किसान रामबाबू सिंह ने ताइवानी नस्ल के रेड लेडी पपीता से 15 कट्ठे में की 5 लाख की कमाई, एक पपीते का वजन है 3 किलो

ताइवानी नस्ल के रेड लेडी पपीते से किसान रामबाबू सिंह ने अपनी खेती से पहले ही साल में 5 लाख रुपए की कमाई की है, जो हैरान करने वाली है।

किसान रामबाबू सिंह ने ताइवानी नस्ल के रेड लेडी पपीता से 15 कट्ठे में की 5 लाख की कमाई, एक पपीते का वजन है 3 किलो
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किसान रामबाबू सिंह ने ताइवानी नस्ल के रेड लेडी पपीता से 15 कट्ठे में की 5 लाख की कमाई, एक पपीते का वजन है 3 किलो


पपीता, जिसे सभी पसंद करते हैं, वह न केवल हमारे भोजन का हिस्सा है बल्कि यह किसानों के लिए एक आत्मनिर्भरता का स्रोत भी है। ताइवानी नस्ल के रेड लेडी पपीते से किसान रामबाबू सिंह ने अपनी खेती से पहले ही साल में 5 लाख रुपए की कमाई की है, जो हैरान करने वाली है।





किसान रामबाबू सिंह ने ताइवानी नस्ल के रेड लेडी पपीता से की गई खेती से पहले कई गांवों में रिसर्च की और अन्य किसानों से जानकारी जुटाई। उन्होंने इस पपीते की खेती से कैसे 15 कट्ठे में 5 लाख की कमाई की,

रामबाबू सिंह को ऐसे मिली सफलता

रामबाबू सिंह ने पपीते की खेती में सफलता प्राप्त करने के लिए तैयारी की है। उन्होंने पहले गांवों का दौरा किया, जहां पपीता की खेती हो रही थी, और वहां से अनुभव सहित जानकारी जुटाई। उन्होंने विशेषज्ञों से सलाह ली और मंडी की नजर रखी, जिससे उन्हें पपीते की खेती करने का सही समय और तरीका मिला।



ताइवानी नस्ल के रेड लेडी पपीते की खासियत

अधिक उत्पादन

यह पपीता एक बार लगाने पर 36 महीने तक फल देता है और पौधों को 3 साल के बाद बदलने की आवश्यकता होती है।

अधिक वजन

रेड लेडी पपीता में हर पौधे पर 3-3 किलो का फल लगता है, जिससे किसानों को बड़ा मुनाफा हो रहा है।



फलदार पौधा

एक बार लगाने के बाद, पपीता पौधा 36 महीने तक फल देता है, जिससे नियमित आय होती है।

कम खर्च

15 कट्ठे में लगाने पर एक लाख रुपए का खर्च आता है, जो कि पहले ही साल में कमाई में बदल जाता है।

पहले करते थे गोभी की खेती

रामबाबू सिंह का कहना है कि पहले वह गोभी की खेती करते थे, लेकिन मार्केट में उत्पाद की अधिकता से नुकसान हो रहा था। इसलिए उन्होंने ताइवानी नस्ल के रेड लेडी पपीते की खेती की शुरुआत की और पहले ही साल में 5 लाख रुपए का मुनाफा कमाया।


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