किसानों को खूब भा रही नैनो डीएपी, पुराने उर्वरकों से 700 रूपये मिल रही सस्ती, सिर्फ आधा लीटर बोतल कर रही 50 किलो की बोरी जितना काम

नैनो डीएपी की आधा लीटर की बोतल पारंपरिक डीएपी की 50 किलोग्राम की बोरी के समान काम कर सकती है, जिससे एक एकड़ खेत के लिए पर्याप्त है।

किसानों को खूब भा रही नैनो  डीएपी, पुराने उर्वरकों से 700 रूपये मिल रही सस्ती, सिर्फ आधा लीटर बोतल कर रही 50 किलो की बोरी जितना काम
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किसानों को खूब भा रही नैनो डीएपी, पुराने उर्वरकों से 700 रूपये मिल रही सस्ती, सिर्फ आधा लीटर बोतल कर रही 50 किलो की बोरी जितना काम

आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत, भारत सरकार ने कृषि क्षेत्र में नए अध्याय की शुरुआत की है। खेती में स्वदेशी नैनो डीएपी का प्रयोग कर तरल रूप में बोतलों में उपलब्ध कराया जा रहा है। यह नई प्रौद्योगिकी किसानों को कई फायदे पहुँचा सकती है। नैनो डीएपी के साथ, खेती में सुधार कर पैदावार में वृद्धि हो सकती है, जिससे किसानों को लाभ हो सकता है।

नैनो डीएपी के फायदे

नैनो डीएपी का उपयोग पारंपरिक उर्वरक के मुकाबले करने में लगभग 700 रुपये सस्ते होने के साथ-साथ गुणवत्ता में भी सुधार कर सकता है। इसके साथ ही, नैनो डीएपी से फसल की पैदावार में वृद्धि हो सकती है। नैनो डीएपी की बोतलें ऑनलाइन उपलब्ध हैं, जिन्हें विभाग द्वारा बिना डिलीवरी चार्ज के घर तक पहुँचाया जा रहा है।

नैनो डीएपी की आधा लीटर की बोतल पारंपरिक डीएपी की 50 किलोग्राम की बोरी के समान काम कर सकती है, जिससे एक एकड़ खेत के लिए पर्याप्त है। यह सुनिश्चित करता है कि किसान उर्वरक को अधिक बचत के साथ उपयोग कर सकते हैं।

खेती की नई दिशाएँ

सरकार की पहल के तहत, खेती के नए तरीकों की ओर कदम बढ़ाया जा रहा है। नैनो डीएपी उर्वरक उपयोग करके कम लागत पर फसल की पैदावार दोगुनी की जा सकती है, जो किसानों को अधिक आय प्रदान कर सकता है।

पर्यावरण के साथ मिलकर

नैनो डीएपी तरल होने के कारण वायु प्रदूषण कम होगा और जल संरक्षण भी होगा। इससे फसल पूरी तरह से सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल हो जाएगी। नैनो डीएपी का परिवहन भी आसान होगा, जिससे किसानों को अधिक सुविधा होगी।

नैनो डीएपी के इस नए उर्वरक के साथ, भारतीय किसानों को नए और उत्कृष्ट उपायों का प्रयोग करके उनकी खेती में सुधार करने का एक नया और प्रोमिसिंग तरीका मिला है।

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