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Free electricity connection : सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली कनेक्शन, किसानों को सरकार की सौगात, 8.40 लाख होंगे लाभान्वित!

Free electricity connection : सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली कनेक्शन: बिहार के किसानों को सरकार की सौगात, 8.40 लाख होंगे लाभान्वित!

Free electricity connection : 28 फरवरी 2025 की सुबह है, और बिहार के किसान भाइयों के लिए एक बड़ी खुशखबरी लेकर आए हैं। “Free electricity connection will be provided for irrigation” की योजना अब बिहार में जोर-शोर से लागू हो रही है। बिहार सरकार की मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना के तहत किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली कनेक्शन मिलेगा, वो भी सिर्फ 55 पैसे प्रति यूनिट की सस्ती दर पर। अगर आप “free electricity for farmers” या “irrigation schemes” सर्च कर रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए ही है। अब तक 5.42 लाख किसानों ने इस योजना का फायदा उठाया है, और बाकी 8.40 लाख किसानों तक इसे पहुंचाने का लक्ष्य है। तो चलिए, इस शानदार योजना को करीब से समझते हैं।

नई दिल्ली से लेकर बिहार के खेतों तक, ये खबर चर्चा में है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस योजना को किसानों की आय बढ़ाने और खेती को आसान बनाने के लिए शुरू किया है। “Free electricity connection will be provided for irrigation” का मतलब है कि अब आपको डीजल पंपों पर हर घंटे 100 रुपये खर्च करने की जरूरत नहीं। बिजली से चलने वाले 2 हॉर्स पावर के पंप से सिर्फ 2 रुपये प्रति घंटे में सिंचाई हो जाएगी। अब तक 5 लाख से ज्यादा किसानों ने इस मुफ्त कनेक्शन से अपनी लागत 98% तक घटाई है। बिहार में खेती करने वाले भाइयों के लिए ये किसी सपने से कम नहीं। और हाँ, आज यानी 28 फरवरी 2025 तक आवेदन का आखिरी मौका है, तो जल्दी करें।

ये योजना बिहार के 8.40 लाख किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाई गई है। सरकार हर यूनिट पर 6.19 रुपये की सब्सिडी दे रही है, जिससे बिजली का बिल सिर्फ 55 पैसे प्रति यूनिट रह गया है। डीजल पंपों की तुलना में ये लागत 50 गुना कम है। एक किसान ने बताया, “पहले डीजल से एक घंटे की सिंचाई में 100 रुपये जाते थे, अब बिजली से 2 रुपये में काम हो जाता है। फसल भी अच्छी हो रही है।” “Free electricity connection will be provided for irrigation” से न सिर्फ पैसा बचेगा, बल्कि खेतों में हरियाली भी लौटेगी। बिहार में अब तक 3.60 लाख डीजल पंपसेट को बिजली से जोड़ा जा चुका है, और 2024-26 तक 4.80 लाख और पंपसेट जोड़ने का लक्ष्य है।

आवेदन की प्रक्रिया भी बिल्कुल आसान है। “Free electricity connection will be provided for irrigation” का लाभ लेने के लिए आपको सिर्फ पासपोर्ट साइज फोटो, एड्रेस प्रूफ (जैसे आधार कार्ड), और मौजूदा लगान रसीद चाहिए। इसके साथ “सुविधा ऐप” पर जाकर ऑनलाइन अप्लाई करें। अगर ऑनलाइन नहीं करना चाहते, तो अपने नजदीकी बिजली कार्यालय में ऑफलाइन फॉर्म जमा कर सकते हैं। आवेदन के 7 दिन के अंदर आपके खेत तक बिजली के तार और पोल पहुंच जाएंगे। आज 28 फरवरी आखिरी तारीख है, तो देर न करें। बिहार में कुल 7.20 लाख डीजल पंपसेट हैं, और इनमें से आधे से ज्यादा अब बिजली से चल रहे हैं।

किसानों के लिए ये योजना कैसे काम कर रही है? सरकार 93,420 ट्रांसफॉर्मर लगाने में जुटी है, ताकि हर खेत तक बिजली पहुंचे। अब तक 5.42 लाख किसानों को मुफ्त कनेक्शन मिल चुका है, और बाकी 3 लाख से ज्यादा को जल्द मिलेगा। “Free electricity connection will be provided for irrigation” का सबसे बड़ा फायदा ये है कि आपकी फसल को सही वक्त पर पानी मिलेगा। डीजल पंपों की ऊँची कीमत और अनियमित सप्लाई की टेंशन खत्म। अब बिजली से पंप चलाओ, खेत हरे-भरे रखो और जेब में पैसा बचाओ। ये योजना नीतीश कुमार के “सात निश्चय” का हिस्सा है, जो हर खेत तक पानी पहुंचाने का वादा करती है।

