गेंहू की आवक न होने से, दूसरे दिन भी शुरू नहीं हो पाई MSP पर गेंहू खरीद, अब तक 1294 किसानों ने करवाया पंजीकरण

गेंहू की आवक न होने से, दूसरे दिन भी शुरू नहीं हो पाई MSP पर गेंहू खरीद, अब तक 1294 किसानों ने करवाया पंजीकरण
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गेंहू की आवक न होने से, दूसरे दिन भी शुरू नहीं हो पाई MSP पर गेंहू खरीद, अब तक 1294 किसानों ने करवाया पंजीकरण

खेत खजाना, सूरतगढ़, नई धानमंडी में गेहूं की आवक न होने से गेहूं की समर्थन मूल्य पर सोमवार को दूसरे दिन भी खरीद शुरू नहीं हो पाई। भारतीय खाद्य निगम ने इस बार 10 मार्च से गेहूं की समर्थन मूल्य खरीद शुरू करने का निर्णय लिया था। इसके लिए एफसीआई ने गेहूं की सरकारी खरीद के लिए सूरतगढ़ मंडी में 10 मार्च को 2 क्यूआई व एक भुगतान प्रभारी की नियुक्ति कर दी है। ताकि मंडी में गेहूं की आवक होने पर समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू हो सके।

वहीं, 1294 किसान अब तक गेहूं समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन को प्रक्रिया 20 जनवरी से चल रही है जो 25 जून तक चलेगी। यानि खरीद अवधि 10 मार्च से 30 जून तक चलेगी।

एफसीआई ने सूरतगढ़ नई धानमंडी, बीरमाना व राजियासर में गेहूं खरीद केंद्र बनाए हैं। क्यूआई ने बताया कि गेहूं समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए जनआधार कार्ड से रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। इस बार गिरदावरी पटवारियों द्वारा ऑनलाइन जमा करवाई जा रही है। यानि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा गेहूं सरकार को बेचने वाले किसानों को इस बार जमीन की गिरदावरी के लिए पटवारियों के चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे।

सरकार का इस बार खरीद केंद्रों पर 6 लाख क्विंटल गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है। जबकि गत वर्ष सरकार ने 2 लाख 48 हजार 182 क्विंटल गेहूं समर्थन मूल्य पर क्रय किया थ। सरकार को इस बार अधिक मात्रा में गेहूं समर्थन मूल्य पर मिले रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया जल्द शुरू करने के साथ गिरदावरी ऑनलाइन जमा होने की प्रक्रिया में राहत दी है। यही नहीं गेहूं सरकार को बेचने के 2 दिन बाद किसान के बैंक खाते में ऑनलाइन भुगतान जमा होगा। एक किसान गिरदावरी के हिसाब से अधिक से अधिक गेहूं सरकार को बेच सकेगा। सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया है। इसके अतिरिक्त 125 रुपए प्रति क्विंटल पर बोनस देगी, यानि किसान को एक क्विंटल गेहूं पर समर्थन मूल्य पर बेचने पर 2400 रुपए का भुगतान मिलेगा।

किसानों को ऑफलाइन के लिए पटवारी से तानी होगी पर्ची: क्यूआई ने बताया कि कुछ गांवों के किसान गेहूं ऑफलाइन भी बेच सकेंगे। इनमें गांव रंगमहल, सोमासर, राईयांवाली, बडोपल बारानी व किसानपुरा आचादी गांव शामिल है। गांवों के किसानों को पटवारी से गिरदावरी के रूप में गेहूं समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए पटवारी से पर्ची लेकर खरीद केंद्र पर आना होगा। ऐसे किसानों की संख्या एक-दो प्रतिशत है। वे पचों के आधार पर गेहूं खरीद केंद्र पर आसानी से बेच सकेंगे। भुगतान बिना देरी के उनके बैंक खाते में ऑनलाइन जमा हो जाएगा।

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