किसान सच में अन्नदाता है, यह कहीं भी और कभी भी अन्न उपजा सकता है, किसान छोटू ने भारी सर्दी में 2 एकड़ में तरबूज उगा कर किया सबको हैरान
इस तरबूज की खेती के प्रयास से वह करीब 2 लाख रुपये की लागत में 3 क्विंटल से भी अधिक तरबूज निकालने की संभावना बता रहे हैं।
किसान सच में अन्नदाता है, यह कहीं भी और कभी भी अन्न उपजा सकता है, किसान छोटू ने भारी सर्दी में 2 एकड़ में तरबूज उगा कर किया सबको हैरान
दमोह, मध्यप्रदेश: राजघाट में रहने वाले किसान, मंगल पटेल ने ठंडियों में तरबूज की खेती कर मालामाल हो गया है। इस प्रयास से नहीं सिर्फ वह खुद को फायदा हुआ, बल्कि उनकी कड़ी मेहनत ने आसपास के किसानों को भी सीख दी।
तरबूज की खेती की तकनीकें
किसान छोटू पटेल ने बताया कि तरबूज की फसल को तैयार करने में 3 महीने का वक्त लगता है। यहां देखिए उनके द्वारा अपनाए गए तरीके
1. बीज चयन
अच्छे गुणवत्ता वाले बीजों का चयन करें।
विशेषज्ञों की सलाह लें और उचित बीजों का इस्तेमाल करें।
2. देखरेख
समय-समय पर क्यारियों में पानी छोड़ना हमेशा जरूरी है।
पूर्व-देखरेख और विशेषज्ञों की सलाह से फसल की देखभाल करें।
3. खेत की तैयारी
भूमि को अच्छे से तैयार करें।
उर्वरकों का सही समर्थन करें।
किसान को मिली बड़ी कमाई
तीन महीनों की कठिन मेहनत के बाद, मंगल पटेल ने बड़ा मुनाफा कमाया। इस तरबूज की खेती के प्रयास से वह करीब 2 लाख रुपये की लागत में 3 क्विंटल से भी अधिक तरबूज निकालने की संभावना बता रहे हैं। बाजार में तरबूज की मांग बढ़ रही है और इससे उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है।
तरबूज का बाजार भाव
अन्य जिलों के विक्रेताओं ने इस खेती की बढ़ती हुई मांग को देखते हुए मंगल के खेत पर आकर तरबूज खरीदने का निर्णय लिया है। बाजार में एक तरबूज की कीमत 50 से 60 रुपये तक है, जो किसानों को बड़ा लाभ पहुंचा रहा है।
नए प्रयास से किसानों को मिल रहा साथ
कृषि विज्ञान केंद्र दमोह के प्रयास से किसान मित्र नई नई तकनीकों का सही इस्तेमाल कर अधिक पैदावार लेकर मुनाफा कमा रहे हैं। यह नया प्रयास किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद कर रहा है।
अब, ठंड के मौसम में उगाए गए तरबूज ने नहीं सिर्फ किसान को बल्कि उनके परिवार को भी राहत दी है। इस सफलता के साथ, नए प्रयासों के साथ अब किसानों का समर्थन बढ़ रहा है