दो-फाड़ हो गई डबवाली की सब्जीमंडी, पंजाब व हरियाणा दोनों जगह हुआ कारोबार

सब्जी विक्रेताओं में रोष, मंडीकरण बोर्ड प्रशासन की कथित कार्यप्रणाली भी जिम्मेदार

दो-फाड़ हो गई डबवाली की सब्जीमंडी, पंजाब व हरियाणा दोनों जगह हुआ कारोबार
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डबवाली की सब्जी मंडी आखिरकार दो-फाड़ हो ही गई। सोमवार को बहु संख्या आढ़तियों ने जहां हरियाणा क्षेत्र की नई सब्जी मंडी में काम करना शुरू कर दिया वहीं दूसरी ओर कुछ आकृती पंजाब के मंडी किलियांवाली इलाके में पलायन कर गए और वहां भी नई सब्जी मंडी का आगाज हो गया। हरियाणा की सब्जी मंडी की विशेष बात यह है कि पुरानी सब्जी मंडी में जो लोग बड़े आढ़ती थे, उनमें से अधिकांश नई सब्जी मंडी में अब लाइसैंस की एडजस्टमेंट करके किराएदार के तौर पर काम करने के लिए मजबूर हैं।

डबवाली की सब्जी मंडी के दो फाड़ होने पर सभी सब्जी विक्रेताओं में रोष भी है। आढ़तियों का कहना है कि सब्जी मंडी के दो फाड़ होने के लिए कहीं न कहीं मंडीकरण बोर्ड प्रशासन की कथित कार्यप्रणाली भी जिम्मेदार है। लाइसेंसधारी आढ़‌तियों को रियायती दरों पर दुकानें देने के मामले में बार-बार जो मापदंड बदले गए, उस वजह से अधिकांश आढ़ती दुकानें लेने से वंचित रह गए। कुछ आढ़ती इस मामले को लेकर अपील में भी गए लेकिन इस अपील पर कोई सुनवाई अभी तक नहीं हुई है।

ऐसे में मजबूरी में यह आढ़ती नई सब्जी मंडी में किराएदार बनकर आए हैं। इनकी किराएदारी में भी अभी कोई पेज फंस सकता है। जिन लोगों को रियायती दरों पर सरकार ने दुकानें दी हैं। वे लोग आगे दुकान किराए पर दे सकते हैं इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। यदि इसमें कोई नया प्रावधान सामने आ गया तो मामला पेचीदा हो सकता है। हालांकि सब्जी मंडी विभाजन के बाद दोनों तरफ के आढ़ती अपने अपने क्षेत्र में सफल कारोबार की बात कह रहे हैं।

मंडी किलियांवाली सब्जी मंडी के आढ़ती सतीश बठला का कहना है कि करीब 20 कारोबारी लोग किलियांवाली मंडी में सोमवार को कारोबार करने आए और यहां रिकॉर्ड आमद के साथ सब्जी की बिक्री हुई। दूसरी ओर हरियाणा क्षेत्र के आढ़ती भी अपने कारोबार को पहले जैसा ही बता रहे हैं।

इन सब के बीच शहर के मध्य में स्थित पुरानी सब्जी मंडी में भी सब्जी व फलों की खरीद बेच का कारोबार दुकानदारों द्वारा किया जाता रहा। यहां आढ़तियों को छोड़कर भी सब्जी की काफी दुकानें खुली हुई हैं। यहां से छोटे दुकानदार व आम लोग सब्जी खरीद कर ले जाते हैं। इन सभी दुकानदारों ने पहले की ही तरह अपना कारोबार पुरानी सब्जी मंडी में ही जारी रखा। इसके अलावा बड़ी संख्या में रेहड़ी वाले भी इसी पुरानी सब्जी मंडी में अपना कारोबार करते दिखाई दिए।

कुल मिलाकर डबवाली में फिलहाल सब्जी व फलों की बिक्री का काम अलग-अलग जगहों पर विभाजित हो गया है। हरियाणा क्षेत्र की नई सब्जी मंडी के कई आढ़तियों ने तो चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनके आवेदनों पर दुकान आबंटन के मामले में कोई जल्द फैसला न लिया तो वह भी पंजाब क्षेत्र में पलायन कर सकते हैं।

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