Golden Fiber: जूट किसानों के लिए खुशखबरी, जूट किसानों के लिए न्यूनतम मूल्य में हुई वृद्धि

Golden Fiber: जूट किसानों के लिए खुशखबरी, जूट किसानों के लिए न्यूनतम मूल्य में हुई वृद्धि
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Golden Fiber: जूट किसानों के लिए खुशखबरी, जूट किसानों के लिए न्यूनतम मूल्य में हुई वृद्धि

खेत खजाना : केंद्र सरकार ने जूट किसानों के लिए एक बड़ी सुखद समाचार दी है। न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम रेट पर जूट की बिक्री पर लगी रोक की समय सीमा को बढ़ा दिया गया है। इस निर्णय की घोषणा केंद्रीय जूट आयुक्त द्वारा की गई है। जानिए इस निर्णय के बारे में और जूट किसानों को कैसे लाभ हो सकता है।

जूट के न्यूनतम मूल्य में वृद्धि

जूट के न्यूनतम मूल्य वाले आदेश की समय सीमा को 31 जनवरी, 2024 तक बढ़ा दिया गया है। यह निर्णय जूट किसानों को उनकी बंपर फसल के नुकसान से बचाने में मददगार साबित हो सकता है। इससे पहले न्यूनतम मूल्य आदेश की समय सीमा 31 दिसंबर, 2023 तक थी।

निर्णय की उपयोगिता

इस निर्णय का स्वागत किया गया है क्योंकि इससे किसानों को उनकी उपज के लिए बेहतर कीमत मिल सकती है। जूट की बाजार में हुए पिछले कुछ महीनों के अध्ययन के आधार पर यह निर्णय लिया गया था।

किसानों की मांग

हाल ही में जूट किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि के लिए उत्तर 24-परगना, हुगली, और अन्य क्षेत्रों में धरने दिए थे। उन्होंने अपनी मांगों को साकार करने के लिए सड़कों पर धरने दिए थे और जूट की गांठों में आग लगाई थी।

केंद्रीय निर्णय की महत्वपूर्ण भूमिका

जूट किसानों को उनकी उपज को बेचने के लिए संग्रह केंद्रों पर जाने की आवश्यकता होती है। इस निर्णय ने जूट किसानों और उत्पादकों दोनों की मदद करने का लक्ष्य रखा है।

इस निर्णय से जूट किषानों को आर्थिक रूप से लाभ मिल सकता है और उनकी मुश्किलें कम हो सकती हैं। इससे न जेंडरों की उपज में वृद्धि होगी बल्कि जूट उद्योग को भी उनकी समर्थन मिलेगी।

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