टॉप 5 फलों की खेती से होगी बंपर कमाई: जानिए कौन से हैं ये फल

जनकर्ण की जगह से, सेब की खेती एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है, खासकर ठंडे प्रदेशों में जैसे कि हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड, आदि

टॉप 5 फलों की खेती से होगी बंपर कमाई: जानिए कौन से हैं ये फल
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सेब की खेती (Apple Cultivation)

जनकर्ण की जगह से, सेब की खेती एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है, खासकर ठंडे प्रदेशों में जैसे कि हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड, आदि। सेब का धार्मिक महत्व भी होता है और इसे केवल खाने के लिए उपयोग किया जाता है, बल्कि पूजा पाठ, भोग लगाने, आदि के लिए भी। सेब खाने से लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और इसका इलाज भी कई बीमारियों में अच्छा माना जाता है। इसके साथ ही, सेब की मांग भारत में साल भर में बनी रहती है।

सेब की खेती कैसे करें:

  • मौसम और मिट्टी का चयन करें: सेब की खेती के लिए ठंडी और शुष्क मौसम उपयुक्त होता है। 15 से 20 डिग्री सेल्सियस का तापमान उपयुक्त होता है। सिंचाई की सुविधा भी मौजूद होनी चाहिए।
  • बीज का चयन: अच्छी किस्म के सेब के बीज का चयन करें।
  • रोपाई: बुआई करते समय बीजों की दूरी को 40 सेंटीमीटर पर रखें।
  • सिंचाई: समय-समय पर सिंचाई करते रहें।
  • मिट्टी की जांच: मिट्टी की जांच कराएं और सलाहकार से सलाह लें।
  • कमाई: किसान द्वारा की गई सेब की खेती की कमाई उपज की मात्रा, बाजार में मांग, और बिक्री क्षमता पर निर्भर करती है। सामान्यतः, प्रति एकड़ सेब की खेती से 8 लाख से 10 लाख रुपए सालाना कमाई की जा सकती है।

नाशपाती की खेती (Pear Farming)

नाशपाती की खेती से भी किसानों को काफ़ी मुनाफा हो सकता है। नाशपाती का उपयोग खाने के लिए और भी कई उपयोगों में किया जाता है, जैसे कि औषधीय उपयोग, पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के लिए, और मिठाई बनाने के लिए।

नाशपाती की खेती कैसे करें:

  • मौसम और मिट्टी का चयन: नाशपाती की खेती के लिए शीतल जलवायु और अच्छी सिंचाई की सुविधा होनी चाहिए।
  • बीज का चयन: बीज का चयन उच्च गुणवत्ता वाले बीज से करें।
  • रोपाई: खेत में बीज को मार्च या अप्रैल में बोएं।
  • सिंचाई: नियमित रूप से सिंचाई करें, क्योंकि नाशपाती को उच्च तापमान पर बोया जाता है।
  • कमाई: प्रति एकड़ खेती से 5 से 6 लाख रुपए प्रति एकड़ की कमाई की जा सकती है।

चेरी की खेती (Cherry Farming)

चेरी की खेती भारत के ठंडे क्षेत्रों में होती है और इसके लिए शीतल जलवायु और सिंचाई की अच्छी सुविधा होनी चाहिए। चेरी की खेती से किसान काफ़ी अच्छी कमाई कर सकते हैं।

चेरी की खेती कैसे करें:

  • मौसम और मिट्टी का चयन: ठंडी जलवायु और अच्छी सिंचाई की सुविधा होनी चाहिए।
  • रोपाई: प्रति हेक्टेयर 50 से 60 पेड़ लग सकते हैं और प्रति पेड़ 20 से 30 किलो चेरी प्राप्त हो सकते हैं।
  • कमाई: चेरी की फसल को थौक में 90 से 110 रुपए किलो बेचा जा सकता है, जिससे सालाना लगभग 3 लाख रुपए तक की कमाई हो सकती है।

आड़ू की खेती (Peach Cultivation)

आड़ू एक स्वादिष्ट और पौष्टिक फल है और इसके लिए मध्यम तापमान की जरूरत होती है। उत्तरप्रदेश, जम्मू - कश्मीर, हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों में इसकी खेती होती है। आड़ू की खेती से प्रति हेक्टेयर 4 से 5 लाख रुपए सालाना कमाई हो सकती है।

आड़ू की खेती कैसे करें:

  • मौसम और मिट्टी का चयन: शीतल जलवायु और अच्छी सिंचाई की सुविधा होनी चाहिए।
  • रोपाई: बीज को मार्च या अप्रैल में बोएं।
  • कमाई: प्रति हेक्टेयर 4 से 5 लाख रुपए सालाना कमाई हो सकती है।

खुबानी की खेती (Apricot Cultivation)

खुबानी एक महत्वपूर्ण औषधीय और खाद्य फल है और इसका उपयोग कई तरीकों से होता है। खुबानी की खेती समशीतोष्ण और शीतोष्ण जलवायु में की जाती है।

खुबानी की खेती कैसे करें:

  • मौसम और मिट्टी का चयन: उच्च गुणवत्ता वाली मिट्टी का प्रयोग करें।
  • बीज का चयन: उच्च गुणवत्ता वाले बीज का चयन करें।
  • रोपाई: प्रति हेक्टेयर 3 से 4 लाख रुपए सालाना कमाई हो सकती है।

ये फलों की खेती किसानों के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है, लेकिन सही मौसम, मिट्टी, और उपयोगकर्ता की मांग के आधार पर यह खेती की जा सकती है। खेती करने से पहले सलाहकार से परामर्श लें और सही तरीके से खेती का प्रबंधन करें। यदि सही देखभाल की जाए, तो ये फल किसानों के लिए अच्छी कमाई का स्रोत बन सकते हैं।

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