अब आंकड़ों से समझते हैं कि ये योजना कितनी बड़ी है। नीचे टेबल में सारी जानकारी साफ की गई है:

विवरणडिटेल्स
कुल लक्षित किसान8.40 लाख
अब तक कनेक्शन प्राप्त5.42 लाख
बिजली दर (सब्सिडी के बाद)55 पैसे प्रति यूनिट
सब्सिडी प्रति यूनिट₹6.19
सिंचाई लागत (प्रति घंटा)₹2 (बिजली) vs ₹100 (डीजल)
आवेदन की आखिरी तारीख28 फरवरी 2025

ये आंकड़े साफ बताते हैं कि “Free electricity connection will be provided for irrigation” किसानों की जिंदगी में क्या बदलाव ला रहा है। एक घंटे की सिंचाई में डीजल से 100 रुपये की जगह अब 2 रुपये – ये बचत आपकी मेहनत को सही दाम दिलाएगी।

किसानों की जुबानी भी सुन लीजिए। वैशाली के एक किसान रामलाल कहते हैं, “पहले डीजल के लिए लाइन लगानी पड़ती थी, अब बिजली से पंप चलता है और खर्चा भी नहीं। फसल को पानी मिल रहा है, और जेब में पैसा बच रहा है।” ऐसे ही हजारों किसान इस योजना से खुश हैं। लेकिन कुछ दूरदराज के इलाकों में अभी ट्रांसफॉर्मर पहुंचने में वक्त लग रहा है। सरकार का कहना है कि 2026 तक हर खेत तक बिजली पहुंच जाएगी। “Free electricity connection will be provided for irrigation” से खेती की तस्वीर बदल रही है।

इस योजना का असर सिर्फ खेतों तक सीमित नहीं। सस्ती बिजली से फसल की पैदावार बढ़ रही है, और किसानों की कमाई में इजाफा हो रहा है। पहले डीजल की वजह से कई बार सही वक्त पर सिंचाई नहीं हो पाती थी, लेकिन अब बिजली की नियमित सप्लाई से खेतों में हरियाली छा रही है। बिहार सरकार का दावा है कि इससे राज्य की कृषि उत्पादकता में बड़ा उछाल आएगा। “Free electricity connection will be provided for irrigation” न सिर्फ आर्थिक फायदा दे रहा है, बल्कि पर्यावरण को भी सहारा दे रहा है, क्योंकि डीजल की खपत कम हो रही है।

क्या कोई चुनौती नहीं है? कुछ किसानों का कहना है कि छोटे गाँवों में बिजली लाइनें अभी पूरी तरह नहीं पहुंचीं। लेकिन ऊर्जा विभाग गाँव-गाँव कैंप लगा रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ सकें। अगर आप अभी तक नहीं जुड़े, तो आज ही “सुविधा ऐप” डाउनलोड करें या बिजली कार्यालय जाएँ। “Free electricity connection will be provided for irrigation” का ये मौका 28 फरवरी तक है, वरना हाथ से निकल सकता है।

तो भाइयों, बिहार में खेती करने वाले हर किसान के लिए ये योजना किसी वरदान से कम नहीं। “Free electricity connection will be provided for irrigation” से आपकी मेहनत को नई ताकत मिलेगी। खेत खजाना की सलाह है कि अपने दस्तावेज तैयार करें और आज ही अप्लाई करें। ये बिजली कनेक्शन आपके खेतों को हरा-भरा करेगा और जेब को भरेगा। समय कम है, तो फटाफट जुट जाइए – ये मौका आपकी खेती को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है!

Sandeep Verma

नमस्ते दोस्तों, मैं पत्रकार संदीप वर्मा । पिछले 14 साल से पत्रकारिता में काम कर रहा हूं और अलग-अलग विषयों पर लिखना मुझे बहुत पसंद है। खासतौर पर खेती-बाड़ी, बागवानी और सरकारी योजना से जुड़े मुद्दों में मेरी गहरी रुचि है। मैं हमेशा कोशिश करता हूं कि आपको सच्ची और सही जानकारी दे सकूं, ताकि आप इन विषयों को अच्छे से समझ सकें। अगर आप भी इन जरूरी और दिलचस्प बातों को जानना चाहते हैं, तो जुड़े रहें https://khetkhajana.com/ के साथ। धन्यवाद

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