किसान संगठनों का 'दिल्ली' कूच: MSP कानून और कर्ज माफी की मांग

किसान संगठनों ने किया गया ऐलान किया है कि 13 फरवरी को किसानों का राष्ट्रीय राजधानी 'दिल्ली' कूच होगा।

किसान संगठनों का दिल्ली कूच: MSP कानून और कर्ज माफी की मांग
X

बरनाला (पंजाब): शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा और 18 किसान यूनियनें ने महापंचायत बुलाकर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी संबंधी कानून बनाने और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग की है। किसानों ने 'दिल्ली चलो' का आह्वान किया और 13 फरवरी को राष्ट्रीय राजधानी में पहुंचने का ऐलान किया है। इसके साथ ही, उन्होंने ऋण माफी की मांग और तीन अक्टूबर, 2021 को लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग भी की है।

किसानों की मांगें

प्रमुख जगजीत सिंह डल्लेवाल ने बताया, "हम एमएसपी की गारंटी देने वाला कानून बनाने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट सी2 (उत्पादन की समग्र लागत) जमा पचास प्रतिशत का फार्मूला लागू करने और किसानों की ऋण माफी की मांग कर रहे हैं।" उनके अनुसार, यह कदम किसानों को सुरक्षित करने में मदद करेगा और उन्हें उचित मूल्य मिलेगा।

किसानों ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग भी की है। इसके साथ ही, 10 जनवरी को चंडीगढ़ में बुद्धिजीवियों से मिलने का ऐलान किया गया है और 26 जनवरी को देशभर में एक मार्च निकालने की योजना बनाई गई है।

किसानों का 'दिल्ली' कूच

किसान संगठनों ने किया गया ऐलान किया है कि 13 फरवरी को किसानों का राष्ट्रीय राजधानी 'दिल्ली' कूच होगा। इसके तहत, किसानों को दिल्ली पहुंचने का आह्वान किया गया है, जहां वे अपनी मांगों को सुनिश्चित करने के लिए सरकार से मुलाकात करेंगे।

केंद्र सरकार पर आरोप

हरियाणा के किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, "केंद्र सरकार उन वादों को पूरा करने में विफल रही जो उन्होंने आंदोलनरत किसानों से किए थे और जिनके आधार पर आंदोलन समाप्त कर दिया गया।"

26 जनवरी का मार्च

किसान संगठनों का यह निर्णय आंदोलनरत किसानों के लिए साहस भरा है। उनका लक्ष्य 26 जनवरी को देशभर में मार्च निकालने का है, जिससे वे अपनी आवाज को सुनिश्चित करने के लिए एकजुट होंगे।

किसानों का दिल्ली कूच एक महत्वपूर्ण कदम है जिससे वे अपनी मांगों को सरकार के सामने रख सकते हैं। इसके साथ ही, उन्होंने ऋण माफी और एमएसपी की गारंटी के लिए भी मांग रखी है, जो उनके लिए आर्थिक सुरक्षा और सही मूल्य की प्राप्ति में मदद करेगा। 13 फरवरी को दिल्ली में होने वाले कूच की चर्चा हर कोने में है और किसानों की आंदोलन भारत की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना बन गई है।

Tags:
Next Story
Share it