान पानी के बहाव का नियंत्रण करें और स्थानांतरण योजना बनाएं। इससे गुलाबी सूंडी कीट के प्रसार को कम किया जा सकता है।

गुलाबी सूंडी कीट एक गंभीर समस्या हो सकती है जो कपास फसल को प्रभावित कर सकती है। कृषकों को गुलाबी सूंडी कीट के प्रकोप को पहचानने, नियंत्रित करने और बचाव के लिए सुरक्षित और प्रभावी उपायों का उपयोग करना चाहिए। ऊपर दिए गए उपायों का प्रयोग करके, आप गुलाबी सूंडी कीट के प्रकोप को नियंत्रित कर सकते हैं और अपनी कपास फसल को सुरक्षित रख सकते हैं। प्रभावी नियंत्रण के लिए, आपको ज्ञात नियमितता से उपायों का उपयोग करना चाहिए और यदि आवश्यक हो, स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र से मदद लेनी चाहिए।

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