पहले बना मजाक लेकिन अब बुराई करने वाले भी ले रहे सलाह, किसान की 20 एकड़ में बोई फसल के बंपर मुनाफे ने किया बड़े- बड़ों का मुंह बंद
किसान जोगेंद्र सिंह जो कि एक सफल किसान हैं इन्होंने लगभग 60 एकड़ जमीन बटाई पर ले रखी है जिसमें से यह 20 एकड़ भूमि में गन्ने के साथ-साथ गोभी और धनिया की खेती करते है।
खेतखाजाना
पहले बना मजाक लेकिन अब बुराई करने वाले भी ले रहे सलाह, किसान की 20 एकड़ में बोई फसल के बंपर मुनाफे ने किया बड़े- बड़ों का मुंह बंद
हरियाणा का किसान खेती करने के मामले में कई राज्यों मैं सबसे ऊपर है क्योंकि यहां के किसान आधुनिक तकनीकों व कृषि संबंधी जानकारी लेकर नई किस्में और उनसे होने वाले बंपर मुनाफे का फायदा उठा रहे हैं। ऐसी ही कहानी है पानीपत के एक किसान की, यहां के गांव दीवाना का एक सफल किसान जिसने अपने खेतों में लगभग 20 एकड़ में 3 मेल की फसल बो रखी है जो उन्हें बंपर मुनाफा दे रहे हैं। बेलदार सब्जी की खेती छोड़ गन्ने के साथ किसान ने गोभी और धनिया की फसल बो रखी है।
बनाया दूसरे किसानों ने मजाक
किसान जोगेंद्र सिंह जो कि एक सफल किसान हैं इन्होंने लगभग 60 एकड़ जमीन बटाई पर ले रखी है जिसमें से यह 20 एकड़ भूमि में गन्ने के साथ-साथ गोभी और धनिया की खेती करते है। पहले पहल फसल बोने के समय किसान के पड़ोसियों ने किसान जोगेंद्र सिंह का काफी मजाक उड़ाया था. 2 साल पहले जब इस किसान ने गन्ने के साथ गोभी और धनिया की फसल बोई तो पड़ोसी किसानों ने मजाक बनाया और सलाह दी कि वह गन्ने के साथ सब्जी ना बोये बेलदार सब्जियां गन्ने के पौधे की वृद्धि रोक देती हैं और पौधा पूरी तरह से बढ़ नहीं सकता लेकिन जोगिंदर सिंह ने बेलदार सब्जियां भोकर गोभी और धनिया की फसल लगाना सही समझा और उनका यह प्लान काम कर गया. उन्होंने सभी की बातों को अनसुना करते हुए अपना काम जारी रखा और वह कर दिखाया जो पिछले 20 सालों से खेती कर रहे किसानों ने भी हासिल नहीं किया है।
किसान को हो रहा तगड़ा मुनाफा
किसान जोगेंद्र ने बताया कि वह ट्रेंच विधि से कृषि करता है और एक साथ खेत में तीन फसलों को उगाता है जिससे खर्च भी कम आता है और मुनाफा भी अधिक होता है। जोगिंदर को एक साथ तीन फसलों की खेती से प्रति एकड़ ढाई लाख रुपए का मुनाफा हो रहा है। खेत से ही दिल्ली आजादपुर मंडी के आढ़ती गाड़ी भेज कर उसकी धनिया गोभी की सब्जी मंगवा लेते हैं।
गन्ने के साथ लगाया गोभी और धनिया
बेलदार सब्जी से गन्ने का विकास रुक जाता है और वह ठीक से नहीं बना पाता। इसलिए उसने अपने खेतों में बेलदार सब्जी ना लगाकर गोभी और धनिया की सब्जी उगाई। जिससे गन्ने के पौधों को भी नुकसान नहीं हुआ और तीनों फसलें एक ही खाद दवाई में अच्छी पैदावार के साथ हुई। यानी कि तीनों फसलों में से गोभी की फसल से तीनों फसलों की लागत पूरी हो गई और दो फसलें बचत में आ गई।